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neelu
White सीखने का सबसे बेहतर तरीका क्या है दिया जलाने का सबसे बेहतर तरीका क्या है ©neelu #happy_diwali #दिया #जलाने का #सबसे #बेहतर #बेहतरीन #तरीका #क्या है
Satish Kumar Meena
White मैं अपना आशियाना ढूंढता हूं और मुझे आसमान की तलहटी पर एक पेड़ के नीचे प्रकृति की गोद में अपना घर मिल भी गया, ये प्रकृति का अनूठा नियम है। ©Satish Kumar Meena अनूठा नियम
अनूठा नियम
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} उन लोगों के सामने खुश रहिये, जो आपको पसंद नहीं करते, उन्हें जलाने के लिए काफी है!! जय श्री राधेकृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} उन लोगों के सामने खुश रहिये, जो आपको पसंद नहीं करते, उन्हें जलाने के लिए काफी है!! जय श्री राधेकृष्ण जी।
#sad_quotes {Bolo Ji Radhey Radhey} उन लोगों के सामने खुश रहिये, जो आपको पसंद नहीं करते, उन्हें जलाने के लिए काफी है!! जय श्री राधेकृष्ण जी।
read moreSarvesh kumar kashyap
🔥 मिट्टी के दीपक सा है..🤔 #viral #Motivational #Skk_motivator #Trending #Emotional #Zindagi #RadheGovinda
read morepuja udeshi
#pujaudeshi Vaibhav Harsh Saxena शाकिर Shakir mahesh KRISHNA कवि आलोक मिश्र "दीपक"
read moreKesh Karan nishad
पूरे ब्रह्मांड में जुबान ही एक ऐसी चीज है जहां विष और अमृत दोनों एक साथ रहते हैं ©Kesh Karan nishad ##प्रकृति का नियम##
##प्रकृति का नियम##
read moreबाबा ब्राऊनबियर्ड
जिनकी जिंदगी में सब उनके अनुरूप चला, वो नास्तिक कहलाए। "मै" बड़ा है उनके लिए। जो संघर्ष के बावजूद तमाम ना हासिल कर पाए वो आस्तिक कहलाए। दोष रोपण के लिए ईश्वर को तलाश लिया। ओर दोनों ही लगभग निरर्थक हैं or मूल से दूर हैं। ©बाबा ब्राऊनबियर्ड ज्यादा चक्र म मत पड़ो, सामाजिक नियम और मानविक नियम बिल्कुल अलग हैं। 🙏
ज्यादा चक्र म मत पड़ो, सामाजिक नियम और मानविक नियम बिल्कुल अलग हैं। 🙏
read moreShashi Bhushan Mishra
अमावस हो रात फिर दीपक जलाने का, समय हो प्रतिकूल कान्हा को बुलाने का, मन लगा गोपाल में तन हो गया गोकुल, बस यही तरक़ीब है दुनिया भुलाने का, मिला खेवनहार दरिया पार कर लूँगा, ज़िस्म में ताकत नहीं गोता लगाने का, पुराने ज़ख़्मों को बे-मतलब कुरेदो मत, जो नहीं अपना उसे फ़िर भूल जाने का, जन्म से आखिर तक संघर्ष का आलम, बांसुरी की तान पर झूला झुलाने का, ज्ञान के पानी से बुझती प्यास जन्मों की, हृदय है प्यासा उसे पानी पिलाने का, बात जिसकी समझ में है आ गई 'गुंजन', मिल गया अवसर उसे भवपार जाने का, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ॰प्र॰ ©Shashi Bhushan Mishra #दीपक जलाने का#
#दीपक जलाने का#
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