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Radheshyam
रास रचाएँ, मोहन रसिया मेरा मन, मन बसिया, हैं मेरा सांवरिया पूनम की रात में, चांदनी हैं बात में बनसी बजाएं सांवरिया.... गवालिन, गोपिन दूर-दूर से धुन बनसी सुन, चली-चली आए नाचे, बजाए मोहन संग सब प्रेम गीत गाए, राधा भी धुन सुन के आए, पत्ता-पत्ता इस मधुबन का, नाच रहा हैं मोहन मन का, थिरक रहें हैं फूल यहाँ के, नाच रहे सब मोहन मन का, भूल गए सारी बातें, एक हुए पास आते राधा श्याम की हो गई, कैसे समझ ना पाते, एक हुए पास आते.... ©Divyanshi Triguna "Radhika" #NojotoHindi #मोहन रसिया
Hindi #मोहन रसिया #कविता #nojotohindi
read morewriter dream
दर्द हमे किस बात का है। आज तक हमें यह समझ ना आया। शिकायत हमें किस से है। यह पता ना करना आया, दिल टूटा भी था, या कहीं जुड़ ही न पाया था। प्यार हुआ था, या प्यार कभी समझ ही नहीं आया था। जिंदगी में बहुत कुछ खो दिया, इस बात से परेशान है। या फिर कभी कुछ पाया ही नहीं, यह दर्द सताता है। हालात बिगड़े हुवे।
हालात बिगड़े हुवे।
read moreAnkitPalWriter
हम बिगड़े हुए लोग हैं साहब, एक ही बार करते हैं, मोहब्बत हो या फिर दुश्मनी..!! _@ अंकित पाल_❣️❣️ ©AnkitPalWriter हम बिगड़े हुए लोग है
हम बिगड़े हुए लोग है #शायरी
read moreSunil itawadiya
🤗🤗🤗🤗🤗 राधे राधे बोल तेरा क्या बिगड़े क्या बिगड़े 🤗🤗🤗🤗💐🙏🏼
राधे राधे बोल तेरा क्या बिगड़े क्या बिगड़े 🤗🤗🤗🤗💐🙏🏼
read moreDeepanjali Patel (DAMS)
होली का है त्यौहार आया, भर कर पिचकारी, देखो गोविंद आया, भोली-सी है वृषभान दुलारी, उनको रंगने, देखो हमारा छलिया आया, प्यारी किशोरी जू ने फिर लठ उठाया, भगा-भगा कर फिर सब ग्वालों को खूब दौड़ाया, हाथ न उनके पर गोपाला आया, बांध के फेटा, फिर गोविंद ने धमाल मचाया, फूलों की पिचकारी लेकर, बांध कमर में बंसी लाया, प्रेम रंग की लीला कर, सबको प्रेम रंग में डुबोने आया, ढूँढ-ढूँढ फिर सब सखियन को गुलाल लगाया, नटखट मेरे कान्हा ने अपनी राधा संग ये त्यौहार मनाया।। ।।राधे-राधे।। ।।होली के रसिया की जय।। ।।नन्दकिशोर-वृषभान दुलारी की जय।। ©dpDAMS #Colors ।।होली के रसिया की जय।।
Rajpoot Naman singh
आज अवध में गली -गली कुछ ऐसी रंग बिरंगी, दशरथतनय लिए पिचकारी नगर हुआ हुडदंगी। पूंछो तो रघुराई से कि रगं चढा यह कैसा? पीतांबर जो अमलतास सो मुख हो टेसू जैसे। नील पीत औ' लाल हरित सा अंबर और अबीरा। राम बजावै ढोल ताल दे और लखन मंजीरा ।। वैसे तौ खेलें सब होरी पर आगे रघुवीरा। चारों ओर गूंज हैं बम- बम, जोगीरा- जोगीरा। । ©Rajpoot Naman singh अवध में होली रे रसिया #holi2021
अवध में होली रे रसिया #holi2021
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