Find the Best वक्त_और_जिन्दगी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutवक्त वक्त की बात है शायरी, थम के रह जाती है जिन्दगी तब जब जम के बरसती हैं पुरानी यादें, वक्त वक्त की बात है आज, जिन्दगी की यही रीत है, लोग बहुत अच्छे होते है अगर हमारा वक्त अच्छा हो तो,
Heer
White दो पल बैठ पास मेरे, कुछ वक्त गुजार साथ मेरे, छोटी सी है ज़िंदगी, जाने कब थम जाए सांसे मेरी। ©Heer #love_shayari #वक्त_और_जिन्दगी #Hycus
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read moreशब्दवेडा किशोर
White #वक्त... @शब्दभेदी किशोर वक्त से जालिम कोई बला नहीं हैं वक्त से बेहतर कोई सलाह नहीं हैं वक्त ही हैं मरहम और वक्त ही सिला हैं वक्त से रहबर कोई दुवाँ नहीं हैं वक्त हर जख्म को भर देता हैं वक्त से बेहतर कोई दवा ही नहीं हैं ये तो सब वक्त वक्त की ही बात हैं...... किसीका अच्छा चलता हैं तो किसीको काटना पडता हैं किसीको बिन मांगे मिलता हैं तो किसीको मांगना पड़ता हैं किसीका बितता हैं तो किसीको बिताना पडता हैं ये तो सब वक्त वक्त की ही बात हैं...... ©शब्दवेडा किशोर #वक्त_और_जिन्दगी माझ्या लेखणीतून
#वक्त_और_जिन्दगी माझ्या लेखणीतून
read moreमलंग
White अब कोई आपके एहसासों से आपको याद नहीं करता, अब केवल आप जरूरतो पर याद किये जाते है। ©मलंग #वक्त_और_जिन्दगी
Heer
वक्त भी बड़ा ज़ालिम है मेरे दोस्त, खुद तो गुज़र जाता है, हमें वही छोड़ देता है। ©Heer #वक्त_और_जिन्दगी poetry lovers
#वक्त_और_जिन्दगी poetry lovers
read moreAnand Prakash Nautiyal tnautiyal
White ऐ वक्त ! तेरा भी क्या कहना, हर दर्द भी हँसकर है सहना। ले कर खामोशी का गहना। हर पल पर आश्रित है रहना। ©Anand Prakash Nautiyal tnautiyal #CAT #वक्त#वक्त_और_जिन्दगी
Vaishnavi Ajane
वक्त यु हाथ से निकलता राहा कोई हसता राहा तो कोई रोता राहा वक्त यु हाथ से फिसलता राहा कोई जीता राहा तो कोई झेलता राहा वक्त यू हाथ से छुटता राहा कोई जिंदगी मे मिलता राहा तो कोई जिंदगी से निकलता राहा... वक्त यू हाथ से फिसलता राहा बस्ससस निकलता राहा छुटता राहा... ©Vaishnavi Ajane #time #वक्त_और_जिन्दगी #वक्तकेसाथ
#Time #वक्त_और_जिन्दगी #वक्तकेसाथ
read moreDeependra Dubey
White काश मैं वक्त का परवाह किया होता तो वक्त मेरे साथ , और मैं वक्त के साथ होता। ©Deependra Dubey #वक्त_और_जिन्दगी
मुसाफिर
मैंने देखा वह मकड़ी लौट आईं है अपने घर की तलाश में इधर-उधर भटक रहीं है, मैंने आज उस जाला को नहीं किसी के घर को तोड़ा है लेकिन आज तो हर समय कुछ-ना-कुछ टूट ही रहा सिर्फ़ आवाजे किसी के कान तक नहीं पहुंच रही है। ©मुसाफिर #वक्त_और_जिन्दगी
Anjali Nigam
White किस लिये आये थे यहां और क्या हम करते रहे ! कभी गम मिला चौराहे पर हाथ पकड़ उसका चलते रहे ! खुशियां दूर से ही देखती रही पास हम उनको बुलाते रहे ! वक्त ने कभी दोस्ती नहीं की हम कितना उसको मनाते रहे ! थक गये अब लौटने की दिन हैं सबको अब यही समझाते रहे !! ©Anjali Nigam #वक्त_और_जिन्दगी