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New वैश्विक भूख सूचकांक 2020 Quotes, Status, Photo, Video

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Parasram Arora

भूख प्यास

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Unsplash भूख और प्यास 
जो न थकती है कभी 
और न बुझती है कभी 
बल्कि प्रति पल  
बढ़ती जाती है
 
 ये भूख प्यास छुप  जाती हैं 
पसीनो क़ी परतो मे कभी 
या फिर कमर मे बंधे गमछे मे जा लटकती है कभी 
लेकिन  ये 
उफ़ नहीं करती  कभी

©Parasram Arora भूख प्यास

साँस लेती hui lash

#Deep #भूख #गरीबी #true #Lines #poatry #sayari #SAD Love #Dhoka hindi poetry on life urdu poetry poetry in hindi love poetry for her

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गरीबी मे पाले हुए बच्चे कभी भी आसमानों की नहीं सोच ते है वो हमेसा 2 रोटी और क्षत की सोच ते है क्यूँ की जी नौ ने क्षत को टपकते हुए देखा है उन्हों ने आसमान को भी बहुत करीब से देखा है
✍️✍️

©साँस लेती hui lash #Deep #भूख #गरीबी #true #Lines #poatry #sayari #SAD #Love #Dhoka  hindi poetry on life urdu poetry poetry in hindi love poetry for her

Anuradha T Gautam 6280

#शेरनी ये पगले शेरनी की भूख और मेरा लुक दोनों ही जानलेवा है..🖊️ अनु_अंजुरी🤦🏻🙆🏻‍♀️ २८/१०/२४

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khaή s͢͢͢aͥhaͣbͫ

मैं उस मुल्क में रहता हूं सर जी जहा गोली मारना देहसतगर्दी है। और भूख से मारना जम्हूरियत है Sudha Tripathi –Varsha Shukla Anjali Maurya H

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White मैं उस मुल्क में रहता हूं सर जी 
जहा गोली मारना देहसतगर्दी है।
और भूख से मारना जम्हूरियत है

©khaή s͢͢͢aͥhaͣbͫ मैं उस मुल्क में रहता हूं सर जी 
जहा गोली मारना देहसतगर्दी है।
और भूख से मारना जम्हूरियत है Sudha Tripathi  –Varsha Shukla  Anjali Maurya  H

Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma

ग़ज़ल: आदतें हैं छूटती नहीं, चाहे कितनी कोशिश कर लो, अनमोल चीज़ें समझ में आएं, ये सभी से चाह कर लो। सेवा भी मुफ़्त कब तक, कोई दिल से

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White 

ग़ज़ल:

आदतें हैं छूटती नहीं, चाहे कितनी कोशिश कर लो,
अनमोल चीज़ें समझ में आएं, ये सभी से चाह कर लो।

सेवा भी मुफ़्त कब तक, कोई दिल से करे,
भूख का सवाल है, इसे अब तो समझ कर लो।

मुफ़लिसी में भूख का दर्द कोई सह पाता नहीं,
पैसों के बिना कोई रिश्ता चल पाता नहीं।

ज़िंदगी की हर ख़्वाहिश पैसों पर ठहरती है,
वरना ख़ुशियों की राह तो कहीं जा पाती नहीं।

इन अशआर में ज़िंदगी का हर रंग सिमट आया है,
सच कहें तो यही हकीकत समझ में आता नहीं।

©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma    

ग़ज़ल:

आदतें हैं छूटती नहीं, चाहे कितनी कोशिश कर लो,
अनमोल चीज़ें समझ में आएं, ये सभी से चाह कर लो।

सेवा भी मुफ़्त कब तक, कोई दिल से
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