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Bharat Bhushan pathak
मकड़ जाल जीवन सखे, कितने इसमें जाल। फँस-फँस इसमें हो रहा,मनुज यहाँ बदहाल।। मनुज यहाँ बदहाल,ढूँढ रहा यहाँ रस्ता। मुश्किल ढोना हुआ,संघर्षी अभी बस्ता।। शिक्षक जीवन वही,सब हल करता सवाल। निकलें हम खुद यहाँ,गहरा भले मकड़ जाल।। ©Bharat Bhushan pathak poetry lovers poetry in hindi hindi poetry on life hindi poetry poetry मकड़ जाल जीवन सखे,इसमें कितने जाल। फँस-फँस इसमें हो रहा,मनुज यहाँ बद
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read moreनवनीत ठाकुर
उसकी ख़ामोशी में छुपा था इक राज़ गहरा, गुलाब तोड़ा उसने, और खुद को गुनहगार कह दिया। सिर्फ़ चुप रह कर उसने सब कुछ बयान कर दिया, कभी न बोला, पर दिल की हर बात कह दिया। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर "उसकी ख़ामोशी में छुपा था इक राज़ गहरा, गुलाब तोड़ा उसने, और खुद को गुनहगार कह दिया। सिर्फ़ चुप रह कर उसने सब कुछ बयान कर दिया,
#नवनीतठाकुर "उसकी ख़ामोशी में छुपा था इक राज़ गहरा, गुलाब तोड़ा उसने, और खुद को गुनहगार कह दिया। सिर्फ़ चुप रह कर उसने सब कुछ बयान कर दिया,
read moreनवनीत ठाकुर
Unsplash दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की तलाश में था, वो अब मेरा पीछा नहीं। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की
#नवनीतठाकुर दुनिया के रंगों से अब कोई सरोकार नहीं, कभी जो था कभी सस्ता, अब वो महँगा नहीं। गुज़र रहा हूँ बस इस राह से चुपचाप, जो मंज़िलों की
read moreIrfan Saeed
गहरा है ज़ख्म यार सुनो... #Shayari Love Poetry Arshad Siddiqui R Ojha Yash Mehta Saad Ahmad ( سعد احمد ) Adil khan
read moreAnjali Singhal
गहरा था रंग-ए-इश्क़..गहरा ही रहा..आए-गए कितने ही मौसम..रूह में चढ़ा तो चढ़ा ही रहा.. #AnjaliSinghal #Love #loveshayari #lovestatus #status
read moreनवनीत ठाकुर
White लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना। ©नवनीत ठाकुर #लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना।
#लफ़्ज़ कम हों, पर एहसास गहरा देना, मुलाकात को यादों का चेहरा देना। उसकी हंसी में जन्नत का नूर दिखे, उसे देखकर, हर ग़म को किनारा देना।
read moreबेजुबान शायर shivkumar
जिस्म जब निसान छोड़ता है तब उस निसान का सब पीछा करने लगता है..!! ©बेजुबान शायर shivkumar #जिस्म जब #निशान छोड़ता है तब उस निशान का सब #पीछा करने लगता है..!! #Love #love4life #Life #love❤ #mohabbat sudha kori Khushi_ bhaliya
#जिस्म जब #निशान छोड़ता है तब उस निशान का सब #पीछा करने लगता है..!! Love #love4life Life love❤ #mohabbat sudha kori Khushi_ bhaliya
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