Find the Latest Status about उफनती गंगा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उफनती गंगा.
GoluBabu
एक झलक सतलोक आश्रम की ओर 🍁अधिक जानकारी के लिए अवश्य पढ़ें पुस्तक *"ज्ञान गंगा"* संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित ये पुस्तक फ्री में प्राप् #Motivational #lordshiva #lordkrishna #lordvishnu
read moreIG @kavi_neetesh
“जय शिव शंकर, त्रिपुरारी, भोले भंडारी, तेरे चरणों में नतमस्तक दुनिया सारी।“ नवरात्रि में, दुर्गा महारानी आ रही है, तुम भी पधारो, पधारो हे त्रिभुवननाथ! आदिशक्ति जगदम्बा रानी आ रही है, तुम भी पधारो, दर्शन दो हे भोलेनाथ! नवरात्रि में, दुर्गा……… एक बार शिव, डमरू डम डम बजा देना, त्रिशूल की शक्ति जग को दिखला देना। तेरे संग संग, गंगा मैया भी आ जाएगी, सब में उमंग जगा देना हे त्रिलोकीनाथ! नवरात्रि में, दुर्गा…………. जिसकी जैसी करनी, उसकी वैसी भरनी, दुनिया पर नजर रखती है जगत जननी। तुम्हारे दर्शन से मौसम मंगलमय होगा। पूरी नवरात्रि देना मैया भवानी का साथ! नवरात्रि में, दुर्गा,………. बड़ा अच्छा लगता आपका भस्म लगाना, आपका यह तो श्रृंगार है बहुत ही पुराना। तीसरा नेत्र अपना बंद ही रखना महादेव, आशीर्वाद के लिए खुले रखना दोनों हाथ! नवरात्रि में, दुर्गा………… ©IG @kavi_neetesh भक्ति गीत : नवरात्रि में पधारो भोलेनाथ “जय शिव शंकर, त्रिपुरारी, भोले भंडारी, तेरे चरणों में नतमस्तक दुनिया सारी।“ नवरात्रि में, दुर्
भक्ति गीत : नवरात्रि में पधारो भोलेनाथ “जय शिव शंकर, त्रिपुरारी, भोले भंडारी, तेरे चरणों में नतमस्तक दुनिया सारी।“ नवरात्रि में, दुर् #navratri
read moreARTI DEVI(Modern Mira Bai)
White *🩷🩷💃🏻फ्री गुरुवार स्पेशल बुक📘"ज्ञान गंगा" भक्ति मार्ग की अनमोल बुक पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक से अपनी डिटेल्स बुक ऑर्डर फॉर्म पर भरें और फ्री🏡होम डिलीवरी की सर्विस भी पाएं। लेखक: जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज🙏🏻👩🏻💻👇🏻* https://bit.ly/3UzXtOa ©ARTI DEVI(Modern Mira Bai) #love_shayari #लव #शायरी #कविता #viral #Love #भक्ति #वीडियो #कॉमेडी #प्यार *🩷🩷💃🏻फ्री गुरुवार स्पेशल बुक📘"ज्ञान गंगा" भक्ति मार्ग की अनमोल बु
love_shayari लव शायरी कविता viral Love भक्ति वीडियो कॉमेडी प्यार *🩷🩷💃🏻फ्री गुरुवार स्पेशल बुक📘"ज्ञान गंगा" भक्ति मार्ग की अनमोल बु
read moreRavendra
सशस्त्र सीमा बल, बहराइच में ब्रह्मा कुमारी समाज, द्वारा किया गया रक्षाबंधन 42वी वाहिनी के प्रांगण में रक्षाबंधन का पर्व मनाया गया जिसम #वीडियो
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
गीत :- धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब... यहीं तो जन्में वीर अनेक, आल्हा उदल और मलखान । भूल गये हो तुम सब शायद, वीर शिवा जी औ चौहान ।। धर्म और धरती माँ पर जो, दिए प्राण का है बलिदान । देख रहा मैं क्रूर काल को , जिसका होता बुरा प्रभाव ।। धरती माँ के सीने पर अब.... वही डगर फिर से चुन लो सब , जो दिखलाये थे रसखान । जिसको जी कर मीरा जी ने , पाया जग में था सम्मान ।। इसी धरा पर राम नाम का , हनुमत करते थे गुणगान । नहीं हुई है अब भी देरी , जला हृदय में प्रेम अलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब.... निर्मल पावन गंगा कहती , यह है परशुराम का धाम । रूष्ट नहीं कर देना उनको , झुककर कर लो उन्हें प्रणाम ।। अधिक बिलंब उचित क्यों करना , बढ़कर लो अब तुम संज्ञान । ईर्ष्या द्वेष मिटाओ जग से , पनपे हृदय प्रेम के भाव ।। धरती माँ के सीने पर अब..... नीर नदी का सूख रहा है , आज जमा ले अपना पाँव । गली-गली कन्या है पीडित, भूखे ग्वाले घूमें गाँव ।। झुलस रहें हैं राही पथ के , बता मिले कब शीतल छाँव । धीरे-धीरे प्रकृति सौन्दर्य , में दिखता क्यों हमें अभाव ।। धरती माँ के सीने पर अब.... धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :- धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब... यहीं तो जन्
गीत :- धरती माँ के सीने पर अब , नहीं लगाओ फिर से घाव । नही लौट वो फिर आयेंगे , करने धरती पर बदलाव ।। धरती माँ के सीने पर अब... यहीं तो जन् #कविता
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
सर्वेभ्यः स्वातन्त्र्यदिवसस्य शुभकामना🇮🇳🙏 आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं स्वरचित संस्कृत रचना शीर्षक अस्माकं प्रियं भार #Trending #indianwriter #कविता #भारत #15अगस्त #स्वतंत्रतादिवस #indepandanceday #tarukikalam
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी बिगड़ी सूरत नैतिकता की सामान्यजन धोखा खा रहे है विपरीत परिस्थिति घर कर गयी चोट सब दिल खा रहे है अराजक हो गये सत्ता के सब सोपान डिप्रेशन में आम जन जा रहे है घायल दिल आह भरे है टूट कर मौत के मुँह में जा रहे है दास्ताने दिल बहाते थे प्रेम प्यार की गंगा आज वो व्यवस्थाओ से कराह रहे है बन गये डॉक्टरों की प्रयोगशाला चीर फार कर शोध पत्र अटैक के रूप में आ रहे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #lung_cancer दास्ताने दिल बहाते थे प्रेम प्यार की गंगा,आज वो अटैक के मुँह में समा रहे है #nojotohindi
#lung_cancer दास्ताने दिल बहाते थे प्रेम प्यार की गंगा,आज वो अटैक के मुँह में समा रहे है #nojotohindi #कविता
read more