Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शर्मीली गीत Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शर्मीली गीत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शर्मीली गीत.

Stories related to शर्मीली गीत

    LatestPopularVideo

RV Chittrangad Mishra

शर्मीली #DearZindagi

read more
#DearZindagi जब तुम्हारी शर्मीली निगाहें ऊपर उठेगी तो सामने आरवी को ही पाओगी

Love you Bewfa शर्मीली

RAHUL VERMA

तेरी शर्मीली होली

read more
रंगों का शोर फिज़ाओ में घुलने लगा …
आहिस्ता आहिस्ता मैं तेरे रंग में रंगने लगा...! तेरी शर्मीली होली

Vivek

# रंगीली आंखें # शर्मीली

read more

Naveen Mahajan

शर्मीली नज़म #NaveenMahajan #TumBinIshqNahi #poem

read more
'शर्मीली नज़म' 

भर-भर के आ रही हैं 
और छाए जा रही हैं 
नज़में तेरी ही जैसी 
शरमाए जा रही हैं। 

#NaveenMahajan शर्मीली नज़म
#NaveenMahajan 
#TumBinIshqNahi

Reeta Agrahari

#चुपचाप सी शर्मीली लड़की #

read more

Naveen Mahajan

शर्मीली सुबह #NaveenMahajan #TumBinIshqNahi #poem

read more
'शर्मीली सुबह' 

सुबह रात से खड़ी हुई है 
कुण्डी खटकाती हिचकाए 
तेरे जैसी शर्मीली है 
सोच रही है शरमाए 
खलल डालना गुस्ताखी है 
तू जाए तो वो आए। 

#NaveenMahajan शर्मीली सुबह 
#NaveenMahajan 
#TumBinIshqNahi

anil.gangwar.1994000

गीत के गीत

read more

Krishan Sharma

#गीत गीत लिखें... #कविता

read more

Kartik Pratap

आखिरी गीत #गीत

read more
जब रात ढले लिखना हो कोई गीत
तब मत लिखना अपने दिलदार को
लिख देना कोई नज़्म
जिसमे इंसान, इंसान ही नज़र आए
लिख देना अपनी सारी पर्तें खंगाल कर
कुछ अटरम-सटरम
बिखेर देना खुद को उस गीत में इस तरह
कि बस जैसे लिखा जा रहा हो
दुनिया का आखिरी गीत #NojotoQuote आखिरी गीत
#गीत

Dr Manju Juneja

फ़रवरी माह का ठिठुरता मौसम 
सात बजे घर से निकलना 
  उस दिन उसका साइंस का था प्रक्टिकल 
  तीनि सहेलियां वैसे तो जाती थी साथ 
पर उस दिन उनका कोई पेपर ना था 
वो शर्मीली नादान अल्हड़ सी लड़की 
जो नजरें  सदा थी झुका कर चलती 
नाइन्थ स्टंडर्ड मे थी जब वो पढ़ती 
पैदल घर से थी निकलती 
रास्ते मे ठीक मंदिर से पहले 
एक  नदी थी  पड़ती 
नदी से थोड़ी दूर पहले 
साईकल पर  एक शख़्श 
सवार था 
पास से गुजरा और पैरों में 
गुलाब के फूल डाल दिए 
ओर जाते हुए कहने लगा 
तौबा ये हुस्न और उस पर 
चढ़ता ये शबाब 
वो डरी सहमी उस दिन स्कूल में थी पहुंची 
रो रो कर उसका बुरा हाल था 
अकेले स्कूल में थी जाने से डरती 
आज जब वो बैठी होती है अकेली 
तो उस बात को याद कर ज़ोर ज़ोर से है हँसती 
एक वो ज़माना था एक ये ज़माना है 
आज भी कुछ कुछ वैसी है वो आज भी नही बदली

©Dr Manju Juneja #फरवरी_माह #शर्मीली #मौसम #गुलाब #कविता #नादान #ठिठुरता  #Poetry #हुस्न 
#OneSeason
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile