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Rj Kant krishn kant
Vishnu Bhagwan भास ? भास से भाषा, भाषा से विचार, विचारो से चिंतन, और चिंतन में सिर्फ कलिकाल। राधा राधा ©Rj Kant krishn kant स्वाध्याय
स्वाध्याय
read moreDr.Vinay kumar Verma
मेरी दो बातें: 'व्यक्तित्व विकास के सूत्र' : पहला - 'स्वाध्याय' #Shorts #Motivation
read moreMotivational indar jeet group
जीवन दर्शन 🌹 नित्य स्वाध्याय की नियमित व्यवस्था रखनी चाहिए - आत्मनिरीक्षण एवं आत्मपरिशोधन का मार्गदर्शन जो , पुस्तकें इस प्रयोजन को पूरा करती है !.i.j ©motivationl indar jeet guru #जीवन दर्शन 🌹 नित्य स्वाध्याय की नियमित व्यवस्था रखनी चाहिए - आत्मनिरीक्षण एवं आत्मपरिशोधन का मार्गदर्शन जो , पुस्तकें इस प्रयोजन को पूरा कर
#जीवन दर्शन 🌹 नित्य स्वाध्याय की नियमित व्यवस्था रखनी चाहिए - आत्मनिरीक्षण एवं आत्मपरिशोधन का मार्गदर्शन जो , पुस्तकें इस प्रयोजन को पूरा कर
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जीवन दर्शन 🌹 मन को मलिनता की आदत से विरत , करने के लिए उसे स्वाध्याय " और चिंतन के बंधन में नित्य बांधना चाहिए , रास्ते पर चलने के लिए वह तभी सहमत होगा !.i. j ©motivationl indar jeet guru #जीवन दर्शन 🌹 मन को मलिनता की आदत से विरत , करने के लिए उसे स्वाध्याय " और चिंतन के बंधन में नित्य बांधना चाहिए , रास्ते पर चलने के लिए वह त
#जीवन दर्शन 🌹 मन को मलिनता की आदत से विरत , करने के लिए उसे स्वाध्याय " और चिंतन के बंधन में नित्य बांधना चाहिए , रास्ते पर चलने के लिए वह त
read moreVR UpadhYaY
Sudha Tripathi
साधना जैसे मन को शांति और स्थिरता देता वैसे ही किताबों का अध्ययन ज्ञान से भर देता पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो कि पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो.... जीवन की सुगमता का कारण, पुस्तकों को बतलाकर चरित्र निर्माण हेतु नैतिकता सिखलाकर, रात्रि विश्राम से पूर्व जो स्वाध्याय कर लेता उनको किताबों का अध्ययन ज्ञान से भर देता पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो की पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो.... सर्वांगीण विकास है करती, सामाजिकता की राह दिखाकर सुख आनंद भंडार भर देती,ज्ञान सुधा की नित्य बहाकर कठिन सवालों को सुलझाएं जो,नित्य अध्ययनकर्ता उनको किताबों का अध्ययन ज्ञान से भर देता कि पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो.... बचपन से आखरी साँसो तक, राह हमें दिखाती राष्ट्र निर्माण कर पुनर्जागरण कर, संस्कृति संरक्षित करती नवचेतना का संचार कर, युग परिवर्तन कर देता वैसे ही किताबों का अध्ययन, ज्ञान से भर देता पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो पढ़ो पढ़ो और खूब पढ़ो.... ©Sudha Tripathi #BooksBestFriends 31. साधना जैसे मन को शांति और स्थिरता देता वैसे ही किताबों का अध्ययन ज्ञान से भर देता पढ़ो प
#BooksBestFriends 31. साधना जैसे मन को शांति और स्थिरता देता वैसे ही किताबों का अध्ययन ज्ञान से भर देता पढ़ो प
read moreGRHC~TECH~TRICKS
जानिए? हर धर्म का इन्सान स्वयं का शत्रु कैसे बन रहा हैं?(A) 1.अपने शरीर की क्रियाऔ का हमेशा एक जैसा कार्य का समझने के कारण भी एक उदाहरण है शत्रु बनने का। 2.आलस्य और निद्रा के अति पल पर नियंत्रण नहीं कर पाना। 3.अपनी शक्ति के बारे में और संस्कारो का निरंतर लुप्त होना। 4.अपने माता -पिता के अमृत ज्ञान को तुच्छ ज्ञान समझना और माता- पिता को अपने स्वाध्याय ज्ञान से रू ब रू नहीं कराना भी एक बड़ा उदाहरण है। 5. संसारिक मोह-माया, अधर्म,तुच्छ संगत से संग्रह ज्ञान पर शीघ्र ही विश्वास करना अपना विध्वंस करने का । यह भी एक गुप्त उदाहरण हैं। 6.धैर्य न होने और परिश्रम नहीं करने के साथ -साथ अज्ञान रुपी अंधकार को न त्यागनाअर्थात स्वयं को भी नहीं जानने का एक कटु उदाहरण है । अपने शत्रु होने का। 7. खुद को परम का अंश नहीं मानना इस संसार में और अज्ञान रुपी स्वार्थ से जानने पर सो अहम् खुद के द्वारा होना समझना प्रत्येक कार्यो में। 8. भगवान को स्वयं के हृदय में होते हुएं भी उसको संसार में निरंतर दुढनां का कारण शत्रु बन रहा हैं इंसान के लिए। 9. स्वयं को ही करना पड़ेगा उद्धार अपना हर धर्म के इन्सान को पाखण्ड और अधर्म पर चलने से खुद का वह अपने पुर्वजोंं का मान-सम्मान को भ्रष्ट करने का कारण बनेगा। 10.ह्रदय से आयें प्रत्येक एक -एक संदेश को समझना सीखिएं, हर इन्सान को उसको इग्नोर करना और उसे लेखनी प्रकाश से अपना ह्रदय प्रकाश से छुपाकर रखना शत्रु का महान उदाहरण है इस पृथ्वी पर। शेष जानकारी अगली पोस्ट(B) में मिलेगी . ©GRHC~TECH~TRICKS #grhctechtricks #mohabbat #New #treanding #Trading #viral जानिए? हर धर्म का इन्सान स्वयं का शत्रु कैसे बन रहा हैं?(A)
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