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Ramnik
White किसी ने पूछा दिल क्या दर्द क्या होता है... कुछ नहीं कुछ बोझल सा लगता है। क्या है लफ्जों में समझ नही आता। दो आंसू सकूं दे जाते है। खोया किसी ने हो, दिल में वहीं टीस दे जाते है.. ©Ramnik #दिल का दर्द
#दिल का दर्द
read moreGhanshyam Ratre
White आसमां के अनगिनता ये चमकते जगमगाते सितारे हैं। हर पल बसा आंखों में आपके मुस्कुराते चेहरे हैं।। जाने जहां आपके बिना हमारे जिंदगी ही अधूरे हैं। आपके जुदाई से अब आपके यादें ही जीने के सहारे हैं।। ©Ghanshyam Ratre दिल में दर्द का ऐहसास
दिल में दर्द का ऐहसास #लव
read moreDev
White अपनी कहानी भी कुछ अलग ही थी। दिल में दर्द भी चुंबन कुछ अलग ही थी।। ©Dev दिल का अहसास #sad_shayari
दिल का अहसास #sad_shayari #शायरी
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White हर खुशी खुशी ना थी हमारी। ये जिंदगी ज़िन्दगी ना थी हमारी।। ©Dev दिल का अहसास #love_shayari
दिल का अहसास #love_shayari #शायरी
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White कब के बिछड़े हुए कहा आकर मिले। हमारे बिखरे हुए दिल कहा आकर सिले।। ©Dev दिल का अहसास #sad_shayari
दिल का अहसास #sad_shayari #शायरी
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
ग़ज़ल जानता हूँ मैं फैसला दिल का इक हँसीं से है सामना दिल का क्यों समझते अलग मुझे उससे एक वो ही है रहनुमा दिल का किसलिए अब बुरा कहें उसको उसने जोड़ा है आइना दिल का जब भी उस पर नज़र पड़ी मेरी मुझको लगता वो देवता दिल का मान लेता मैं बात भी दिल की दिल ही करता जो फैसला दिल का मान बैठा हूँ ज़िन्दगी उसको उसने माना है हर कहा दिल का दास्तां क्या सुनें प्रखर की हम रात दिन बस है रूठना दिल का महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल जानता हूँ मैं फैसला दिल का इक हँसीं से है सामना दिल का
ग़ज़ल जानता हूँ मैं फैसला दिल का इक हँसीं से है सामना दिल का #शायरी
read moreVandana Rana
White यह मौसम बता रहा है मेरे दिल का हाल, कुछ ठीक नहीं है अंदर और बाहर। ©Vandana Rana यह मौसम बता रहा है मेरे दिल का हाल, कुछ ठीक नहीं है अंदर और बाहर।
यह मौसम बता रहा है मेरे दिल का हाल, कुछ ठीक नहीं है अंदर और बाहर। #Quotes
read moreShashi Bhushan Mishra
बातचीत जब बंद तार दिल का छूटा, मार्ग हुआ अवरुद्ध जहाँ भी पुल टूटा, मज़बूरी में बचकर चलना पड़ता है, लाचारी में जिसे मिला मौका कूटा, दुर्घटनास्थल पर बिखरा था सबकुछ, बुरे वक़्त में जिसे मिला अवसर लूटा, कश्ती को सैलाब बहाकर ले जाता, बाँध के रस्सी हमने गाड़ दिया खूँटा, अपना-अपना पक्ष सभी रखते आकर, फ़र्क बताना मुश्क़िल सच्चा और झूठा, ताकतवर बच निकला दोषारोपण से, निर्बल के सिर सदा ठीकरा है फूटा, अरमानो का जंगल सूख गया 'गुंजन', दीवारों पर चमक रहा नकली बूटा, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #तार दिल का टूटा#