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Stories related to लिखता हूं तुम गवाही दो

Dalip Kumar 'Deep'

लव शायरी खूबसूरत दो लाइन शायरी ✍🏿🍂🍂महोब्बत तो तुम से🙂🥀🥀

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chahat

मुस्करा देती हूं

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White  अपने आंसुओ को,छिपाने मुस्करा देती हूं।
दिल में चुभती कोई बात,उसे छिपा लेती हूं।।
किसी का दर्द ना बनूँ,सबको विश्वास बना लेती हूं।
टूट जाती हूं कांच सी,बिखर के फिर सिमट जाती हूं।।
कोई राह नहीं क्युकी,इसलिए बस निभाती हूँ।
अपनी मंजिल तो पता है,पर ठहर जाती हूं।।
ठहर जाती क्युकी कर्तव्यों से, बंधा पाती हूं।
में वो डोर हूं,जो बस काट दी जाती हूं।।
कभी अच्छी कभी बुरी की परिभाषा बन जाती हूं।
कभी बातों में कभी सोच में लिख दी जाती हूं।।
मैं कहाँ खुद को खुद सा पाती हूं। 
अनपढ़ सी मै कहाँ किसी को पढ़ पाती हूं।
शिल्पी हूं खुद मूर्ती बन गढ़ दी जाती हूं।
आकार देकर कल्पनाओ का रंग दी जाती हूं।।  
                    शिल्पी जैन सतना

©chahat मुस्करा देती हूं

Parasram Arora

दो छोर

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White माना कि दो अलग
 अलग चोरो पर. हैँ 
कल्पना  और  यथार्थ 

तुम्हे ध्यान देना पढ़ेगा. कि 
कहीं तुमारी
कल्पना
 यथार्थ बनने की 
कशिश न करने लगे

©Parasram Arora दो  छोर

s गोल्डी

मैं मोहब्बत के अलावा कुछ नहीं करता हूं और, क्यों हमेशा पूछते हो और क्या करते हो तुम ।

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मैं मोहब्बत के अलावा कुछ नहीं करता हूं और,
क्यों  हमेशा  पूछते हो  और क्या करते हो तुम ।

©s गोल्डी मैं मोहब्बत के अलावा कुछ नहीं करता हूं और,
क्यों  हमेशा  पूछते हो  और क्या करते हो तुम ।

हिमांशु Kulshreshtha

तुम...

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White मेरे जीवन में फूल-फूल,
तेरे मन में कलियाँ-कलियाँ
रेशमी शरम में सिमट चलीं,
रंगीन रात की अठखेलियाँ
चंदा डूबे, सूरज उगता,
अल्फाजों से प्रेम रचता हूँ
पढ़ती हो तुम कविता मेरी ,
मैं कविता में तुमको गढ़ता हूँ

हिमांशु Kulshrestha

©हिमांशु Kulshreshtha तुम...

मिहिर

लिख देता हूं

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White जब कभी कुछ कह नहीं पाता 
उसे लिख देता हूं
जब बेचैनियां बातों से आंखों से बह नही जाता 
जो रह जाता है उसे लिख देता हूं 
भागती दुनिया में कभी लगता है पहाड़ या पेड़ हो गया हूं
अपनी जड़ता लिख देता हूं 
या फिर कभी लगता है नदी या हवा सा बह रहा हूं 
तो उस बहाव को लिख देता हू
जब अंदर और बाहर सिर्फ खामोशी हो
तो उस खामोशी के शून्य को लिख देता हूं
जब खोने पाने की बीच कही उलझा होता हूं 
तो उलझन को कही लिख देता हूं
खुद से खुद को समझता रहूं समझाता रहूं 
इसलिए सब कुछ लिख देता हूं ।।

©मिहिर लिख देता हूं

Gulab Malakar

#sad_qoute मैं तुम्हारे लायक नहीं हूं ।। तुम जब चाहे मुझे छोड़ सकते हों।।

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White मैं तुम्हारे लायक नहीं हूं ।।
तुम जब चाहे मुझे छोड़ सकते हों।।

©Gulab Malakar #sad_qoute मैं तुम्हारे लायक नहीं हूं ।।
तुम जब चाहे मुझे छोड़ सकते हों।।

बेजुबान शायर shivkumar

कविता कोश हिंदी कविता कविताएं #SAD #SAD Sethi Ji Anshu writer Aman Singh poonam atrey puja udeshi कविता कोश कविताएं कविता कोश कविताएं

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में अपने " #लफ़्ज़ " बहुत ही कम ही लिखता हूं !!
पर पूरी " #ज़िंदगी " के सारे ग़म को भी लिखता हूं !!

मेरी " #शायरी " को पड़ने वाले भी यु तड़प उठे !!
में हंस कर ऐसे " #ज़ख़म " को भी लिखता हूं !!

" परवाह " नहीं मुझे किसी के ये ,, बेफिजुल ,, आंसुओं की !!
जब भी लिखता हूं " बेरहम " भी लिखता हूं !!

मुझे तुम्हारी ये बद " दुआ " ही ,  क्या मुझे ये मारेगी !!
में तोड़ी हुई वो हज़ार " #कसम " भी  लिखता हूं !!

©बेजुबान शायर shivkumar  कविता कोश हिंदी कविता कविताएं
#SAD #sad  Sethi Ji  Anshu writer  Aman Singh  poonam atrey  puja udeshi  कविता कोश कविताएं कविता कोश कविताएं

Jagbandhu Mandal

कितना प्यार है तुम से, वो लफ्जों के सहारे कैसे बताऊँ, महसूस कर मेरे एहसास को, अब गवाही कहां से लाऊ #love_qoutes लव शायरी

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gaTTubaba

दो पहलू

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