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sonam shubham
अग्नि को साक्षी मानकर लिए थे सात फेरे संग रहे युही हरदम तुम मेरे और हम तेरे हर कदम पर थामे रखना वैसे ही मेरा हाथ जैसे शिवजी ने दिया हमेशा पार्वतीजी का साथ।। ©sonam shubham गणगौर स्पेशल
गणगौर स्पेशल
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गणगौर की हारदिक ©Metro Agency Online Holsel Shop गणगौर की हार्दिक शुभकामनाएं
गणगौर की हार्दिक शुभकामनाएं #मोटिवेशनल
read moreDhanraj Dadhich
तार तार थी जिंदगी रफू हो गई यार । ओ मेरी गणगौर तू बड़ी कसीदाकार।। ©Dhanraj Dadhich #shayri #गणगौर #dhanrajdadhich #togetherforever
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read moreAnita Saini
हे गणगौर माता म्ह'नै गोर सी भौजाई देवो म्हारे बीरा रै खातर म्हारी अरज सुण लेवो घणा चाव से पूजै थानै म्हारी लाज रख लेवो सिद्ध करज्यो काज बीरा रै आँगणै.रौनक भर देवो आप सभी को गणगौर पूजन की हार्दिक शुभकामनाएँ माँ पार्वती आप पर अपनी कृपा हमेशा बनाए रखे गणगौर माता आप सभी के जीवन में अपार खुशियाँ एवं समृद्धि
आप सभी को गणगौर पूजन की हार्दिक शुभकामनाएँ माँ पार्वती आप पर अपनी कृपा हमेशा बनाए रखे गणगौर माता आप सभी के जीवन में अपार खुशियाँ एवं समृद्धि #YourQuoteAndMine #शिवपार्वती #YQRajasthani #बाईसारैजोड #ईसरगोर
read moreCK JOHNY
बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। बेरंग हो चुकी इस ज़िंदगी में आज हम तिरंगा इक रंग जायेंगे। कुर्बानी का रंग कुछ रंग अमन का हरा भरा रंग भर देंगे अपने चमन का। हर तरफ खुशियों के फूल खिल जायेंगे। बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। गरीबों कुचलों के आँसू पोंचे हाथ थाम उनका कुछ सोचें। हर हाथ को काम दें पैरों पर उन्हें खड़ा करें। अपने हिंदुस्तानी होने का हक अदा करें। देखो कैसे फिर सबके दिल मिल जायेंगे। बहुत हो चुका बर्बादी का रोना आज गीत आज़ादी के गायेंगे। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ 15.08.2020 आज़ादी के गीत
आज़ादी के गीत
read moreHarish
मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। कभी टूटी आसों में, धुंधलाती विश्वासों में, नवजीवन की अहसास जगाऊं। मन होता है आज, एक गीत गुनगुनाऊं। कुछ रिश्तों की गांठों को, दिल में आयी बांटो को फ़िर से एक बार सुलझाऊं, मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। कुछ अधूरी लकीरों को, द्वार पर खड़े फकीरों को, उनके मंज़िल तक पहुचाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। उन हाथों की छुअन को, ममता की तपन को, फ़िर एक बार अपने पास लाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत में दबे गहरे, व्यतीत हुए बहुत ही सुनहरे, उन खूबसूरत पन्नों को फ़िर आज वापस पाऊं। मन होता है आज एक गीत गुनगुनाऊं। अतीत के गीत
अतीत के गीत
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