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Kalpana Tomar
तुम शब्द हो, मैं अर्थ हूं, अन्यथा मैं व्यर्थ हूं। तुम जो सिद्ध कर चुके, मैं वो अकाट्य तर्क हूं। तुम सजग रहे सदा, ये देख मैं सतर्क हूं। तुम ठान लो, जो कर सको, मैं भी अभी समर्थ हूं। जो मुझे आदेश दो, उस हेतु ही तदर्थ हूं। अगर तुमने छल किया, तो मैं महा अनर्थ हूं। ©Kalpana Tomar मैं शब्द तुम अर्थ #nojohindi #nojolife #nojolove #nojoto_poetry
मैं शब्द तुम अर्थ #nojohindi #nojolife #nojolove #nojoto_poetry
read moreAnil Bairwa
White Happy dipawali bro ©Anil Bairwa #diwali_wishes दिवाली पर शायरी पटाखों की आवाज से गूंज रहा संसार, पटाखों की दीपक की रोशनी अपनों का प्यार, सदा खुश रहे आपका परिवार, मुबारक हो
#diwali_wishes दिवाली पर शायरी पटाखों की आवाज से गूंज रहा संसार, पटाखों की दीपक की रोशनी अपनों का प्यार, सदा खुश रहे आपका परिवार, मुबारक हो
read moreDrjagriti
White सब कुछ व्यर्थ है फिर भी जीवन के बहुत गहरे अर्थ है। ©Drjagriti #अर्थ मोटिवेशनल कोट्स हिंदी
#अर्थ मोटिवेशनल कोट्स हिंदी
read moreSrinivas
नेतृत्व का असली अर्थ है जब बिना नाम, बिना पद के भी जनता की भलाई की जाए। ©Srinivas नेतृत्व का असली अर्थ है जब बिना नाम, बिना पद के भी जनता की भलाई की जाए।
नेतृत्व का असली अर्थ है जब बिना नाम, बिना पद के भी जनता की भलाई की जाए।
read moreANATH SHAYAR
भरोसा का अर्थ है मां #follow #motivationकीआग #Motivational #Youtubeshorts #Youtube #youtubeShort
read morepuja udeshi
#pujaudeshi Vaibhav Harsh Saxena शाकिर Shakir mahesh KRISHNA कवि आलोक मिश्र "दीपक"
read moreLõkêsh
नजारे , नजरो के सामने कई नजर आते है , कमबख्त नजर बस तेरी नजर को तरस जाती है । ऐसी लगी नजर जमाने की , तेरी याद तो आती है , लेकिन तू नजर नहीं आती है । ©Lõkêsh नजर , शब्द एक अर्थ अनेक 😂
नजर , शब्द एक अर्थ अनेक 😂
read moreShashi Bhushan Mishra
अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का, समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, बस यही तरक़ीब है दुनिया भुलाने का, मिला खेवनहार दरिया पार कर लूँगा, ज़िस्म में ताकत नहीं गोता लगाने का, पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का, जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, बांसुरी की तान पर झूला झुलाने का, ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, हृदय है प्यासा उसे पानी पिलाने का, बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन', मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra #दीपक जलाने का#
#दीपक जलाने का#
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