Find the Latest Status about सुखना झील from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सुखना झील.
Kulbhushan Arora
ब्लैक बोर्ड.. चाक और शिक्षक शब्द रहस्य से हैं भरे, ज्ञान की बाते हैं करते, शिक्षक के दिल से निकलते, रहस्य की गांठ खोल चलते, शब्दों के अर्थ समझ कर, हम सब उन्हें उपयोग में लाते, अर्थों के मध्य से हम सब, परीक्षा का भंवर पर कर पाते, भंवर के उस पार जो जीवन है, उस जीवन के संघर्ष में हम सब, सब कठिनाइयों को हराते शिक्षक को नमन है 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 मेरे जीवन के बेस्ट टीचर को समर्पित *मेरे नाना जी* कठिनाइयों से भरे जीवन को कैसे सहजता से जीना चाहिए, इससे बड़ा सबक और क्या हो सकता है? नाना
मेरे जीवन के बेस्ट टीचर को समर्पित *मेरे नाना जी* कठिनाइयों से भरे जीवन को कैसे सहजता से जीना चाहिए, इससे बड़ा सबक और क्या हो सकता है? नाना
read moreKulbhushan Arora
मेरे दो स्पष्टीकरण, अगर इसको बिना पढ़े लाइक किया मुझसे बुरा कोई ना होगा 😠😡😠😡😠 फिर न कहना हमें बताया नहीं😂😂😂😂 कुछ मांगने से पहले मेरे दो स्पष्टीकरण 🙏🏼🙏🏼 इससे पहले कि कुछ मांगू, दो सपष्टिकरण देना मैं अपना कर्त्तव्य समझता हूं। पहला स्पष्टीकरण कि मैं सब
कुछ मांगने से पहले मेरे दो स्पष्टीकरण 🙏🏼🙏🏼 इससे पहले कि कुछ मांगू, दो सपष्टिकरण देना मैं अपना कर्त्तव्य समझता हूं। पहला स्पष्टीकरण कि मैं सब
read moremanju sharma
झील सी तेरी नीली आंखों में डुब जाने दे मुझको की इनकी गहराइयों में खोना चाहता हूं मैं थक गया हूं जमाने के सामने मै कुछ देर तेरे पहलूं में सोना चाहता हूं मैं झील
झील
read moreKalapana Singh Foujdar
तुम झील तो मैं कोई साहिल हूँ, तुम्हारी इसी अदा की तो मे कायल हू!!शांत रहकर तुने सब कुछ जाना हे!!मेने भी सुनाया तुज़्ह्को एक फ़साना हे!!मंजिल हू मे तुने अभी तक न ये जाना हे!!गहराई कितनी भी हो तेरी!!साहिल हू मे किनारे तक तो तुज़्हे आना हे!!तुम झील हो तो मे साहिल हू ये अभी तक न तुने जाना हे!!!!!! #झील
priyanshu Mani tripathi 🌹
तुम झील तो मैं कोई साहिल हूँ, तुम झील तो मै कोई साहिल हू और अगर तू चांद है तो मैं चांदनी बस साया बनके हू अभी तेरा और पूरे जिंदगी भर रहना चाहता हूं तेरे साथ ही #झील
डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)
Ajay Chaurasiya
सुनो, इस झील ने बड़ी गहराई से तुम्हारी यादें संभाल रखी है, मैं जब भी यहां आता हूं, ऐसा लगता है तुम साथ हो, शहर के शोर से बोहोत दूर, एकांत की शांति सी हो तुम, झील की मंद तरंगों से होकर हवा जब जब छूकर गुजरती है मुझे, ऐसा लगता है सपर्श है तुम्हारा, तुम्हारा सपर्श अवगत कराता है उपस्तिथि तुम्हारी, परंतु यह झील और मैं दोनों जानते है नहीं हों तुम... ©Ajay Chaurasiya #झील
Vivek
गुफ्तगू उसकी नज़र नज़ाकत उसका लहज़ा इश्क़ का झरना है कभी कभी खुशियों की झील है...!!! ©Vivek # झील
# झील
read more