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Usha Singh
Jo bhi kiya vo to kuchh kamane ki bat thi ! ab to kya se kya hu. duniya me aya tha kuchh achhe kam ke liy, par yha ate hi sab bhul gaya . kamai me sara jeevan nikla jab pahchan bani to meri umar hi kam pad gai jina tha mujhe or ye kise pata tha ki itni jaldi mere jivan ki sam ढली | jo bhi tha mey yha ke liy tha vaha parlok me mujhe kon janta h fir se suru hua safar mera yek yha ka safar tha, yek vaha ka safar fir pahchan bnauga , mey fir koi dusra nam lekar is duniya me auga. श्रद्धांजलि मेरी तरफ़ से राजु Shrivastava ko ©Usha Singh raju Shrivastava 🕉 सन्ति
raju Shrivastava 🕉 सन्ति #Quotes
read moreMohan raj
जो लोग मुझे हारते हुए देखना चाहते हैं, उनके लिए मौन मेरा उत्तर है। ये मां हानिम् द्रष्टुम् इच्छन्ति तेषां कृते मौनम् एव मम उत्तरम् Silence is my answer to those who want to see me lose Dhnyvaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life lessons ये मां हानिम् द्रष्टुम् इच्छन्ति तेषां कृते मौनम् एव मम उत्तरम्
#Life lessons ये मां हानिम् द्रष्टुम् इच्छन्ति तेषां कृते मौनम् एव मम उत्तरम्
read moreMohan raj
जहां से सारे रास्ते बंद हो जाते हैं, वहीं से शिव कि भक्ति शुरू होती है जो आपको मुक्ति के मार्ग पर चलने के लिए आप को पेरित करता है Where all roads are closed, that is where devotion to Shiva begins which inspires you to follow the path of liberation Dhnyvaad Har Har Mahadev OM NAMAH SHIVAY ©Mohan raj #Life lessons shiv bhakti यतः सर्वे मार्गाः निरुद्धाः सन्ति, ततः शिवभक्तिः आरभ्यते यत् भवन्तं मुक्तिमार्गे गन्तुं प्रेरयति।
Life lessons shiv bhakti यतः सर्वे मार्गाः निरुद्धाः सन्ति, ततः शिवभक्तिः आरभ्यते यत् भवन्तं मुक्तिमार्गे गन्तुं प्रेरयति। #Bhakti
read moreGanesh joshi
White अपुत्राणां न सन्ति लोकाशुभा:। अर्थ : जिन दंपतियों को पुत्र की प्राप्ति नहीं होती है उन्हें लोक शुभ नहीं होते। ©Ganesh joshi #sad_shayari #अपुत्राणां न सन्ति लोकाशुभा:।#अर्थ : जिन #दंपतियों को #पुत्र की #प्राप्ति नहीं होती है उन्हें लोक #शुभ नहीं होते। #story #Syat
#sad_shayari #अपुत्राणां न सन्ति लोकाशुभा:।अर्थ : जिन #दंपतियों को #पुत्र की #प्राप्ति नहीं होती है उन्हें लोक #शुभ नहीं होते। #story Syat #Sanskrit #Syatus
read moreMohan raj
शिक्षा का अर्थ है, आपको इसे सही दिशा में प्रदान करना चाहिए जहां से आप उन लोगों कि मदद कर सकें जिन्हे एक सही गुरु की जरूरत है शिक्षायाः अर्थः अस्ति यत्, भवन्तः तत् सम्यक् दिशि प्रदातव्या यतः भवन्तः तेषां जनानां साहाय्यं कर्तुं शक्नुवन्ति येषां समीचीनगुरुस्य आवश्यकता वर्तते। The meaning of education is, you should provide it in the right direction from where you can help those people who need a right teacher Dhanyawad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons Motivational शिक्षायाः अर्थः अस्ति यत्, भवन्तः तत् सम्यक् दिशि प्रदातव्या यतः भवन्तः तेषां जनानां साहाय्यं कर्तुं शक्नुवन्ति य
Life Lessons Motivational शिक्षायाः अर्थः अस्ति यत्, भवन्तः तत् सम्यक् दिशि प्रदातव्या यतः भवन्तः तेषां जनानां साहाय्यं कर्तुं शक्नुवन्ति य
read moreएक अनमोल रिश्ता
"" Bapu kripa "" Gita jyanti, Way to jodiya 🚓🚓 गीताध्ययनशीलस्य प्राणायामपरस्य च । नेव सन्ति हि पापानि पूर्वजन्मकृतानि च..।। 🌷 ।। गीता ग
"" Bapu kripa "" Gita jyanti, Way to jodiya 🚓🚓 गीताध्ययनशीलस्य प्राणायामपरस्य च । नेव सन्ति हि पापानि पूर्वजन्मकृतानि च..।। 🌷 ।। गीता ग #nojotophoto
read moreAnchal Tiwari
ईश्वरः पाषाणे लभ्यते किन्तु मानवः मनुष्ये न लभ्यते। वयं ईश्वरं वदामः यत् भवता निर्मिते जगति भवतः किमपि किमर्थं न प्राप्नुमः।परन्तु किं वयं स्वयमेव तेषां सदृशाः भवितुम् अर्हति। पत्थर में ईश्वर मिल सकता है लेकिन मनुष्य में मनुष्य नहीं मिलता । हम ईश्वर से कहते हैं कि आप की बनाई इस दुनिया मे कोई आप सा क्यों नही मिलता, परंतु क्या हम खुद उनके जैसा बन पाते हैं। हर हर महादेव ❤️ ©Anchal Tiwari ईश्वरः पाषाणे लभ्यते किन्तु मानवः मनुष्ये न लभ्यते। वयं ईश्वरं वदामः यत् भवता निर्मिते जगति भवतः किमपि किमर्थं न प्राप्नुमः।परन्तु किं वयं स
ईश्वरः पाषाणे लभ्यते किन्तु मानवः मनुष्ये न लभ्यते। वयं ईश्वरं वदामः यत् भवता निर्मिते जगति भवतः किमपि किमर्थं न प्राप्नुमः।परन्तु किं वयं स #Thoughts #yqbaba #mahadev #yqdidi #Bholenath #Sanskrit #nojohindi #anchuuquotess #anchaltiwaripoetry #miraculousthoughts
read moreअशेष_शून्य
°_श्रीरुद्राष्टकं_° तुलसीदास कृत "शिव रुद्राष्टकम्" (रुद्र + अष्टक) रुद्र ( शिव) के आठ श्लोकों के समूह में से अष्टम् श्लोक -🌸 ______________🌷ॐ🌷______________ हे कल्याणकारी परमेश्वर ! हे परमपिता ! तुम्हें नमन _____________🌷🙏🌷______________ श्लोक ::- न जानामि योगं जप
______________🌷ॐ🌷______________ हे कल्याणकारी परमेश्वर ! हे परमपिता ! तुम्हें नमन _____________🌷🙏🌷______________ श्लोक ::- न जानामि योगं जप
read moreVishw Shanti Sanatan Seva Trust
हरिनाम-कीर्तनः कल्पतरू भगवन्नाम अनंत माधुर्य, ऐश्वर्य और सुख की खान है। नाम और नामी में अभिन्नता होती है। नाम-जप करने से जापक में नामी के
read moreDivyanshu Pathak
मय्यावेश्य मनो ये मां नित्य युक्त उपासते ! श्रद्धया परयोपेतारस्ते मे युक्तात्मा मताः !! : श्री कृष्ण कहते हैं कि जो श्रद्धायुक्त उपासक मेरे सगुण रूप की उपासना करते हैं वो मुझे अतिउत्तम लगते हैं । गी. अ. 12/02 : जो जीवात्मा अपनी इन्द्रियों को वश में किए मन बुद्धि को स्थिरकर ज्ञानयोग से मेरे निराकार स्वरूप की उपासना करते हैं वो मुझे ही प्राप्त होते है । गी. अ.-12/03-04 : अपने सभी कर्मों को मुझे अर्पितकर मेरे नामरूप का गुणगान करते हैं,उनका कल्याण भी मैं शीघ्र ही करता हूँ । गी. अ.- 12/06-07 एवं सततयुक्त ये भक्तास्त्वां पर्युपासते ! ये चाप्यक्षरमव्यक्तं तेषां के योगवित्तमाः !! : हे कृष्ण मुझे ये बताओ😊 किस तरह से आपको प्राप्त किया
एवं सततयुक्त ये भक्तास्त्वां पर्युपासते ! ये चाप्यक्षरमव्यक्तं तेषां के योगवित्तमाः !! : हे कृष्ण मुझे ये बताओ😊 किस तरह से आपको प्राप्त किया
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