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Ashok Verma "Hamdard"
White अच्छे थे वो, कच्चे घर भी, इमारतों में, इंतजाम बहुत है!! गाँव की गलियाँ, खाली पड़ी हैं, शहरों में, सामान बहुत है!! खुली हवा में, जो चैन मिलता, बंद कमरों में, धुआँ बहुत है!! न रिश्तों की अब, गर्मी बची है, पर तकनीकी, सम्मान बहुत है!! दादी-नानी की बातें छूटीं, मोबाईल में ही ज्ञान बहुत है!! सच्ची हंसी, कम दिखती अब, लेकिन चेहरे पर ,नकाब बहुत है!! सुख-सुविधाओं से घिरा इंसान, पर दिलों में, अरमान बहुत है!! दौड़ रही दुनिया, आगे बढ़ने को, फिर भी जीने में, थकान बहुत है!! सादगी की जो मिठास थी कभी, अब दिखावे में, ईमान बहुत है!! अकेले होते लोग भीड़ में, फिर भी दिखते, महान बहुत है!! *अशोक वर्मा "हमदर्द"*(कोलकाता) ©Ashok Verma "Hamdard" #गांव और शहर
Satish Kumar Meena
White पक्षियों की उड़ान स्वतंत्र हैं और इंसानों को बंदिशों के दायरे में काम करना पड़ता है क्योंकि एक दूसरे की सरहद पार करना बहुत बड़ा गुनाह है। ©Satish Kumar Meena स्वतंत्रता और बंदिश
स्वतंत्रता और बंदिश #विचार
read moreseema patidar
White कुछ वक्त और ठहर जाओ तो अच्छा होगा जैसे हर पतझड़ के बाद बाग दुबारा खिल उठता है हवा अपना मुख मोड़कर दुबारा उन्ही पेड़ों से लिपट जाती है हर रोज अंधेरे के बाद सूरज की पहली किरण रोशनी ले आती है तुम भी दुबारा उन्ही लम्हों से गुजर जाओ तो अच्छा होगा खुशियों का समुंद्र भर लाओ सुकून के कुछ पल साथ बिता जाओ कितना खोया कितना पाया खुद बता जाओ चले जाते है सब लोग जिंदगी में साथ छोड़कर तुम उम्र भर साथ निभा पाओ तो अच्छा होगा ©seema patidar कुछ वक्त और ......
कुछ वक्त और ...... #Poetry
read moreDiwani Divya
White 💖 होश की छतरी सजाए रखना, बेहोश जिंदगी की महफिल मे दोस्त,, कहीं दिखावटी प्रेम की झमाझम बारिश मे होश फाख्ता न हो जाए। 💖 ©Diwani Divya #होश और ध्यान
PRIYA SINHA
😐🗣️"शब्द और दर्द"🩹🥺 जब दर्द हद से गुज़र जाता है ; तब शब्द भी कम पड़ जाता है ! प्रिया सिन्हा 𝟐𝟔. जुलाई 𝟐𝟎𝟐𝟒. (शुक्रवार) ©PRIYA SINHA #शब्द #और #दर्द
Mohan Sardarshahari
आज उसने चांद पर फूलों की माला डाली और तस्वीर मुझे भेज दी अब बताओ जलाया या सपना दिखाया।। ©Mohan Sardarshahari चांद और माला
चांद और माला #विचार
read moreParasram Arora
White मेरे और उसके बींच क़ा फासला दिन ब दिन बढ़ता गया हैं अन न मैं उसकी गली मे जाता हू पर उसने तो गली क्या बस्ती को छोड़ देने का फैसला कर लिया हैं ©Parasram Arora फासला और फैसला
फासला और फैसला #कविता
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