Find the Best गुण Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutरजो गुण क्या है, तमो गुण क्या है, सतो गुण क्या है, उसमें अनेक गुण है, सत्व गुण सूचक है,
Mukesh Poonia
गुण 36 नहीं, केवल चार चाहिए... अच्छा व्यवहार, साफ नियत, नेक दिल और ईमानदारी... जय हो गुरु जी की... . ©Mukesh Poonia #gururavidas #गुण 36 नहीं, केवल चार चाहिए... अच्छा #व्यवहार, #साफ #नियत, #नेक #दिल और #ईमानदारी... जय हो #गुरु जी की...
अदनासा-
अब कोई भय नही मैंने धर्म से मानवता को चुन लिया है धर्म की रक्षा हेतु ही धर्म से मानवता का गुण ले लिया है ©अदनासा- #हिंदी #मैने #धर्म #मानवता #गुण #चुन #भय #Instagram #Facebook #अदनासा
अदनासा-
है व्यर्थ ही व्यक्त करना रोष स्वयं के सखा एवं शत्रु पर है व्याप्त कुछ गुण कुछ दोष किंचित स्वयं में झांका कर ©अदनासा- #हिंदी #OneSeason #गुण #दोष #आत्ममंथन #Instagram #Pinterest #Facebook #स्वयं #अदनासा
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अभिवादन करने वाले व नित्य बड़े बुजुर्गो की सेवा करने वाले मनुष्य के चार गुण वृद्धि को प्राप्त होते है_आयु, विद्या,यश और बल। ©viraj #गुण
Poetry with Avdhesh Kanojia
गुणवान वही कहलाता है - - - - - - - - - - - परपीड़ा से द्रवित, व्यथित होने वाला मानव असली कहाता है। जो सबको हो प्रिय, सबका दिल जीते गुणवान वही कहलाता है।। देश पर सर्वस्व समर्पण, को रहे तैयार जो हिंदुस्तानी वही कहाता है। कल्याण समाज का, खूब करे जो प्रेम की धार बहाता है। गुणवान वही कहलाता है।। एकता के सूत्र में, पिरोए सबको जो सबको गले लगता है। दुर्भाग्यपूर्ण प्रथाओं को,भेदभाव की लताओं को हो निर्भीक हटाता है। गुणवान वही कहलाता है।। नारी का सम्मान करे, आदर करे बड़ों का बातें जो सत्य बताता है। मिलता है जिसे, प्रेम हर एक का धनवान वही कहलाता है। गुणवान वही कहलाता है।। साहित्य संगीत कला, से जिसका जुड़ाव प्रतिभाशाली वो कहाता है। चारों दिशाओं में, विश्व भर की हवाओं में भारत का ध्वज लहराता है। गुणवान वही कहलाता है।। परपीड़ा से द्रवित, व्यथित होने वाला मानव असली कहाता है। जो सबको हो प्रिय, सबका दिल जीते गुणवान वही कहलाता है।। ✍️अवधेश कनौजिया© #humanity #human #मानवता #मानव #गुण #behaviour #duty गुणवान वही कहलाता है - - - - - - - - - - - परपीड़ा से द्रवित, व्यथित होने वाला मानव असली कहाता है। जो सबको हो प्रिय, सबका दिल जीते गुणवान वही कहलाता है।।
अशोक द्विवेदी "दिव्य"
निर्धन्नता ऐसा अवगुण हैं जो सारे गुणों को धूमिल कर देता है। ©अशोक द्विवेदी "दिव्य" #निर्धन #जीवन #गुण #अवगुण
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