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Alok
ऐ जो लगी है नफरत की आग देश में विश्व गुरु की पहचान यही है क्या? जो बज रहा है विदेशों में देश का डंका जलते हुए भारत की पहचान यही है क्या? नेहरू के विचारों से देश का विनाश हुआ था तो मणिपुर की हिंसा मोदी जी के विकास की पहचान है क्या? जो छप्पन इंच का सीना दो देशों के युद्ध को रोक रहा था वो अब अपने देश के हालात से अनजान है क्या? वो जो गिनाते थे दिन - रात विपक्ष की खामियां लोगों की हत्याओं पर अब बेजुबान हो गए हैं क्या? जो कहते है हमने त्यागें है अपने घर को कर्म के लिए महिलाओं का इज्जत भी न बचा सके बेशर्म हो गए हैं क्या? जिसके सत्ता में लोग जाति धर्म और मजहब के नाम पर लड़ रहे हैं उसके नए भारत की पहचान है यही है क्या? ©Alok Manipur #manipur
Manipur #Manipur
read moreAkash kumar
सबसे खतरनाक होता है उस कवि का मौन जो समंदर में इतना उतर गया हो कि जलती हुई मिट्टी आग तो देती है पर ताप नहीं ।। ©Akash kumar #Manipur
Sarita Malik Berwal
आज़ाद भारत में मणिपुर में हुई आज की घटना भारत की राजनीति और समाज दोनों के लिए शर्मनाक है। ©Sarita Malik Berwal #Manipur
BANGLE TIMES
মণিপুরে এসে পরিস্থিতি দেখুন, প্রধানমন্ত্রীর কাছে আর্জি জানাচ্ছি’, ইম্ফলে গিয়ে বললেন রাহুল গত বছরের মে মাসের গোড়ায় গোষ্ঠীহিংসা শুরুর পরে এই নিয়ে তৃতীয় বার বিজেপি শাসিত মণিপুরে গেলেন রাহুল। প্রথম বার গত বছরের জুন মাসে। দ্বিতীয় বার, চলতি বছরের জানুয়ারিতে। প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীর কাছে বার বার হিংসাবিধ্বস্ত মণিপুরের পরিস্থিতি পরিদর্শনে যাওয়ার অনুরোধ জানিয়েছেন তিনি। কিন্তু ব্যর্থ হয়েছেন। সোমবার উত্তর-পূর্বাঞ্চলের ওই রাজ্যে গিয়ে এমনই দাবি করলেন লোকসভার বিরোধী দলনেতা রাহুল গান্ধী। ইম্ফলে সাংবাদিক বৈঠকে তিনি বলেন, ‘‘আমি প্রধানমন্ত্রীর কাছে মণিপুরে এসে প্রকৃত পরিস্থিতি দেখার আর্জি জানাচ্ছি। ©BANGLE TIMES #Manipur
Brijesh Maurya
हम मान ही नहीं सकते कि मर्दों की भीड़ ने दो औरतों को निर्वस्त्र कर दिया, काश वहां एक भी मर्द होता। #Manipur ©Brijesh Maurya #Manipur
Vijay Vidrohi
मणिपुर में महिलाओं के साथ जो अभद्रता और अमानवीयता की गई है वह भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए शर्म की बात है। यह जातिवादी लोग बहन बेटियों के साथ लिंग आधारित भेदभाव और अत्याचार कर भारत की छवि दुनिया में धूमिल करते हैं भारत के लोगों को इसे समझना होगा और इस जातिवाद की समस्या को दूर करने के एकजुट होना होगा। हम इस घटना की जितनी भी निंदा हो सके वो कम है और इसके जिम्मेदार उन हरा... मेरे पास शब्द नहीं है जो उनकी भर्तस्ना कर सके। उनको कठोर से कठोर सजा दी जाए। ©Vijay Vidrohi #Manipur
Thakur Rajan Singh
द्रौपदी चीरहरण और मणिपुर चीर हरण धृतराष्ट्र की महासभा ...... विराजमान सभी विद्वान , ज्ञानी , ऋषि , महाऋषि चुप चाप लज्जा से भरे , शांति पूर्वक द्रौपदी के चीरहरण को निहार रहे थे...... द्रौपदी के सवालों का उत्तर न ही गंगापुत्र भीष्म के पास था न ही , द्रोणाचार्य के पास और न ही कृपाचार्य के पास...... सबसे ज़्यादा मूक इस सभा का अंधा राजा धृतराष्ट्र था , जिसका सम्पूर्ण योगदान द्रौपदी के चीरहरण में था .... अंधे धृतराष्ट्र के कहने पे सभा भंग भी हो सकती थी और चीरहरण होने से रुक भी सकता था...द्रौपदी चीरहरण की जिम्मेदार धृतराष्ट्र की पूरी सभा थी जो पाप होता देख मुकता धारण किए हुए थी.... विदुर सिर्फ़ चीख रहे थे और अंधे राजा से रोकने की मांग कर रहे थे मगर अंधे राजा ने पुत्रमोह में सब होने दिया ...... बाद में महाभारत के युद्ध में वो सभी लोग मारे गए जो द्रोपदी चीर हरण पे चुप थे.... यही कहानी अब के हिंदुस्तान में भी दोहराई जा रही है.... देश के माननीय प्रधानमंत्री और धृतराष्ट्र में तनिक भी अंतर नहीं है .... वो भी अंधे और मुक थे ये भी मानसिक अंधे और मूक हैं..... इनकी सभा के सभी मंत्री मूक धारण किए मणिपुर में होने वाले हर चीर हरण को देख रहे हैं ...... और यहां पे भी हर द्रौपदी मदद की गुहार नरेंद्र मोदी नामक धृतराष्ट्र से मांग रही है.... और ये चुप चाप दिखावटी लज्जा के साथ इसमें भी सियासत कर रहे हैं..... इसमें विदुर का कार्य माननीय मुख्य न्यायाधीश धनंजय यशवंत चंद्रचूर्ण कर रहे हैं..... कभी कभी तो ये डर लगता है कि सरकारें हिंदुस्तान में जिस तरह से महिलाओं की यौन शौषण की संखाएं बढ़ रही है और पूरा देश तमाशाइयों की तरह चुप है.... ऐसे में कभी कभी ये डर लगता है कि कहीं अगर हिंदुस्तान में ऐसे ही होता रहा तो एक रोज़ सरकारें बलात्कार को कहीं जायज़ न ठहरा दें और फ़िर हिंदुस्तान में लोग बलात्कार दिवस मनाने लग जाएं ...... आने वाले समय में जब कोई इतिहासकार हिंदुस्तान का इतिहास लिखेगा तो उसमें ये ज़रूर लिखेगा . ... कि हिंदुस्तान कल्पनाओं और अखबारों की सुर्खियों में ही सिर्फ़ महान था ...... वास्तव में हिंदुस्तान एक बुजदिल लोगों का बुजदिल मुल्क था..... जहां पर सब तमाशाई थे ..... .राजा भी और प्रजा भी...... : राजन सिंह 🥺🥺 ... ©Thakur Rajan Singh #manipur...