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Stories related to व्हेयर इस माई ट्रेन

हिमांशु Kulshreshtha

इस क़दर

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White हादसे इस क़दर हुए
एक उम्र में
साथ मेरे,
हाल सुनाने को
फ़िर से एक उम्र चाहिए…!!!!

©हिमांशु Kulshreshtha इस क़दर

लेखक ओझा

#GoodMorning जय छठी माई

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White स्नेह का जमघट,
भेद भाव से परे; भरा पनघट
ना तंत्र ना मंत्र खुले भाव से समर्पण
करता यह छठी माई का त्योहार
नए भारत ,स्वच्छ भारत ,
प्रकृति के महत्वों को दर्शाता हैं!

इस स्नेहिल,ममतामई, छठी माई के पावन पर्व पर
आप सभी लोगन के ढ़ेर सारी शुभकामनाएं बा ।

।।जय छठी मईया।।

©लेखक ओझा #GoodMorning जय छठी माई

Praveen Jain "पल्लव"

#Sad_Status धन दौलत ही आज माई बाप बनती जा रही है #nojotohindipoetry

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White पल्लव की डायरी
ठेस ना लगे किसी को
लोग दिखावा पसन्द नही करते थे
बराबरी से बैठने में ना शर्मिंदा हो गरीब
इसलिये भेष भूषा और पोशाको से 
उसे आहत नही करते थे
ईर्ष्या बैमनस्य से ना जले समाज परिवार
इसलिये होड़ बढ़ाकर
किसी के अंदर असन्तोष नही पनपने देते थे
मगर आज दिखावे की बीमारी
लोगो को हिंसक और प्रतिशोधी बना रही है
बराबरी की होड़ में जिंदगी
सबकी दाँव पर और तबाही की ओर जा रही है
धन दौलत ही आज माई बाप बनती जा रही है
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status धन दौलत ही आज माई बाप बनती जा रही है
#nojotohindipoetry

Anju Dubey

थावे माई के दर्शन

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Satish Kumar Meena

काश! इस दिवाली 🪔

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Ravi Raj 0000

मेहनत त हम करते बानी माई बस अब तोहार आशीर्वाद दारूरत बा..! good morning 6:00

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Parasram Arora

इस लम्बे सफऱ मे

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White इस  लम्बे सफऱ मे  चलते चलते पाँव 
इतने  थक चुके है कि अब  बैठ कर अपने छालो को गिनना  भी संभव नही

ये तों वैसा ही है जैसे कि पेट  भरा हो और कोई  अपने निगलें हुए निवालो को  गिनने की
कोशिश करें

©Parasram Arora इस लम्बे सफऱ मे

Uttam Bajpai

हिंदी फनी वीडियोफनी जनता सिंह ट्रेन में दारु पी रहे थे

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01Chauhan1

इस कलयुग में

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Shashi Bhushan Mishra

#इस बारिश में ढह गया#

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छपते-छपते  रह  गया, 
बचते-बचते  बह  गया,

चश्मदीद था एक अदद, 
जाते-जाते  कह  गया,

मौत के साये में चुप था, 
दर्द ज़माने का सह गया,

मिट्टी का जर्जर घर था, 
इस बारिश में ढह गया,

छोड़ गया घर-आंगन सूना,
मुद्दों से  कर सुलह गया,

पता ठिकाना  बता कोई, 
जाने कौन सी जगह गया,

मिटा गया रंजिशें  तमाम, 
'गुंजन' लेकर कलह गया,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ॰प्र॰

©Shashi Bhushan Mishra #इस बारिश में ढह गया#
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