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Stories related to भारतेन्दु हरिश्चंद्र के नाटक

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komal

भारतेन्दु हरिशचंद्र #कविता

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कमलेश

#भारतेन्दु हरिशंचंद्र #शायरी

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आ जाए न दिल आप का भी और किसी पर
देखो मिरी जाँ आँख लड़ाना नहीं अच्छा

©कमलेश #भारतेन्दु हरिशंचंद्र

Manav

Chintoo Choubey

जग के नाटक

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जग के नाटक देखे ऐसे,
ऐसे- ऐसे,जैसे-तैसे,
हर पल देखे भिन्न-भिन्न से,
कुछ नखराले कुछ निराले, 
पर हर एक मुखौटा ऐसा
ऐसा - ऐसा, जैसा तैसा,
कुछ की भूलभुलैया बातें,
कुछ की गोलमोल सी बातें,
कुछ पर ऐसा ढोंग धतूरा,
कुछ पर खाली नीम-करेला,
जग के नाटक देखे ऐसे,
ऐसे-ऐसे, जैसे-जैसे,
ढोंग का माखौल चढ़ा है,
उस पर शहद का लेप चढ़ा है,
प्यार प्रेम की बात नहीं है,
बेईमानों की सरकार बड़ी है,
उस पर करते तमाशा ऐसा,
ऐसा-ऐसा जैसा-तैसा,
एक और बात,जरा ध्यान से सुनना,
ये जो करते अपनापन,
नहीं है उसमें जरा भी दम,
खूब रोते गाते आएंगे,
अपनी अपनी ही गाएंगे,
सावधान!
बचना ऐसे लोगों से,
कैसे लोगों से?
ऐसे-ऐसे लोगों से, जैसे-तैसे लोगों से,

धन्यवाद! जग के नाटक

Brajesh Kumar Bebak

Ajay Tiwari

"प्रेम माधुरी' हरिश्चंद्र

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मुकुंद शर्मा

#JalFlute देवता - हरिश्चंद्र पाण्डे

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अज़नबी किताब

नाटक..

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नाटक.. 
रंगमंच... 
कलाकार... 
कला... 
दर्शक.. 
कुछ ऐसा हुआ, 
में रंगमंच पे खड़ी थी, 
और मेरी कला मेरा हाथ थामे |
दर्शक मेरी कला से मुझे पहचानते थे.. 
क्या खूब कला थी, 
खुदा की देख हुआ करती थी |
एक बार बोली बात, 
में जमी को ख़त्म हो ने पर भी निभाती थी, 
कला थी.. 
वचन निभाने की, 
नाटक बन गयी.. 
रंगमंच पे उस खुदा के, 
में आज एक कटपुतली बन गयी...
वचन निभाती नहीं, 
ऐसा सुना है मेने, 
दर्शकों से |
क्या कहु, 
कला खो गयी, 
पर ये कला उनके लिए कायम है,
जो सही में आज भी वचन को समझते है |
कला खुदा की देन होती है, 
खुदा भी ख़ुश होते होंगे मेरे वचन ना निभाने से.. 

-अज़नबी किताब नाटक..

Arora PR

नाटक #कविता

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Vrishali G

नाटक

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जीवनाच्या नाटकात
 सहभाग सगळ्यांचा असतो 
पण आपली भुमिका नाही वठली तर सारा तमाशा होऊन जातो नाटक
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