Find the Latest Status about भूगोल का विलोम from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, भूगोल का विलोम.
Kailash Yede
तन के भूगोल से परे एक स्त्री के मन की गाठें खोलकर कभी पढा है तुमने...? उसके भीतर का खौलता इतिहास अगर नहीं ... तो फिर जानते क्या हो तुम रसोई और बिस्तर के गणित से परे एक स्त्री के बारे में... ©Kailash Yede स्त्री का भूगोल #worldpostday
स्त्री का भूगोल #worldpostday
read moreAshwani Gupta
संकटापन्न रिडले कछुआ का विश्व में सबसे बड़ा समुच्चयन है A…गाहिरमाथा में B…सागरमाथा में C…लक्षद्वीप के द्वीपों में D…अंडमान निकोबार द्वीप समूह में # भूगोल
# भूगोल
read moreRicha Dhar
"भूगोल देश का बदल दिया" 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 इतिहास पढ़ा कर गलत हमें,भारत का गौरव कुचल दिया, सत्ता लोलुपता में आकर,भूगोल देश का बदल दिया। आर्यान और गांधार राज्य,पश्चिम के सीमा के प्रहरी थे, ब्रम्हा और श्याम राज्य दोनों,पूरब की विस्तृत देहरी थे। नगराज हिमालय उत्तर में,और त्रिविष्टप होता था, रत्नाकर उदधि हिन्द दक्षिण,भारत के पद तल धोता था। आर्यान गया,गान्धार कटा,सिंधु का हिन्दू मसल दिया, सत्ता लोलुपता में आकर, भूगोल देश का बदल दिया। पश्चिम में पाकिस्तान कटा,पूरब में बांग्लादेश बना, है काश्मीर घायल कबसे,तिब्बत का मसला हुआ घना। यह वर्तमान की भूल नहीं,पिछली सरकार निक्कमी थी, बाहर से आई संस्कृतियां,उनकी सब बच्ची अम्मी थी। था बाप बनाया मुगलों को,हिन्दू पौरुष को मसल दिया, सत्ता लोलुपता में आकर भूगोल देश का बदल दिया। अकबर महान क्यों कहलाया,शाषक अशोक क्यों भुला दिया, मंदिर भंजक न्यायी कैसे,क्यों वीर शिवा को सुला दिया। स्तंभ कुतुबशाही कैसे,क्यों शाहजहां का लाल किला, झूठा इतिहास पढ़ाया क्यों, जब इंद्रप्रस्थ था वहाँ मिला। भारत के वीर सपूतों का,उत्साह कुचल कर मसल दिया, सत्ता लोलुपता में आकर भूगोल देश का बदल दिया। पुरू का पौरुष क्यों झुठलाया, आक्रांता को ज्यादा आंका, पृथ्वी का बाण शब्द भेदी, कैसा पराक्रमी था बांका। मुग़लों ने भारत धरती को, लूटा और हम पर ज़ुल्म किया। इसके अतीत को अदल बदल, हमको झूठा इतिहास दिया। हो सावधान हिंदु जागा,है वर्तमान ने अक्ल दिया, सत्ता लोलुपता में आकर,भूगोल देश का बदल दिया। कवि//मुरली धर "मनहर" प्रतापगढ़ी// ©Richa Dhar भूगोल देश का बदल दिया🇮🇳 #Independence
भूगोल देश का बदल दिया🇮🇳 #Independence
read moreSneh Prem Chand
काश कोई योग गुरु ऐसा भी होता जो हमें ऐसा अनुलोम विलोम करना सिखा देता, जिसमें अंदर सांस लेते हुए संग प्रेम,सौहार्द,अपनत्व और स्नेह ले जाएं, और बाहर सांस छोड़ते हुए अपने भीतर के ईर्ष्या,द्वेष, अहंकार,क्रोध,लोभ,काम सब छोड़ देवें।। दिल की कलम से ©Sneh Prem Chand अनुलोम विलोम #Hope
अनुलोम विलोम #Hope
read moreNitin Patel
आकाश गंगा सी विस्तृत और घनी जुल्फें है उनकी। और मैं प्लूटो सा कहीं खोया हुआ। ©Nitin Patel भूगोल और मैं
भूगोल और मैं
read more