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Best ढूँढा Shayari, Status, Quotes, Stories

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kumaarkikalamse

खुद को खुद में खुद के लिए ढूँढा..
जितना ढूँढा उतना उलझा..!  #YQBaba #Kumaarsthought #kumaarsher #ख़ुद #ढूँढा

Nalini Prasad

#talaash

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कहाँ नही मैं तुझको ढूँढा,
ढूँढा तुझको गली-गली।
सावन की बूंदों की मस्ती में,
घुमकर देखा कली-कली।
मन में सोंचा कितनी भली थी,
किस गली में पली बढ़ी।
बूंदों में भीगता चला गया,
प्रेयसी तेरी सीधी गली।
शाम ढली, विश्राम लिया,
चाय पीने को जी किया,
गरम घूंट मैं ले रहा था
मन ही मन मैं सोच रहा था,
पता नही वो कहाँ चली
अनायास! नजर मेरी वहां गयी,
जहाँ, थी वो अपनी छत खड़ी,
नजर उसकी भी मुझ पर पड़ी,
वाह! ये कुदरती मिलन,
हो, प्रसन्न चित्त मैं चल पड़ा
अब ढूंढने पर विराम लगा। #talaash

𝒂𝒍𝒇𝒂𝒂𝒛_𝒆_𝒎𝒆𝒓𝒂𝒋

बस कोई बेहतर ढूँढा जाता हैं.... nojoto #Truth #beliveinyourself #Shayari #Quotes #reallife #nojotohindi

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किसी के दिल के कोने में ज़िन्दगी नहीं कटती साहब,
 एक बड़ा सा घर ढूँढा जाता हैं....
 आजकल मोहब्बत में हमसफ़र कोई नहीं ढूँढता ,
बस कोई बेहतर ढूँढा जाता हैं...!! बस कोई बेहतर ढूँढा जाता हैं....
#nojoto
#truth
#beliveinyourself
#shayari
#quotes
#reallife
#nojotohindi

Dipak Maharana

मुझे वो दरिंदा रोज़ दिखता है बस उस से नज़रें नहीं मिला पाता हु nojoto #दरिंदा #अक्स #nojotohindi #ढूँढा

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#DearZindagi मैंने किसी को ढूंढने में
अपनी उम्र बिता दी
फ़िर वो दरिन्दा 
मुझे आईने के अक्स में मिला
मुझे ढूँढते हुए मुझे वो दरिंदा रोज़ दिखता है
बस उस से नज़रें नहीं मिला पाता हु

#nojoto #दरिंदा #अक्स #nojotohindi #ढूँढा

sanjay khar

तुम्हें ढूँढता हूँ घर के आंगन में, 
तुम्हें ढूँढता हूँ माँ की गोद में, 
तुम्हें ढूँढता हूँ पापा के कंधो पे, 
तुम्हें ढूँढता हूँ गांव की गलियों में, 
ऐ बचपन जरा सा लौट के आना ।
इतना क्यूँ खफा एक पल लिए आना, 
तुम्हें ढूँढता हैं ढुंढा नादान दोस्त खिलाड़ियों में, 
तुम्हें ढूँढता है स्कूल आँगनबाड़ीयां में, 
तुम्हें ढूँढता है बचपन से जवानी की पढीयां में, 
ऐ बचपन जरा सा लौट के आना ।
तुम्हें ढूँढता है कालेज की क्लासो में, 
कभी ढूँढा हैं पुरानी बस्ती में, 
तुम्हें ढूँढा है पुरानी बस्ती में, 
ऐ बचपन जरा सा लौट के आना ।
जवानी के क्या क्या दस्तूर हो गये, 
दोस्तों से लेेकर माँ - बाप दुर हो गये, 
अपनें गाँव के गलियारे हम से दुर हो गये, 
जब याद आता है माँ की गोद में खिलाना, 
पापा के कंधो का घोड़ा बनाना, 
आँखों को थाम कर फिर वो ख्याब दिखाना, 
ऐ बचपन एक बार एक बार लौट कर आना ।। #champapur1shayar #sad #sanjay1champapur #love #मेरीडायकीकेकुछपन्ने #apanakalamasanjay 


i love childhood

TejAs..

Intimate Love..

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ढूँढा तुम्हें यहा वहाँ लेकीन मीले 
ना तुम कहाँ,
फीर ढूँढा तुम्हें मुजमे तो हर साँस मे 
तेरा जिक्र हुआ 😔 Intimate Love..

अgni

मेरे शब्दों में ख़ुद को ढूँढा करते हो तुम,

बेशक़ मेरे हर शब्द में हुआ करते हो तुम,

पर इतने भी क्या बेसब्र रहा करते हो तुम,

की मेरे हर शब्द में ख़ुद को यूँ ढूँढा करते हो तुम...
 #gif #शब्द
#nojoto
#nojotohindi
#nojotoquote
#shabd
#nojotohindiquote

Sneha Prasad

किताबों के पन्नों में 
उस शख्स को ढूँढा करते हैं हम,
जाने किस शहर की किस गली के किस मोड़ को
ढूँढा करते हैं हम।
युँ तो अनजान भी,
हमारी वफाओं के चर्चे किया करते हैं,
फिर ना जाने क्यों,
तेरी बेवफायी में अपनी,
नाकामियों को ढूँढा करते हैं हम॥ #nojoto #hindi #poem #love #poetry

Maskshayar

👌👌👌

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मोहब्बत की कस्ती का किनारा ढूँढा ।
मैने जिन्दगी जीने का सहारा ढूँढा ।। 👌👌👌

Anil Siwach

।।श्री हरिः।। 21 - मुझे ढूंढो लुका-छिपी का खेल जब खेला जाय, कन्हाई समझ ही नहीं पाता कि उसे छिपे रहना चाहिए और ढूंढने वाले से बोलना नहीं चाहिए। यह तो छिपने के स्थान से निकलकर पुकारेगा - 'मुझे ढूंढ।' श्रुतियों और योगीन्द्र-मुनीन्द्र युग-युग से ढूँढते होंगे इसे और समस्त साधकों का यही अन्वेष्य होगा, यह भिन्न बात है - उन्हें न मिलता होगा; किन्तु गोपकुमारों के लिए - प्रेमैकप्राण जनों के लिए तो यह कभी छिपा नहीं रहा किं इसे ढूँढा जाय। उनसे इसे छिपना आता ही नहीं है। कन्हाई छुपा ही हो तो कौन ढूँढकर पाव

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।।श्री हरिः।।
21 - मुझे ढूंढो

लुका-छिपी का खेल जब खेला जाय, कन्हाई समझ ही नहीं पाता कि उसे छिपे रहना चाहिए और ढूंढने वाले से बोलना नहीं चाहिए। यह तो छिपने के स्थान से निकलकर पुकारेगा - 'मुझे ढूंढ।'

श्रुतियों और योगीन्द्र-मुनीन्द्र युग-युग से ढूँढते होंगे इसे और समस्त साधकों का यही अन्वेष्य होगा, यह भिन्न बात है - उन्हें न मिलता होगा; किन्तु गोपकुमारों के लिए - प्रेमैकप्राण जनों के लिए तो यह कभी छिपा नहीं रहा किं इसे ढूँढा जाय। उनसे इसे छिपना आता ही नहीं है।

कन्हाई छुपा ही हो तो कौन ढूँढकर पाव
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