Find the Latest Status about इश्तहार क्या है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, इश्तहार क्या है.
Amit Singhal "Aseemit"
अपनी खुशियों का लोगों से मत करो इश्तहार, क्योंकि आपकी खुशियों पर लोग हैं करते वार। दो दोस्तों की दोस्ती का दुनिया को क्यूँ बताना, इस दोस्ती पर लोगों की बुरी नज़र क्यूँ लगाना। ©Amit Singhal "Aseemit" #इश्तहार
LAFZ E RIMA
सरकारी इश्तहारों का लग गया जमावड़ा करेंगे कल्याण सब का कोई नहीं छोटा बड़ा बीत गया चुनाव , भूल गए नेता जी कभी किए थे जनता से वादे हज़ार ©LAFZ E RIMA #quote #nojoto #nojotohindi #इश्तहार
#Quote nojoto #nojotohindi #इश्तहार
read more#शून्य राणा
है इश्तिहार में खबर ,,खबर में इश्तिहार है ,,तुम्हारे शहर में मियां अजब ये कारोबार है ,, अदब को अपना खून देने वाले अब कहां गए ,, के आजकल तो हर कोई बस हवस ही का शिकार है ।। # वतन परस्त लोग तो हवा में उड़ गए कहीं,,वतन को जो बेचता है ,,वही तो शहसवार है ,,कहा था जिसने काले धन को लाएंगे विदेश से ,,उसी के पास मुल्क की आवाम का उधार है ।। # नदी चढ़ी तो जुल्म को बहाकर ले जाएगी,,मगर अभी तलक तो यहां उतार ही उतार है ,,कलम को बेचकर यहां पर लिख रहे है झूठ सब ,,जो सच कहा गया है उसपे झूट का गुबार है ।। # जो चैनलों पर बैठकर गुफ्तगु में मस्त है ,,उन्हें खबर नही कोई आवाम बेकरार है ,,हमारे मुल्क में है अब दरिंदगी उरूज पर ,,हुकूमते नशे में है उन्हे अभी खुमार है ।। # उम्मीद है हमारे अच्छे दिन भी आएंगे कभी ,,तुम्हे भी इंतजार है हमे भी इंतजार है ,,खामोश रहकर जुल्म की हिमायत करेगा जो ,,वो श्कश कोई भी हो देश का गुनहगार है ।। # है इश्तिहार में खबर ,,खबर में इश्तिहार है ,,तुम्हारे शहर में मियां अजब ये कारोबार है ।। (poet rakesh rahi ) ©#शुन्य राणा #KhoyaMan#राकेश राही #है इश्तिहार में खबर ,,खबर में इश्तहार है ।।
KhoyaManराकेश राही है इश्तिहार में खबर ,,खबर में इश्तहार है ।।
read moreGyan Prakash Yadav
अखबारों में अब सिर्फ इश्तहार देखा जाए मैं कहता हूं की क्यों अखबार देखा जाए।। बम ,चाकू ,गोला क्या है, क्या लाओगे तुम जरा स्याही काफी है, बस अखबार देखा जाए।। खून से सनी है सब सुर्खियां इन पन्नो की सब जिस्म में जान थोड़ी है कौन है कातिल इसका कौन है गुनेहगार इसका चलो अखबार देखा जाए।। हमीं को कातिल कहेगी दुनिया हमारा ही कत्लेआम होगा मैं दिखूंगा जरूर तुम्हे किसी कोने में एक गुनेहगार की तरह बस जरा अखबार देखा जाए।। कौन कहता है पन्ने भी वही, घटना भी वही बस तारीख बदलती है मैं कहता हूं सब बदलता है लाश भी और कातिल भी बस अखबार देखा जाए।। सिफारिश केवल तुमसे एक ही हैं करते अखबारों में सिर्फ इश्तहार देखा जाए में कहता हूं क्यों अखबार देखा जाए। ©Gyan Prakash Yadav #Chhuan अखबारों में सिर्फ इश्तहार देखा जाए
#Chhuan अखबारों में सिर्फ इश्तहार देखा जाए
read moreParasram Arora
असल मे मरघट और महल का फासला उनके लीए ही है जिनके मन मे महल की आकांशा है मरघट और महल मे कोई फासला नही है फासला हमारी आकांक्षाओं मे है हम महल चाहते हैँ... मरघट हम नही चाहते इसीलिए फासला है. जहा महल खड़े हैँ वहा मरघट बहुत बार बन चुके जहाँ.मरघट बने हैँ वहा बहुतपहले महल बन कर गिर चुके हैँ और सब महल अंततः मरघट बन जाते है और सब मरघटोपर महल खडे हौ जाते हैँ फर्क क्या है? फासला क्या है? ©Parasram Arora फर्क क्या है? फासला क्या है?
फर्क क्या है? फासला क्या है?
read moreMr.Duke
गुलाब, ख़्वाब, दवा, जहर,जाम,क्या~क्या है। मैं आ गया हूं महफ़िल में,बस बता ©Mr.Duck~AK Shayar क्या क्या है????? #ShahRukhKhan
क्या क्या है????? #ShahRukhKhan #शायरी
read more