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Prachi Sharma
अगर मुमकीन हुआ तो वो बीज बोऊंगी, की सात आसमान तक, उसकी छवि, छांव, छनक, चहक, सब असीम, निवृत्ति बाद, चाय की सुड़क, और थोड़ा नीला नीला सा धूप, उड़-उड़, लाएं, पूरे शीत लहर तक, मेरे घर-आंगन रखेंगे गर्माये कर्जदार पंख रंगीले, ऐसे मेरे ख्याली लुत्फ, और कहां तेरी दीवानगी, इस पेड़ को काटने की कहती हैं! ©Prachi Sharma poem Hindi poem
poem Hindi poem #कविता
read moreVAniya writer *
एक खुबसुरत ख़्याल हो तुम एक डरावनी सच्चाई हो तुम भूतकाल की गलती हो तुम भविष्य की मुत्यु हो तुम एक मिठा सा एहसास हो तुम एक कड़वे जिव्हा के राजा हो तुम शरीर को मेरे लगा जहर हो तुम मन को मारने वाला रावण हो तुम एक तुफान से भरा सच हो तुम एक लहरों से भरी बाढ़ हो तुम आत्मा को चुराने वाले चोर हो तुम जीवन को काला बनाने वाले शैतान हो तुम ©VAniya writer * #poem #Hindi #poem #VantinesDay
Varsha Kapkoti
आज एक लड़की पूछ रही है- नवरात्री के नौ दिन तो पूज लिया तुमने बेटियो को पर क्या तुम बदल पाए उनकी परिस्थितियो को.... नही चाहिए तुम्हारी खोखली सोच और पाखंड नवरात्री को। बस इज्जत और सुरक्षा दिला दो हर रात्री को...... जिससे हम भी छू सके बिना डरे हर उचाईयो को....... #girls situation#life#protection#poem#navratri#by varsha
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read morenita kumari
दिल के टुकड़े हुए हज़ार कुछ यूं बिखरे जज़्बात है,, यकीन किस पर करें यहां हर कोई गुनाहगार है ।। ©nita kumari #poem #Hindi
Gyan Bdr Adhikari
(कर्म ही पेहेचान) (क) बिना कर्म से कोई महान नहीं होता खुद से ही है हमको जिवन भर आस्था, जिवन एक संघम है सुख दु:खका सबसे प्यारे हैं जावन किशान देशका ।। (ख) आज़ादी का झंडा लेहेरायेगे जिंदगी भर होश जोश से सजायेगे सुंदर सा घर , इतिहास लिखगये वीर जवानों ने हरि- आलि से खेत सजाये किसानों ने ।। ( ग) संस्कार में श्रेष्ठ है भारत देश कर्मयोगी का सागर है हमारा देश, किरण की प्रकाश से भी तेज है भारत देशका ज्ञान ऋक वेद से सृष्टि हुआ विज्ञान ।। 29/12/22 नाम:- ज्ञान बहादुर अधिकारी गांव:- नेपाली पथार जिला:- विश्वनाथ (असम ) भारत ©Gyan Adhikari Hindi Poem
Hindi Poem #Shayari
read moreDhawal
ou, जो तुम चले गए, तो यह ख्याल भी अब चुप रहते हैं , कलम उठती है लिखने को , पर कागज कोरे के कोरे रहते हैं | -sasta writer ©Dhawal #poem #Hindi