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Stories related to self composed poem on nature

@krishn_ratii (Astrologer)

White सर्द हवाओं ने फिर से छुई धरती
कोमल घटाओं में फिर से भरी मस्ती
ओढ़ ली चादर हुई अंबर से घिरी धरती
घटाओं में फिर से उमड़ी है सर्द कल की
चलो लेकर चले इनको
ज़हां हर शय निराली हो
हरी हो धरा सारी
अम्बर पर छाई लाली हो

©@krishn_ratii (Astrologer) #Nature #Love #Poetry #poem #Nojoto #viral #Trending

Akash A

#Self

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White “Life is really simple, but we insist on making it complicated.”

©Akash A #Self

Pearl Prachi

self love on priority #self_respect #self_love #Love #Relationship #fairy #status

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Fairies don't need a heaven ,
 they create heaven ,
wherever they step.

©Pearl Prachi self love on priority 
#self_respect #self_love #Love #Relationship #fairy #status

Deeksha Pilania

#standard is self built #motivationalquotes motivational thoughts on life

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What is more important,
your standard of living or living a life with standards.....?

©Deeksha Pilania #standard is self built #motivationalquotes  motivational thoughts on life

Praveen Raj

nature 🌾🌴 wquotes on love

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Prerana"Yukta"

#Self

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सभी तुम्हें अपने इच्छा अनुसार परखने की कोशिश करेंगे 
तुम वही रहना जो तुम हो 
संसार ने परमात्मा को भी बाटा हुवा है
और तुम अपेक्षा करते हो की वे तुम्हारा मूल होना स्वीकार करेंगे ?
प्रति एक व्यक्ति तुम्हें अपने अनुसार चलने को बाध्य करता है 
अपने विचारों से स्वतंत्र होना तुम्हारे लिए अनिवार्य है
तुम्हें कोन क्या जानता है ! क्या समझता है !
ये कितना बड़ा प्रश्न है? की जो मनुष्य अभी स्वयं को नही जानता वो तुम्हें बताता है तुम क्या हो 
तो सहज रहे अपने आप पर प्रश्न और अपने प्रश्न के उत्तर स्वयं दे संसार का एक मात्र औचित्य तुम्हें भटकाना है 
तुम्हारे अतिरिक्त तुम्हें कोई अन्य नहीं जानता 
तो अपने आंतरिक सुख का अनुभव करे ......✍️
                   प्रेरणा युक्ता

©Prerana"Yukta" #self

Prerana"Yukta"

#Self

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भटकते भटकते एक दिन मैं खुद से जा मिली, 
देखा खुद को अनकहे घाव के निसानो में,
कुछ प्रश्न और उनके जवाबो मे,
राहों के पते से, अनजान पड़ावों मे,
भटकते भटकते एक दिन मैं खुद से जा मिली ।

कुछ अनकहे किताब के पन्नों मे,
कुछ खिलौनों कुछ गुड़ियों की पोशाकों में,
हल्की सी मुस्कान और आखों की नमी मे,
जैसे कई कहानियों के नैतिक जवाबों में, 
भटकते भटकते एक दिन मैं खुद से जा मिली ।

किसी नदी के किनारे हवाओ के बहावो में,
ऊंचे पहाड़ों के धारों में, 
वसंत के फूलों में,
बारिश की बूंदों में ,
अकेले किसी ओर पर किसी छोर पर नजर के नजारो में,
भटकते भटकते एक दिन मैं खुद से जा मिली ।
                               प्रेरणा युक्ता

©Prerana"Yukta" #self

Schizology

Save nature #Save #Nature poem✍🧡🧡💛 poetry in english

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Save nature


I love animals, I love nature
I love the flowers, all are so pure

Wild and chaotic, untamed and free
No rules, but natures and they agree

No concrete around, no traffic to fear
It's all so calm, the air is clear

Rivers flow by, and there's lakes
Mountains nearby, the view is great

Where plants flourish, the trees belong
The bright sun, shines all day long

The soil is fertile, fields are green
Insects are abundant, various streams

It's so horrible, that we take it away
Nowhere to go, the animals have no say

Homes are destroyed, food can't be found
They must relocate, or end up underground

If a wild animal comes, asking for a meal
Please be friendly, because how would you feel?

©Schizology Save nature

#Save #Nature #poem✍🧡🧡💛  poetry in english

Alphy

मेरे ख़यालात.. (Jai Pathak)

#poem hindi poetry on life

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