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Ravinder Kumar
तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है.. कहीं अपनापन तो कहीं पीठ पीछे खंजर क्यों है.. सुना है तू इस संसार के हर जरें में रहता है, फिर ज़मीन पर कहीं मस्जिद कहीं मंदिर क्यों है.. जब रहने वाले दुनिया के हर बन्दे तेरे हैं, फिर कोई दोस्त तो कोई दुश्मन क्यों है तू ही लिखता है हर किसी का मुकद्दर, फिर कोई बदनसीब, और कोई मुकद्दर का सिकंदर क्यों है ....! @motivate_line ©Ravinder Kumar #Exploration बहुत शानदार लाइन तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है.. कहीं अपनापन तो कहीं पीठ पीछे खंजर क्यों है.. सुना है तू इस संसार के हर
#Exploration बहुत शानदार लाइन तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है.. कहीं अपनापन तो कहीं पीठ पीछे खंजर क्यों है.. सुना है तू इस संसार के हर #Motivational
read moreAnjali Singhal
"हे प्रभु! पीर हरो इस सारे संसार की, शीश हमारे है धरी पाप की गठरी भार की। रोम-रोम में तू ही बसा पर कभी कोशिश न की मिलान की, पूरी उम्र चिंता #Poetry #jaishreekrishna #Radheradhe #jaishreeradhekrishna #AnjaliSinghal
read moreAnjali Singhal
"हे प्रभु! पीर हरो इस सारे संसार की, शीश हमारे है धरी पाप की गठरी भार की। रोम-रोम में तू ही बसा पर कभी कोशिश न की मिलान की, पूरी उम्र चिंता #Poetry #jaishreekrishna #Radheradhe #jaishreeradhekrishna #AnjaliSinghal
read moreMohammad Ibraheem Sultan Mirza
Jama Masjid Basi Kiratpur, Bijnor जमा मस्जिद बसी किरतपुर, बिजनौर #mohammad_ibraheem_sultan_mirza #मौहम्मद_इब्राहीम_सुल्तान_मिर्जा islamic_ #वीडियो #islamicquotes #islamicposts #islamic_videos_deeniyat #i̇slam
read moreNiaz (Harf)
White यह कैसी तन्हाई है, दिल में एक तिश्नगी है, मुल्क-ए-ग़ैर में बसे हम, मगर दिल वहीं की गली है। याद आती हैं वो गलियाँ, जहाँ बचपन बीता था, दोस्तों की महफिलें, जहाँ हर ग़म भुलाया था। अम्मी की लोरियों में, सुकून-ए-दिल की बातें थीं, अब तो बस ख़्वाबों में, वो सारी राहतें हैं। वो मस्जिद की अज़ान, वो मंदिर की आरती, हर सुबह की ताज़गी, अब बस यादों की बात है। परदेस की चमक में, दिल की वीरानियाँ हैं, रोज़ी की तलाश में, बस यादों की परछाइयाँ हैं। वतन की मिट्टी की खुशबू, रूह में घुल जाती है, पर इस सफ़र की मंज़िल, बस एक बेचैनी लाती है। कब लौटूंगा उस ज़मीन पर, जहाँ दिल बसता था, मुल्क-ए-ग़ैर की दौलत, मुझे क्या रास आएगी? ©Niaz (Harf) #Sad_Status #Niaz R. Ojha Sircastic Saurabh Sethi Ji Sana Ekram Adhuri Hayat Dia यह कैसी तन्हाई है, दिल में एक तिश्नगी है, मुल्क-
#Sad_Status #Niaz R. Ojha Sircastic Saurabh Sethi Ji Sana Ekram Adhuri Hayat Dia यह कैसी तन्हाई है, दिल में एक तिश्नगी है, मुल्क- #SAD
read moreTamjid alam Alam
अकबरी रोवे असगर रोवे रव वाली सखी ना हुसैन बिना मेंबर रोवे मस्जिद रोवे रोवे पूरा मदीना हुसैन बिनाtamjid alam #शायरी
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