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Mumbai to pune

काशी विश्वेश्वर मंदिर आपला स्टेट्स #मराठीप्रेरक

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MiMi Flix

"रहस्यमय पर्वत की अद्भुत यात्रा" - वीरेंद्र और दीपा, दो साहसी भाई-बहन, एक ऐसे रहस्यमय पर्वत की ओर निकलते हैं जिसे अब तक कोई नहीं जीत सका। रा #वीडियो

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PRAMILA LALIT SHUKLA

#hindi_diwas मैं आजकल #कविताएं नहीं लिख पाता,#कहानिया लिख लेता हूँ। तुम भी तो अब चोटी नहीं बनाती, बस आनन-फानन में जूड़ा गूंथ लेती हो।।✍️✍️ #विचार

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White मैं आजकल कविताएं नहीं लिख पाता,कहानियाँ लिख लेता हूँ।
तुम भी तो अब चोटी नहीं बनाती, बस आनन-फानन में जूड़ा गूंथ लेती हो।।✍️✍️ "हिन्दी दिवस"✍️✍️

©PRAMILA LALIT SHUKLA #hindi_diwas मैं आजकल #कविताएं  नहीं लिख पाता,#कहानिया लिख लेता हूँ।
तुम भी तो अब चोटी नहीं बनाती, बस आनन-फानन में जूड़ा गूंथ लेती हो।।✍️✍️

SKgujjarchauhan

#काशी #कैलाश जो ना जा #पाया कोई #बात नहीं #बंदे #एसकेहरियाणा #शायरीदिलसेनिकलीहुई भक्ति गीत भक्ति भजन भक्ति वीडियो हर हर महादेव भक्ति गाना

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अदनासा-

विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳https://www.instagram.com/reel/C8rezAhvL3e/?igsh=YTJuYWVjdXB1aWE1 #हिंदी #कव्वाली #कलाकार #फ़नकार हबी #Instagram #पत्थर #वीडियो #काशी #काबा #अदनासा #हबीबपेंटर

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Nitish Kumar Mishra "योद्धा युग"

मस्तक शोभित जिसके चंद्र हैं जटाओं में विराजित जिसके गंग हैं, आभूषण जिसका सर्प, मुंड माल हैं स्थल उसका कैलाश पर्वत जों विशाल हैं वस्त्र जिसक #Hindi #Hindu #कविता #mahadev #sawan #Somnath #somnathMandir

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कुण्डलियाँ कंकर-कंकर में वही , शंकर जिनका नाम । देवों के वह देव हैं , घट-घट उनका धाम ।। घट-घट उनका धाम , वही देखो अविनाशी । #कविता

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White कुण्डलियाँ

कंकर-कंकर में वही , शंकर जिनका नाम ।
देवों के वह देव हैं , घट-घट उनका धाम ।।
घट-घट उनका धाम , वही देखो अविनाशी ।
नगर बसाये एक , नाम जिसका है काशी ।।
करो अर्घ्य स्वीकार, कहाँ हो हे शिवशंकर ।
हम तो जाने आप , बसे हो कंकर-कंकर ।।

भोले बाबा आज तो , आओ घर मजदूर ।
खोज-खोज हम थक गये , हुए आज मजबूर ।।
हुए आज मजबूर , कहाँ हो बाबा नन्दी ।
तुम बतलाओ आज , सोच क्या अपनी गन्दी ।।
हम तो उनके भक्त , नाम शिव-शिव ही बोले ।
पर हमसे ही रूष्ट , छुपे बैठे हैं भोले ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलियाँ


कंकर-कंकर में वही , शंकर जिनका नाम ।

देवों के वह देव हैं , घट-घट उनका धाम ।।

घट-घट उनका धाम , वही देखो अविनाशी ।

बेजुबान शायर shivkumar

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