Find the Latest Status about जठर ग्रंथियां from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जठर ग्रंथियां.
Ansh Rajora
जठर की अग्नि अति पापी प्राणी सौ सौ पाप कमाए अंश महत्तम धन संतोष है सब क्षुधा मिट जाये💗 Ankita Tripathi जी की कोट से प्रेरित💐 #जठर = #पेट #क्षुधा = #भूख #yqdidi #दोहा #yqbaba #जठर #अग्नि #the1 #humanity
Ansh Rajora
जठर की अग्नि पापी,सौ सौ पाप कमाए| महत्तम धन संतोख है,सारी क्षुधा मिटाए|| जठर - पेट क्षुधा - भूख लालसाओं और इच्छाओं का कोई अंत नहीं और संतोष से बड़ा कोई धन नहीं🙏एक दोहा😊💐प्रतिक्रिया का इंतज़ार रहेगा🙏😊 सम विषम चरण -13
जठर - पेट क्षुधा - भूख लालसाओं और इच्छाओं का कोई अंत नहीं और संतोष से बड़ा कोई धन नहीं🙏एक दोहा😊💐प्रतिक्रिया का इंतज़ार रहेगा🙏😊 सम विषम चरण -13 #yqdidi #fakeera_k_dohe
read moresaurabh
शब्द छिपकर भाव में पीड़ा कहेंगे क्या कहेंगे तुमने कैसे सोच कर रक्खा तुम्हारे बिन रहेंगे रात की आधी अधूरी सिसकियां बोलेंगी कैसे जख्म की या घाव की ये ग्रंथियां खोलेंगी कैसे पीर ये कैसे हमारे उर के अंदर रह सकेगी मौन होंगे शब्द ग
रात की आधी अधूरी सिसकियां बोलेंगी कैसे जख्म की या घाव की ये ग्रंथियां खोलेंगी कैसे पीर ये कैसे हमारे उर के अंदर रह सकेगी मौन होंगे शब्द ग
read moreसोमेश त्रिवेदी
धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ बज रही हैं घंटियाँ, शांत है हृदय यहाँ शून्य सी है चेतना, शून्य सा ये व्योम है शून्य शक्ति है सबल, धधक रहा चिता अनल। जठर में अग्नि जल रही असह्य हो रही क्षुधा, प्रशस्त या अप्रशस्त हो मार्ग चुनती है द्विधा। मांगती ये अन्न अथवा मांगती ये प्राण है, भस्म करती अन्न को ये अग्नि रूपी बाण है। ©®सोमेश त्रिवेदी #NojotoQuote बड़े दिनों के बाद पुनः उपस्थित हूँ... अपनी नई रचना के साथ 🙏🙏🙏🙏 👇👇👇👇👇👇👇👇 धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ
बड़े दिनों के बाद पुनः उपस्थित हूँ... अपनी नई रचना के साथ 🙏🙏🙏🙏 👇👇👇👇👇👇👇👇 धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ
read moreसोमेश त्रिवेदी
धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ बज रही हैं घंटियाँ, शांत है हृदय यहाँ शून्य सी है चेतना, शून्य सा ये व्योम है शून्य शक्ति है सबल, धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल। #NojotoQuote बड़े दिनों के बाद पुनः उपस्थित हूँ... अपनी नई रचना के साथ 🙏🙏🙏🙏 👇👇👇👇👇👇👇👇 धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ
बड़े दिनों के बाद पुनः उपस्थित हूँ... अपनी नई रचना के साथ 🙏🙏🙏🙏 👇👇👇👇👇👇👇👇 धधक रहा चिता अनल अनल की ज्वाला है प्रबल, उठ रहा धुआँ धुआँ
read moreGRHC~TECH~TRICKS
****एक छोटी सी जिंदगी**** जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है और मृत्यु होने के बाद जन्म निश्चित है?यही आवागमन के स्वरूप को संसार जिंदगी की यात्रा मानता आ रहा है। अमृत सागर में इसका अनुभव कुछ और ही होता है। हे परमत्तव अंश जिन्दगी वह सच्चाई होती है। पहले खुद भगवान आपको दर्शन से अनुभव कराते हैं। हर धर्म के इन्सान की माता जी के जठर अग्नि के तेज रूपी तप के बल से ज्ञान प्राप्त होता हैं कोख में । इसी ज्ञान से जिन्दगी की शुरुआत होती है इस जहां में। इसी ज्ञान का प्रकाश से जन्म लेने के बाद विपरित हो जाता है इस जहां में परिस्थितियों को देखने से इस धरा पर भगवान के ज्ञान से मिलान न होने से बच्चा रो कर शुरू करता है । अपनी जिंदगी की कहानी इस जहां में। उस दिए हुए कोख के ज्ञान से नो महीने की कहानी ही नहीं समझ पाना ।हर धर्म के इन्सान को जन्म और मृत्यु सबसे बड़ा उदाहरण हो रहा है। इसको समझिए हे परमत्तव अंश विष रुपी हृदय में से घड़ा खत्म करें । समस्त पृथ्वी के समस्त परमत्तव अंशों। फिर हृदय से हृदय में से निकले अमृत ज्ञान से। एक नई जिंदगी की शुरुआत होगी । यही जिंदगी संसार रूपी समुद्र, संसार रूपी वृक्ष,शरीर रूपी की पात्रता की व प्रकृति की गोद में । आपकी हमेशा याद रहेगी। श्री गीता जी का उत्पन्न होना और बुद्ध जन्म और इस आत्मा का पुनर्जन्म का भाषण 11 सितम्बर 1893 एक अमृत सागर ज्ञान की जिंदगी का उदाहरण है। समस्त संसार के समस्त धर्मों के -हे पृथ्वी वासियों। ©GRHC~TECH~TRICKS #grhctechtricks #akelapan #New #treanding #Trading ****एक छोटी सी जिंदगी**** जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है और मृत्यु होने के ब
#grhctechtricks #akelapan #New #treanding #Trading ****एक छोटी सी जिंदगी**** जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित है और मृत्यु होने के ब #विचार
read moreAB
( अनुशीर्षक ) यह गंध अम्नियोटिक द्रव की निःसंदेह संसार सबसे सुंदर महक होगी लिपी - पुती हुई है तुम्हारी नग्न देह पर, मेरी सूंघने की क्षमता को और ज़्यादा ती
यह गंध अम्नियोटिक द्रव की निःसंदेह संसार सबसे सुंदर महक होगी लिपी - पुती हुई है तुम्हारी नग्न देह पर, मेरी सूंघने की क्षमता को और ज़्यादा ती
read more