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F M POETRY
White इक सितारा है जो दिन में भी नज़र आता है.. इतनी पुरजोर चमक तेरे सिवा है किसमे.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #इक सितारा है जो दिन में भी नज़र आता है.....
#इक सितारा है जो दिन में भी नज़र आता है.....
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White फायदा क्या है उन बातों का जो हम.... जो हम कहने के लिए भी नहीं कहते हैं ©neelu #life_quotes जो #हम #कहने के लिए #भी #नहीं #कहते हैं
krishnkant
White जो किया इश्क तुमसे वो सच्चा था दिल भी क्या करे कमबख्त बच्चा था हमें अपना न समझो तुम कोई बात नहीं कभी लेते हाल इंसान समझ कर तो अच्छा था ©krishnkant सब ठीक है 🥀 जो भी है
सब ठीक है 🥀 जो भी है
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White जो दो कदम चल सकते हैं वह चार कदम भी चल सकते हैं जो चार कदम चल सकते हैं वह क्या 8 कदम भी चल सकते हैं ©neelu #GoodMorning जो दो #कदम #चल सकते हैं वह #चार कदम भी चल सकते हैं जो #चार कदम चल सकते हैं वह क्या 8 कदम भी #चल सकते हैं
neelu
White गर्मी भी बहुत ज्यादा थी बारिश भी बहुत ज्यादा थी मतलब सर्दी भी..... ©neelu #good_night #गर्मी भी बहुत #ज्यादा थी #बारिश भी #बहुत ज्यादा थी मतलब #सर्दी भी.....
Nehu Dee.kalam
White किसी ऐंसें व्यक्ति को अलविदा कहना बहुत कष्टकारी होता है ,,, जिसे हम हमेंशा अपने साथ देखना चाहते हैं......... लेकिन उससे भी कष्टदायक है ,, किसी को रुकने के लिए कहना.... जबकि हमें हो पता है की ,वो जाना चाहता है। ।।। ©Nehu Dee.kalam #वो #एक #मेरा ,, जो मेरा ना होकर भी सिर्फ मेरा है।।।
ranjit Kumar rathour
थी एक दोस्त (दीपा ) ************* किसकी बात कर रही हो अरे यार दोस्त के बारे ऐसा नहीं कहते हा यही तो दुख हैँ अब दीपा नहीं रही... सन्न थे ग्रुप के सभी दोस्त सहेलियां थे हम बचपन से जवानी तक साथ रहे है हम फिर अपनी दुनिया मे गुम रोज घर परिवार पुराने दिनों के किस्से कहानिया थोड़ी मस्ती और शरारत और फिर एक दिन डरा देने वाली खबर किसी ने लिखा पता है अपनी शैतान बीमार है वो बड़ी परेशानी मे है हम पांच सहेलियों मे से एक सबने दुआएं कि बोला यार तू घबराना मत हिम्मत रखना डार्लिंग! तू तो हम सबकी जान है तुझे कुछ नहीं होगा लेकिन एक दर्द उभरा चंद दिन पहले लिखा नहीं डिअर अब मेरा समय करीब है और फिर एक सितम्बर आज़ ही के दिन दीपा मेरी जान! हम सबकी पावर हाउस हर बात पर मस्ती शरारत का कोई मौका नहीं छोड़ती नाम भी कितना सुंदर दीपा.. जिसकी जलना ही नियति थी याकायाक बुझ गयी... दोस्त क़ो स्नेह भरा आलिंगन काश! हम सब साथ होते और एक बार फिर गले मिलते एक तस्वीर तेरी पसंद से खिचवाते हा! नियति ने मुझे तुमसे चंद दिन पहले मिलने का मौका दिया था मैं भाग्यशाली हूं.. अपने यार को मिल पाया तू जहाँ भी रहेगी दमकती रहेगी हा हम सारे दोस्त तुम्हे मिस करेँगे हा तुझे..मुझे अपने घर लाने का वादा अधूरा रहा गया माफ़ी चाहती हूं लेकिन तेरी हर बात न्यारी थी यार तू हमारी प्यारी दोस्त थी..सदा रहोगी मगर एक शिकायत ऊपर वाले से इतनी जल्दी भी क्या थी अभी तो दीपा क़ो काफ़ी कुछ सवारना था बाबू के जीवन मे उजाला भरना था ये तेरा न्याय ठीक नहीं.. और भगवान आपसे एक मिन्नत है मेरी ही नहीं हमारी जान क़ो अपने चरणों मे जगह देना बहुत प्यारी है वो हा बहुत प्यारी है तुझे इस कदर लिखना अच्छा नहीं लगता और अब इतनी हिम्मत नहीं कि तुझे और लिख पाऊं... अश्रुपूरित नयन, बेकल मन से तुझे नमन करती। हुँ 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏🙏 ©ranjit Kumar rathour एक थी दोस्त (दीपा )
एक थी दोस्त (दीपा )
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