Find the Best गोल_चबूतरा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमिलेनियम डेवलपमेंट गोल क्या है, गोले की, चबूतरा की डिजाइन, चबूतरा का अर्थ हिन्दी, चबूतरा का अर्थ,
VED PRAKASH 73
Unsplash किसी ने महज़ब किसी ने जात किसी ने भाषा अपनी पहचान लिखा वो उम्र में बहुत छोटा था उसने सिर्फ हिंदुस्तान लिखा किस्से बन जाते हैं कहानियाँ हो जाता है एक उम्र के बाद आदमी आदमी नहीं रहता... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
White मेरे पास एक नदी थी एक पेड़ था एक छोटा पहाड़ था मैं खिलौनों की दुकान से वाकिफ नहीं था वो अधनंगा बच्चा ठीक उसी दुकान के बाहर खड़ा था चमचमाते नए कपड़े जहां पुतलों ने पहन रखे थे... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
वो जिसे ढूँढता रहा मैं कल रातभर आज सुबह आईने में मिला खोना नहीं चाहते उसे जिसे कभी हम पा नहीं सकते अंधेरों में छोड़ चला गया मुझे चाँद जिसे मैंने कहा था कभी... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
White अब जलेबी की तरह जो उलझ गई है जिंदगी तो चल कर कंही चाशनी में डूबा जाए जहन में उसे अब तक जिंदा रखा है इस तरह मौत को हराया है मैंने... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
बेल चढ़ कर पार कर गई दीवार को औकात अपनी वो बीज नहीं जानता था उधर चददर में लिपटा सड़क पर घर किसी का पड़ा हुआ है दूर पहाड़ से एक नदी आई है शहर में तुम्हारी खाली बोतल लौटाने को... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
White चाँद नहीं दीये से पूछो रात कितनी तूफानी है मैं क्या-क्या भूल चुका हूं मुझे सब याद है सब तजुर्बे नहीं थे कुछ गलतियां भी थी... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
उम्मीदो ख्वाईशो के इस पार आ गया कोई शख्श मुझमें समझदार आ गया इक तरफ आदमी जलता है इक तरफ तम्बाकू राख यहाँ रोज दोनों तरफ होती है... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
White ये हुनर उसे बहुत खुब आता है इक जरा सी हंसी के पीछे वो सारा का सारा छुप जाता है प्लास्टिक की पन्नियों में लिपटे दाल चावल देख कर अपने बिके खेत बहुत याद आए... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
भीड़ सरकारी बस जला कर अभी लौटी है उनकी मांग थी नौकरी सरकारी चाहिए मैनें दीवार पर चाॅक से खींचा विकेट क्रिकेट का तुम ओलंपिक का मेडल जैसे कोई... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा
VED PRAKASH 73
जरा सी आहट से जग जाता है रातों में खुदा बेटी दे गरीब को तो दरवाजा भी दे सांस लेती हैं दीवारें और जान ईटों में भी होती है क्या तुमने कभी किसी घर को अकेले रोते नहीं देखा... -मिथलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा