Find the Best “धर्म” Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutधर्मवीर भारती की कविता, नरेंद्र मोदी की धर्मपत्नी, राहुल गांधी का धर्म, दुनिया में कितने धर्म है, धर्म life,
Atul Sharma
📚 *“सुविचार"*📝 🖊️ *“13/4/2022”*🖋️ ✍🏻 *“बुधवार”*📙 “धर्म” वो जो “मनुष्य” को अन्य “मनुष्य” के साथ,समस्त “सृष्टि” के साथ “आनंद” के साथ “जीना” सिखाता है, इसलिए तो कभी आप किसी “धार्मिक स्थान” पर जाते है,उस “धर्म के स्थान” पर जाने के पश्चात हमें “शांति” की “अनुभूति” होती है, अगर “व्यक्ति” को “धर्म” का “ज्ञान” हो तो इसका मतलब ये नहीं कि “व्यक्ति” “धर्म” के “मार्ग” पर चल ही पाएगा, इसलिए “जीवन” में दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण “गुण” है जो “इंसान” में होना चाहिए, वो है “धर्मवीर” होना, यदि आप “धर्मवीर” है,“धर्म के मार्ग” पर चलते है तो आपको “शांति”,“आनंद”,“प्रसन्नता” और “सफलता” अवश्य मिलेगी... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma 📚 *“सुविचार"*📝 🖊️ *“13/4/2022”*🖋️ ✍🏻 *“बुधवार”*📙 #“धर्म” #“मनुष्य”
📚 *“सुविचार"*📝 🖊️ *“13/4/2022”*🖋️ ✍🏻 *“बुधवार”*📙 #“धर्म” #“मनुष्य”
read moreAtul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“20/3/2022”*📚 📘 *“रविवार”*🌟 “धर्म” और “प्रेम”... दोनों एक ही “मुद्रा” के दो “पहलू” है यदि इनमें से एक भी निकल जाएगा, तो दुसरा शेष नहीं रहेगा, कभी सोचा है ऐसा क्यों ? इसके लिए पहले आपको समझना होगा कि “धर्म” क्या है ? “धर्म” वो जो इस “संसार” में प्रत्येक “प्राणी” को “सुख” और “शांति” से रहने की “प्रेरणा” देता है और इस “प्रेरणा” का आधार है “प्रेम”, “प्रेम” वो जो आपके भीतर किसी ओर के प्रति “करूणा” जगाता है,“सम्मान” को जगाता है अब यदि “प्रेम” चला गया तो सर्वप्रथम “नाश” होगा “सम्मान” और “करूणा” का, अब जहां पे न “प्रेम” है,न “सम्मान”,न “करूणा” है वहां “धर्म” कहा से “वास” करेगा,इसलिए जो भी “भावनाएँ” आपके भीतर प्रवेश कर रही है उन्हें करने दिजिए किन्तु चाहें कुछ भी हो जाए, इस “प्रेम” को कही मत जाने दिजिए, इस “प्रेम” को अपने “ह्रदय” में सदैव अपने “पास” रखिए, *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“20/3/2022”*📚 📘 *“रविवार”*🌟 #“प्रेम” #“सम्मान”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“20/3/2022”*📚 📘 *“रविवार”*🌟 #“प्रेम” #“सम्मान”
read moreAtul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“17/2/2022”*📚 🖋️ *“गुरुवार”* 🌟 जब तक हम इस “संसार” में जीवित है, हमारे साथ “सबकुछ” रहता है, हमारा “धन”,हमारी “सुख-सुविधाएं”, हमारे “मित्र”,हमारा “परिवार”, ये “समाज” ये सब हमारे साथ रहते है, जिस दिन हम इस “संसार” से चले जाएंगे, इन में से कोई हमारे “साथ” नहीं आता, न “धन”,न “सुख-सुविधाएं”,न “संपत्ति”,ये लोग ये “समाज” सिर्फ “श्मशान” तक ही साथ आ पाते है, उसके पश्चात हमारे “साथ” कुछ आ पाता है तो वो है केवल हमारा “धर्म”, और इस “संसार” में जो हम “नाम बनाकर” छोड़ जाते है, और वो होता है केवल “कर्मो” द्वारा, इसलिए इस “संसार” में आप जबतक “जीवित” है और यदि कुछ “अर्जित” करना चाहते है, “धर्म अर्जित” किजिए,“धर्म के विषय में स्पष्टता” अर्जित किजिए और “कर्म” अर्जित किजिए, यही आपका “भूतकाल” होगा यहीं आपका “भविष्यकाल” होगा, और यहीं सबको “प्रेरणा” प्रदान करेगा,और किसी के लिए “प्रेरणा” बनना यह बहुत “बड़ी बात” है *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“17/2/2022”*📚 🖋️ *“गुरुवार”* 🌟 #“संसार” #“धन”
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘 *“17/2/2022”*📚 🖋️ *“गुरुवार”* 🌟 #“संसार” #“धन”
read moreAtul Sharma
*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“28/10/2021”*📝 ✨ *“गुरुवार”*🌟 महाभारत के समय में “पांडव” बड़े “कुशल” थे, बड़े “शक्तिशाली” थे, युधिष्ठिर ने अपने “परिश्रम” से कुछ इस प्रकार “ज्ञान” प्राप्त किया कि “संसार” उसे “धर्मराज युधिष्ठिर” कहने लगे, देखा जाए तो पांडवों के पास सब कुछ है किंतु जब बात आए और “धन” पाने की, तो “युधिष्ठिर” जो “पांडवों” में “श्रेष्ठ” थे, शेष सभी पांडवों के साथ द्यूत(जुए) का ये खेल बैठे, न केवल इसमें केवल “धन”,“विवेक” और “धर्म” हार गए, बल्कि इसमें अपनी “ग्रहलक्ष्मी द्रौपदी” को भी हार गए, कारण क्या है ? “भूल” गए एक सरल सी बात कि इस संसार में “मान” और “सफलता”... “परिश्रम” और “कर्म” से पाए जाते है, “द्यूत(जुए)” का ये खेल ये तो “भाग्य” पर ही चलता है, अब संसार में दो मार्ग है संसार में एक “मार्ग” वो जहां “कर्म” और “परिश्रम” से आप अपना भाग्य स्वयं रचते है एक मार्ग वो जहां ये “भाग्य” एक क्षण में आपको “बना” सकता है या फिर आपको “मिटा” भी सकता है, आप कौनसा “मार्ग” चुनेंगे, चयन आपका है, *“अतुल शर्मा”🖋️📝* ©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“28/10/2021”*📝 ✨ *“गुरुवार”*🌟 #“परिश्रम” #“ज्ञान”
*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“28/10/2021”*📝 ✨ *“गुरुवार”*🌟 #“परिश्रम” #“ज्ञान”
read moreAtul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“19/5/2021”*📚 🌫️🌧️ *“बुधवार”*🌫️🌧️ “धर्म” वो जो “मनुष्य” को अन्य “मनुष्य” के साथ, समस्त “सृष्टि” के साथ “आनंद” के साथ “जीना” सिखाता है, इसलिए तो कभी आप किसी “धार्मिक स्थान” पर जाते है,उस “धर्म के स्थान” पर जाने के पश्चात हमें “शांति” की “अनुभूति” होती है, अगर “व्यक्ति” को “धर्म” का “ज्ञान” हो तो इसका मतलब ये नहीं कि “व्यक्ति” “धर्म” के “मार्ग” पर चल ही पाएगा, इसलिए “जीवन” में दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण “गुण” है जो “इंसान” में होना चाहिए, वो है “धर्मवीर” होना, यदि आप “धर्मवीर” है,“धर्म के मार्ग” पर चलते है तो आपको “शांति”,“आनंद”, “प्रसन्नता” और “सफलता” अवश्य मिलेगी... *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“19/5/2021”*📚 🌫️🌧️ *“बुधवार”*🌫️🌧️ #“धर्म” #“मनुष्य”
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“19/5/2021”*📚 🌫️🌧️ *“बुधवार”*🌫️🌧️ #“धर्म” #“मनुष्य”
read moreAtul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“17/5/2021”*📚 🖋️ *“सोमवार”*🖊️ इस “जीवन” में हमारी “माता”, “नानी”, “दादी”, प्रातः उठकर सबसे पहले “स्नान” करती है, क्यो समझ नहीं पाते ? क्यों बात-बात पर “चोका” एंव “आंगन” “स्वच्छ” किया जाता है, कुछ लोग इसे “धार्मिक अंधविश्वास” कहते है, किंतु यदि “सत्य” कहा जाए तो हर “धर्म” “वैज्ञानिक” होता है, हर “कर्म” के पीछे “विज्ञान” अवश्य होता है, बस हर एक “व्यक्ति” उसके विषय में कितना सोचता है, क्या “समझता” है और क्या “कदम” उठाता है यहीं उतना महत्वपूर्ण होता है पर “विज्ञान” अवश्य है, हम जब भी कहीं “बाहर” से “घर” आते हैं तो हमारे माता-पिता हमें “हाथ-पैर” एवं “मुंह” धोने के लिए बोलते है, इसलिए यदि आप “स्वच्छ” रहेंगे तो आप “स्वस्थ” भी रहेंगे, इसलिए “तन” और “मन” से “स्वच्छ” अवश्य रखें, *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“17/5/2021”*📚 🖋️ *“सोमवार”*🖊️ #“स्नान” #“चोका”
*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“17/5/2021”*📚 🖋️ *“सोमवार”*🖊️ #“स्नान” #“चोका”
read moreAtul Sharma
*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“16/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“मंगलवार”*✨📙 कहा जाता है कि “जीवन” में “प्रेम” करना ही “सुख का मूल” है सत्य भी है “संबंध” चाहे कैसा भी हो, कभी न कभी “टुटता” ही है यह “संसार” कुछ ऐसा ही है कि जिसका “साथ” मिलता है उसका साथ छुटता भी है, केवल “कर्म” ही एकमात्र ऐसा है जो कभी आपका “साथ” नहीं छोड़ेगा, “मृत्यु” के पश्चात भी ये “कर्म” आपको “जीवित” रखता है, स्मरण रखिएगा “कर्म” “धर्म” समझकर निभाइए, जीवन के “अंतिम क्षण” तक “कर्म से प्रेम” किजिए, जीवन के अंतिम क्षण तक “सुखी” रहेंगे... ✨ *अतुल शर्मा🖋️📝📙* *आप सभी को बसंत पंचमी के पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं*"🙏🏻🖋️ 📚 📙 📝 ✨ 🌟 💫 🌠 ©Atul Sharma *📝“सुविचार"*📝 🖊️*“16/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“मंगलवार”*✨📙 #“जीवन” #“प्रेम”
*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“16/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“मंगलवार”*✨📙 #“जीवन” #“प्रेम”
read moreShri Saraswati Coaching Center,Neemrana Atul Sharma
*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“7/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“रविवार”*✨📙 “प्रेम” “प्रेम” वो जो आपके भीतर किसी ओर के प्रति “करूणा” जगाता है, “सम्मान” को जगाता है अब यदि “प्रेम” चला गया तो सर्वप्रथम “नाश” होगा “सम्मान” और “करूणा” का, अब जहां पे न “प्रेम” है, न “सम्मान”, न “करूणा” है वहां “धर्म” कहां से वास करेगा, “भौतिक इच्छाएँ” जागने लगती है,“क्रोध” जागने लगता है, “अहंकार” जागने लगता है और फिर आरंभ होता है “अधर्म का कर्म”, इसलिए जो भी “भावनाएँ” आपके भीतर “प्रवेश” कर रही है उन्हें करने दिजिए किन्तु चाहें कुछ भी हो जाए, इस “प्रेम” को कही मत जाने दिजिए, इस प्रेम से शायद आप शुभ कर्म कर सकेंगे, इस “प्रेम” को सदैव अपने पास रखिए अपने दिल में, ✨ *अतुल शर्मा🖋️📝📙* *📝“सुविचार"*📝 🖊️*“7/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“रविवार”*✨📙 #“प्रेम” #“सम्मान”
*📝“सुविचार"*📝 🖊️*“7/2/2021”*🖋️ 📘✨ *“रविवार”*✨📙 #“प्रेम” #“सम्मान”
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited