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Author Munesh sharma 'Nirjhara'
चाय की गर्माहट सी हो तुम सर्दियों में खिल आई धूप सी हो तुम कहते हैं जिसे सुकून - ए - दिल वही लफ़्जों से परे सुकून हो तुम ©Author Munesh sharma 'Nirjhara' #teatime #sukoon #Love #Shayari #feelings #sher
Bhagyashree Jena
White Somewhere between the bridge, And somewhere between the hidden perils, Somewhere between the grasses and shrubs, And somewhere between the flower buds, I passes from one to the other without bothering further, and performed a dance before it started to rain. Then tell me what is my name? ©Bhagyashree Jena #somewhere between
#Somewhere between
read moreSai Angel Shaayari
The Difference Between Ordinary And Extraordinary Is That Little Extra. ©Sai Angel Shaayari #sad_shayari The Difference Between Ordinary And Extraordinary Is That Little Extra. silence quotes
#sad_shayari The Difference Between Ordinary And Extraordinary Is That Little Extra. silence quotes
read moreZahid Akhtar
जाने कौन कौन सी शिकायतों का शिकार हो गए जितना दिल को साफ रखा उतना बदनाम हो गए ©Zahid Akhtar #sher #shayri
Zahid Akhtar
White रिश्ते और रास्ते खत्म हो जाते हैं, जब पांव नहीं दिल 💕 थक जाते हैं ©Zahid Akhtar #sad_quotes #sher #shayeri
ABhishek Parashar
White आग पानी में वो लगाता है ख़ूँ पसीने से जो नहाता है जब अँधेरे से डर नहीं लगता तो चराग़ों को क्यूॅं जलाता है रौशनी की कमी नहीं है पर ये अँधेरा ही मुझको भाता है मैंने ग़म पे कहे हैं इतने शेर अब तो ग़म भी ग़ज़ल सुनाता है रोज़ तन्हाई मुस्कुराती है रोज़ दिल को कोई दुखाता है ©ABhishek Parashar #ghazal #sher #Shayari poetry in hindi
ABhishek Parashar
White ख़बर झूठी थी और अख़बार जाली थे कहानी के सभी किरदार जाली थे सर-ए-बाज़ार नफ़रत बिक रही थी और मोहब्बत से भरे बाज़ार जाली थे मैं कैसे दुश्मनों का सामना करता दिए जो दोस्त ने हथियार जाली थे यक़ीं होता नहीं इस बात पर लेकिन यक़ीं कर दोस्त मेरे यार जाली थे मैं अब जो कहता हूँ सच कहता हूँ यारो मिरे पहले के सब अशआर जाली थे सभी मर कर समझ जाएँगे इक दिन ये मोहब्बत दोस्ती घर-बार जाली थे ©ABhishek Parashar #ghazal #sher shayari on life