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Mahesh Patel
White सहेली..... उस रात मुझे लिपटकर.. तू इतना रोई थी.. उसे रुदन का मुझे.. आज तक पता नहीं चला.. लाला...... ©Mahesh Patel सहेली... रुदन... लाला....
सहेली... रुदन... लाला....
read moreParasram Arora
White ये रुदन और हंसी का उपक्रम तों चलता रहेगा जीवन मे पर तुम अपने रुदन और हंसी के स्त्रोतो को ढूंढ़ने की कोशिश निरंतर करते रहना ©Parasram Arora t हंसी और रुदन
t हंसी और रुदन
read moreParasram Arora
ज़ब भी तुम हंसोगे तुम्हारी हंसी तुम्हारे चेहरे को वीजातीय बना देगी क्योंकि अब तक तुम्हारा साथ रहा हैँ रुदन से और तुम्हारा हंसी से कभी परिचय ही नही हुआ अगर गल्ती सेंभी तुम हँसने की कोशिश करोगे तों उस हंसी पर तुम्हारे रुदन की छाप जरूर होगी.... फिर तुम्हारी हंसी मे न नेसर्गीकता होगी नु कोई स्वछंदता की झलक दिखाई देगी क्योंकि वो हंसी तुंहरे ह्रदय की गहराइयों से नही निकल कर ... तुम्हारे आहत ह्रदय की छटपटाहट को छूती हुई तुम्हारे दर्द की पसलियो से रिस्ती हुई बाहर आई हुई लगेगी ©Parasram Arora हंसी और रुदन #Seating
हंसी और रुदन #Seating
read morePushpendra Pankaj
दोष नहीं है देना किस्मत को , संभवतः कर्मों में रही कमी । अब उठ ,कर पुन: प्रयास , व्यर्थ है आँख में लाना नमी ।। ©Pushpendra Pankaj रुदन ना कर ,प्रयास कर
रुदन ना कर ,प्रयास कर
read moreDurgesh Tiwari..9451125950
वैधानिक रुदन- 🕉️🙏🙏.. मेरा मानना हैं कि तात्विक पुरुषों के रुदन हेतु कम से कम एक दिन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। ताकि वे भी "पुरुष रुदन"के दिवस पर अपनी वेदना को समाजोन्मुखी कर के पुरुषों के पाषाण ह्रदय के रूढ़िवादी आवरण का परित्याग कर सके। अगर ये भी न हो सके तो कम से कम एक हताश पुरुष के लिए एक ऐसा कन्धा जरूर होना चाहिए जिस पर वो अपना माथा टेक के रो सके। तत्कालीन समाज मे इस मामले स्त्रियों को अपनी अंतर्वेदना प्रकट करने के बहुत से कंधे होते है जैसे- माँ,पिता,भाई,बहन,पति और एक विशुद्ध प्रेमी। परन्तु एक पुरूष इसलिए अपना रोना नही रोकता की वह बहुत मजबूत और पाषाण ह्रदय वाला है वह इसलिए अपना रोना रोकता हैं कि उसके आसपास कमजोर कन्धों का कारवां होता हैं। एक पिता कंधे पर अपने बेटे को गांव का पूरा मेला दिखाने में कभी नही थकता परन्तु बेटे के आंखों में आँसू देखकर एक पिता खुद रोने के लिए कन्धा तलाशने लगता हैं। खैर...मुझे लगता हैं कि पुरुषों के रोने का उचित समय एकांत ही हैं जिसमे वे स्वयं से ही प्रश्न करे और स्वयं ही अपने भावो के अनुरूप उत्तर भी दे। पुरुषों में रोने की कला वैधानिक होती हैं ये अपनी वेदना से किसी की स्वतंत्रता पर आंच नही आने देते,पुरुष छुप छुपकर,घुट घुटकर,और मुँह पर हाथ रख कर रोते हैं ताकि इनकी रोने की कला गैर-वैधानिक न हो जाये। मैं समझता हूँ कि जब मुझे जीते जी ये समाज रोने के लिए कन्धा नही दे सका तो मरने के बाद क्या कन्धा देगा। मुझें खुशी हैं कि मैं तुम्हारी स्मृति में अपनी अंतर्वेदना लिख रहा हूँ और तुम्हारे ग़ैर मौजूदगी में मेरी यही लिखी गयी पंक्तियां मेरे मरने के बाद मुझे कन्धा देगी। कहो! कैसी हो तुम उस जहां में..... मैं इस जहां से प्रेम अर्पण कर रहा हूँ। सादर प्रणाम। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 ©Durgesh Tiwari..9451125950 वैधानिक रुदन(S🕉️D)
वैधानिक रुदन(S🕉️D)
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी कोशिशें हमारी रंगत लाती नही दर दर भटकाती राह कोई बनाता नही घर घर सियासतें पक चुकी मजहबो जाति भाषा की खिचड़ी देश मे दीवार खड़ी कर चुकी रोजी रोटी शिक्षा मांग ना ले सियासी पार्टियों में बाप बेटे बट चुके बहसें होती चुनावी समर पर रोजगार महगाई बढ़ चुके वायदा खिलाफी रोज होती लूट के कानून बन चुके आंदोलन जलूस जलसे करते रहते सत्ताएँ अब हिलती नही फूट के बीज जो बो दिये जनता की बगावत से सरकारे अब डरती नही झोपड़ी रुदन करती रहती पेशेवरों का पेट सत्ताएँ भरती रही प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" झोपड़ी रुदन करती रहती #meltingdown
झोपड़ी रुदन करती रहती #meltingdown
read moreAnand Singh
उलझे-उलझे से हैंं प्रेम के व्याकरण, झरझारते से झरने बने ये नयन, तुम किसी वेद की श्लोक जैसी गढ़ी, मैं तक़ी मीर के नज़्म का हूँ रुदन ।। #प्रेम #श्लोक #नज़्म #रुदन #मीर
Shilpa Yadav
ग़रीबी को देखा है नजदीकी से बस पर उसके भोले चेहरे को महिला के मटमैले कपड़ों से बच्चे के चिथड़े हुए कपड़े से पथराईं सी आंखे थी उनकी रूदन की आवाज लिए बस अनायास ही न जाने क्यूं आंखों में आंसू आए एहसास हुआ उस क्षण दरिद्रता का समुद्र मंथन नीलाम हो गया अमीरों का शहर क्या बिखर गयीं उम्मीदें उस क्षण अपादमस्तक कंपकंपा उठें जब महिले ने भूख से अपने प्राण त्याग दिए हाय!है ऐसी मानवता पर जो खड़े स्तंभो सा देख रहे नेता भी अपने हाथ को सेंक रहे ग़रीबों को सरेआम बेच रहे। ©Shilpa yadav #poor #गरीबी #जीवनअनुभव #वेदना #कलह #रुदन
Diwa
You're a writer when you find your meaning in the meaningless scribbles you're often driven to create. "Meaning" #Meaning #KwentongDiwa #Diwa
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