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neelu
White सिर्फ मिट्टी का क1म नहीं है अपना रक्षण करना यह हमारा भी परम कर्तव्य है कि हम मिट्टी की रक्षा करे .... और यह बात यहां मिट्टी के लिए नहीं थी ©neelu #good_night और यह #बात यहां #मिट्टी के #लिए #नहीं थी
#good_night और यह #बात यहां #मिट्टी के #लिए #नहीं थी
read moredeepak sharma
साँप के आलिंगनों में मौन चंदन तन पड़े हैं सेज के सपनों भरे कुछ फूल मुर्दों पर चढ़े हैं ----------------------------- स्वप्न के शव पर खड़े हो माँग भरती हैं प्रथाएँ कंगनों से तोड़ हीरा खा रहीं कितनी व्यथाएँ ------------------------------- जो समर्पण ही नहीं हैं वे समर्पण भी हुए हैं देह सब जूठी पड़ी है प्राण फिर भी अनछुए हैं - भारत भूषण ©deepak sharma कल के पर्व की स्टेटस और स्टोरीज देखकर भारत भूषण जी कविता के कुछ अंश 😄🤪
कल के पर्व की स्टेटस और स्टोरीज देखकर भारत भूषण जी कविता के कुछ अंश 😄🤪
read moreMukesh Poonia
बीज की तरह होते हैं विचार, जैसा बीज बोओगे वैसा ही फल मिलेगा . ©Mukesh Poonia #Flower #बीज की तरह होते हैं #विचार, जैसा #बीज बोओगे वैसा ही #फल मिलेगा नये अच्छे विचार आज का विचार नये अच्छे विचार बेस्ट सुविचार अनमोल विचा
Flower बीज की तरह होते हैं विचार, जैसा बीज बोओगे वैसा ही फल मिलेगा नये अच्छे विचार आज का विचार नये अच्छे विचार बेस्ट सुविचार अनमोल विचा
read moreSk
White उम्मीद और विश्वास का छोटा सा बीज, खुशियों के विशाल फलों से बेहतर और शक्तिशाली है ©Sk उम्मीद और विश्वास का छोटा सा बीज, खुशियों के विशाल फलों से बेहतर और शक्तिशाली है
उम्मीद और विश्वास का छोटा सा बीज, खुशियों के विशाल फलों से बेहतर और शक्तिशाली है
read moreVinod Mishra
M R Mehata(रानिसीगं )
White जय माता दी 🌼🌼🌼 किसी ने आपको टाईम पास के लिए ही अपनाया है तो ये उसकी इच्छा है आप जबरन उसके दिल में जगह नहीं बना पायेगे, उल्टा जब भी आप ऐसा प्रयास करेंगे तो रोने के अलावा और कुछ ना पायेगे....... 😪😪💔 ©M R Mehata(रानिसीगं ) #good_night रोने के अलावा और कुछ भी ना
#good_night रोने के अलावा और कुछ भी ना
read moreShashi Bhushan Mishra
White थोड़ा मैं सोना चाहूँगा, स्वप्न बीज बोना चाहूँगा, उम्र क़ैद से मिली रिहाई, तेरा मैं होना चाहूँगा, काँधे पर सिर रखके पारो, जी भरकर रोना चाहूँगा, अंग संग होकर प्रेमी के, मैं ख़ुद को खोना चाहूँगा, महाकुंभ में पाप जहां का, गंगा में धोना चाहूँगा, नफ़रत की दीवार तोड़कर, दिल में इक कोना चाहूँगा, कजरारे नैनों का 'गुंजन', फिर जादू-टोना चाहूँगा, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' समस्तीपुर बिहार ©Shashi Bhushan Mishra #स्वप्न बीज बोना चाहूँगा#
#स्वप्न बीज बोना चाहूँगा#
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