Nojoto: Largest Storytelling Platform

New ताजदार ए हरम हो निगाहे करम Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about ताजदार ए हरम हो निगाहे करम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ताजदार ए हरम हो निगाहे करम.

Stories related to ताजदार ए हरम हो निगाहे करम

    LatestPopularVideo

F M POETRY

#करम है तेरा..

read more
White हाँ परेशान तो रहता हुँ मैं..

फिर भी कहता हुँ करम है तेरा..


यूसुफ आर खान...

©F M POETRY #करम है तेरा..

हिमांशु Kulshreshtha

ए दिल.. #कविता

read more
White मन तो बावरा है
अटकता है कभी तो
भटकता है कभी.. 
विरक्त है कभी तो
आसक्त है कभी...
धूप है प्रेम की
तो छाह यादों की कभी!!

डूबता उतरता सा
मचलता, भटकता सा कभी,
कितने रंग समेटे खुद में
हो रहा बदरंग कभी

रे मन..
कैसे पाऊँ थाह तेरी
है तू आस कभी तो
तू है निर्लिप्त कभी

©हिमांशु Kulshreshtha ए दिल..

Jaleshwar Mehta

👍🌱करम पर्व में नाचते हुए Ladies Dance😎 #SAD

read more

Ravi Ranjan Kumar Kausik

निगाहे एक फसाना khushi _baliyan_56 Arjun Rawat Kshitija sherni Niaz (Harf) #शायरी

read more

(R.j) Riya. jha...

❣️❣️ करम गोरखपुरिया Ritu Tyagi sushil Ana jeetu mishra...(vidrohi ji )...! #लव

read more

निर्भय चौहान

#sad_shayari Vishalkumar "Vishal" Madhusudan Shrivastava Kumar Shaurya Yogenddra Nath Yogi करम गोरखपुरिया #शायरी

read more

Urmeela Raikwar (parihar)

मशहूर @_hardik Mahajan Pyare ji Yash Mehta अmit कोठारी "राही" करम गोरखपुरिया #शायरी

read more

Urmeela Raikwar (parihar)

शिकायत Dheeraj Bakshi करम गोरखपुरिया Yash Mehta Gautam Kumar Shaurya मोटिवेशनल कोट्स

read more

निर्भय चौहान

#sad_shayari Vishalkumar "Vishal" Kumar Shaurya करम गोरखपुरिया Nazar Madhusudan Shrivastava #कविता

read more
White जिंदगी के सफर में भला आदमी,
दोष का बोझ सर पे उठाता रहा।
मसखरी हो गई दर्द का फलसफा,
उमर भर वो सदा मुस्कुराता रहा।।

उसने साथी चुने रूठने वाले सब
उसने तारे चुने टूटने वाले सब।
उसने चाहा जो कम है वो ज्यादा बने।
राजा रानी बने न कि प्यादा बने।
बस यही सोच कर आगे बढ़ता रहा,
बस यही सोच खुद को घटाता रहा।

जिंदगी के सफर में भला आदमी,
दोष का बोझ सर पे उठाता रहा।
मसखरी हो गई दर्द का फलसफा,
उमर भर वो सदा मुस्कुराता रहा।।

एक जमाना लगा भूलने में उसे,
याद जिसको जमाने से छुप के किया।
आज नाकारा नामर्द सुनना पड़ा,
रात दिन जो बुलाती थी मेरे पिया।
दौलतों के अंधेरे ये घर खा गए,
देहरी पे दिया वो जलाता रहा।

जिंदगी के सफर में भला आदमी,
दोष का बोझ सर पे उठाता रहा।
मसखरी हो गई दर्द का फलसफा,
उमर भर वो सदा मुस्कुराता रहा।।

एक माली के आंगन के दो फूल थे,
फूल दोनों बहुत उसको मकबूल थे।
एक कांटा भी उस बाग में था पला।
फूल का चाहता रात दिन था भला।।

चार कांधों का था बोझ पर बाबला,
खुद को तन्हा ही कांधा लगाता रहा।

जिंदगी के सफर में भला आदमी,
दोष का बोझ सर पे उठाता रहा।
मसखरी हो गई दर्द का फलसफा,
उमर भर वो सदा मुस्कुराता रहा।।

निर्भय चौहान(निरपुरिया)

©निर्भय चौहान #sad_shayari Vishalkumar "Vishal" Kumar Shaurya करम गोरखपुरिया Nazar Madhusudan Shrivastava

निर्भय चौहान

#CAT नंदी Rakhee ki kalam se Madhusudan Shrivastava करम गोरखपुरिया Kumar Shaurya #विचार

read more
White बहुत लंबी कहानी में कुछ किरदारों को मरना पड़ता है।।

©निर्भय निरपुरिया #CAT नंदी Rakhee ki kalam se  Madhusudan Shrivastava करम गोरखपुरिया Kumar Shaurya
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile