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Ram Prakash
White बादशाहों को फकीरों की तरह इश्क में नंगे पाव चलते देखा है ©Ram Prakash #good_night इश्क
#good_night इश्क
read moreGurwinder Dhillon
White कभी होता नहीं मुकम्मल सफर महुब्बत की राहों का कितने ही अशीक हो गये फना इस इश्क़ की राहों पर ©Gurwinder Dhillon #इश्क
kavi Dinesh kumar Bharti
टीका बन गया रोग ©kavi Dinesh kumar #टीका बन गया रोग कविता
#टीका बन गया रोग कविता
read moreLalita Kumari
White वो जीत कर मुस्कुराते है और हम हार कर। मुस्कुराने की वजह पूछते है जब वो। तब कहते है हम, ऐ मुसाफिर तो ईश्क में हार के देख तू जीतना भूल जायेगा,भले आदत तो तुझे जीतने की तू हार कर भी मुस्कुराएगा। ©Lalita Kumari #sad_quotes इश्क
#sad_quotes इश्क
read moreAnuj Ray
तुम्हारा इश्क़ ही पूजा है मेरे मंदिर की, और तुम्हारे ख़्वाब हैं मेरी जन्नत का नज़ारा। सब गवारा है मुझे मेरे इश्क़ की खातिर, सारी दुनिया में मुझे एक मेरा महबूब ही प्यारा। ©Anuj Ray # तुम्हारा इश्क"
# तुम्हारा इश्क"
read morerahulyadav_0ah
White थोड़ा थोड़ा करके बहुत ज्यादा करीब हो गया हु तुमसे ©rahulyadav_0ah इश्क
इश्क
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी मन के संचित भावो ने ही आवरण भव भवो के ओड़े है आकुल व्याकुल हर्ष विषाद में अनजाने पापो के पाप आत्मा में जोड़े है करो चिकित्सा इनकी अब दस दिन दसधर्म को प्रगटाओ एक एक धर्म का सार समझो बोधिसत्व चेतना तक पहुँचायो कैम्प समझो आत्मशुद्धि का दस दिन विकारों को दूर भगाये सत्य शौच संयम त्याग तपस्या और व्रतों से मुक्तिपथ अपनाकर जन्म मरण का रोग भगाये प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Buddha_purnima जन्म मरण के रोग भगाये #nojotohindi
#Buddha_purnima जन्म मरण के रोग भगाये #nojotohindi
read moreHeer
रोग ऐसा रोग लगा मुझे की, अब नहीं दिखता कोई अपना, जकड़ा मुझको इसने ऐसे की, रहा न कोई अपना। छाया अब घनघोर अंधेरा, कैसी दुविधा है आई, चारो ओर उदासी है लाई, इंतजार जीवन भर पाया। चेहरे पर खुशी नहीं अब, ऐसा साल आया अब, पैसे रहा न अपने रहे,रहा न कोई अपना। शुरुआत में लगा मुझे भी, सलामत घर को लौट जाऊंगा, सब कुछ ठीक फिर हो जायेगा,पहले जैसा बन जायेगा। लेकिन फिर अचानक से, इस बीमारी ने अपना रंग दिखाई, दिखाया मुझको फिर आइना, मुझसे मेरी पहचान कराई। अब पूछते है एक दूसरे से, कब होगा सब पहले जैसा, कब तक रहेगा सब ऐसा, हर सुबह करते है अब सब, सवाल नए एक दूसरे से। कही ऐसा न हो जाए, उड़ जाए पंछी अकेला, रह जाए बस खाली पिंजरा, समझ आया जब रोग ये लगा, रहा न कोई अपना। Alfazii 🖊️💙 ©Heer #रोग
Bajinder Thakur
वह जो दिल के करीब थी उसके पत्थर भी फूल थे थाने जाकर पता लगा इश्क के भी असूल थे ©Bajinder Thakur इश्क
इश्क
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