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White दिल में हर बात आज भी वही है ज़ाहिर है तुझ पे मेरा हक़ नहीं है देखते देखते यु मंज़र बदल गया तू मेरा होकर भी मेरा नहीं है। ©Ram Make #good_night कुमार विश्वास की कविता बारिश पर कविता प्रेम कविता
#good_night कुमार विश्वास की कविता बारिश पर कविता प्रेम कविता
read moreSangam Pipe Line Wala
White करें मेरी ख्वाईश पूरी बसी तुझमें दुनियाँ सारी दिल देकर दर्द मैंने लिया मेरी जान हैं तुझपर वारी.... एहसास तेरा नशीब मेरा लगे तू मुझे जान से प्यारी.... तेरा सपना करुँगा पूरा कभी रहेगा ना वो अधूरा तेरी ज़िद हैं मेरा वजूद अदा तेरी हैं जग से न्यारी... दिल करें तुझे मैं छुपालू साँसों के अंदर मैं बिठालू रोम रोम खील जाये मेरा तेरे आगे मेरी ख़ुशी हारी.... तेरे लिए मैं जान दे दूँगा तुझे खुदा से छीन लूँगा तुझ से संगम का आलम मेरा इश्क़ रखूँगा मैं जारी.... ©Sangam Pipe Line Wala #moon_day कविताएं प्रेम कविता कुमार विश्वास की कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता
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#outoflove प्यार पर कविता कविताएं हिंदी कविता प्रेम कविता कुमार विश्वास की कविता
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White तेरी जफ़ा को वफ़ा समझता रहा दिन डलता रहा और बिखरता रहा.... गर्दिश में छोड़ गयी तू अरमान थोड़ी कर दे मुझपर जान कुर्बान तू आगे आगे तेरे पीछे फिरता रहा.... तू लाख चाहे जितना मुझे आजमा तेरे कदमोंमें सारी खुशियाँ कर दूँ जमा तेरी आरजू के लिए आँसू बरसता रहा.... देख बहुत प्यारा लगे तेरा ये संसार खोज रहा हूँ मैं अपने जीने के सार अपने सुखों के महल को गिरता रहा.... अब कोई नेक नहीं लगता मुझे नग्मा बर्दाश्त ना हो मुझे वफ़ा का कोई सदमा तेरे दिए जख्मों को मैं खुद कुरेदता रहा..... ©Sangam Pipe Line Wala #love_shayari कविताएं कविता कुमार विश्वास की कविता प्रेम कविता प्यार पर कविता
#love_shayari कविताएं कविता कुमार विश्वास की कविता प्रेम कविता प्यार पर कविता
read moreRicha Dhar
White सूर्य अस्त होते ही एक चिराग हृदय में जगा लेती हूं बिस्तर पर जाते ही मैं अपने आप से मिल पाती हूँ बहुत से सवाल हैं अनसुलझे और पूछती हूँ और शब्दों के जाल में खुद ही फंस जाती हूँ मन के आईने में जब खुद का अस्तित्व देखती हूँ निराधार सा मैं खुद को पाती हूँ लोगों का वास्तविक अपनत्व तलाश क़रतीं हूँ मग़र हर जगह षणयंत्र का शिकार हो जाती हूँ प्रेम और अपनत्व की तलाश में भटकती रहती हूं आशा की बुझती हुई बाती बार बार जलाती हूँ टूटता हृदय अब किसपे भरोसा करे सोचती रहती हूं झूठे प्रेम,और दिखावे में खुद को घिरा पाती हूँ ©Richa Dhar #Sad_shayri प्रेम और अपनत्व
#Sad_shayri प्रेम और अपनत्व #कविता
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#poetryunplugged प्रेम कविता प्यार पर कविता कुमार विश्वास की कविता कविताएं कविताएं
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#love_shayari कुमार विश्वास की कविता हिंदी कविता प्रेम कविता प्यार पर कविता
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#outoflove हिंदी कविता प्रेम कविता प्यार पर कविता कविताएं कुमार विश्वास की कविता
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