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Parnassian's Cafe
दिवाली पर बेशक शहर में अच्छी मिठाइयाँ बिक रही होगी। गांव चलो पटाखों के साथ-साथ फुलझड़ी भी दिख रही होगी।। दिवाली पर बेशक शहर में अच्छी मिठाइयाँ बिक रही होगी। गांव चलो पटाखों के साथ-साथ फुलझड़ी भी दिख रही होगी।। #दिवाली #पर #बेशक #शहर #में #अच्छी #मिठाइयाँ #बिक #रही #होगी। #गांव #चलो #पटाखों #के #साथ-#साथ #फुलझड़ी #भी #दिख #रही #होगी।। #ललितकुमारगौतम #parnassianscafe #lalitkumargautam
Saurabh Suman
दिवाली उनके भी जो काम और पढ़ाई की वजह से घर नहीं जा पाते। पूरी रचना caption में पढ़ें। दिवाली... दिवाली.... दिवाली कितना हसीन है ये त्योहार जिसने ना जाने कितनी सारी खुशियाँ अपने दामन में छुपा रखी होती है, है ना ऐसा लगता है कायनात की सारी खूबसूरत छटाएँ खुद में छुपा रखी है। लगता है स्वर्ग धरा पर उतर आयी हो और ज़न्नत की सारी रोशनी साथ लायी हो। मेरे लिए दिवाली बहुत मायने रखता है और मेरा पसंदीदा त्योहार भी है ठीक वैसे हीं जैसे किसी रोते बच्चे को उसकी पसंद का खिलौना। मगर पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी दिवाली कुछ फीकी सी लग रही है और लगे भी क्यों ना इस बार भी अकेले हीं तो दिवाली मना रह
दिवाली... दिवाली.... दिवाली कितना हसीन है ये त्योहार जिसने ना जाने कितनी सारी खुशियाँ अपने दामन में छुपा रखी होती है, है ना ऐसा लगता है कायनात की सारी खूबसूरत छटाएँ खुद में छुपा रखी है। लगता है स्वर्ग धरा पर उतर आयी हो और ज़न्नत की सारी रोशनी साथ लायी हो। मेरे लिए दिवाली बहुत मायने रखता है और मेरा पसंदीदा त्योहार भी है ठीक वैसे हीं जैसे किसी रोते बच्चे को उसकी पसंद का खिलौना। मगर पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी दिवाली कुछ फीकी सी लग रही है और लगे भी क्यों ना इस बार भी अकेले हीं तो दिवाली मना रह
read moreRahul Bundele
🎇 #दीयो की #रोशनी 🎇 💥 #पटाखों का धमाल 💥 🌄सूरज की #किरणे 🌄 😃 #खुशियो की बौछार😃 🌃चाँद की #चाँदीन 🌃 👫अपनो का #प्यार 👫 #मुबारक हो आप को 🙏 #दिपावली का #त्योहार 🙏 🌿☘💞💕🍀☘🍫☘🍀🍫💞
Haleema Ali
पटाखे मत छोड़ना प्रदूषण फैलेगा,,😷 जिससे जग से पड़ जाएगा नाता तोड़ना,, हलीमा✍ 😂 सिर्फ पटाखे या प्रदूषण #पटाखों#पर#पाबन्दी#रोशनी#पर#नहीं
8168445660 11-11-1994 RAKESH MALIK
अगर कोई कहता है पटाखों से परदूषण होता है तो इन पटाखों में आग लगा दो। आपका अपना राकेश
@arhan_haider
अब चूने में नील मिलाकर पुताई का जमाना नहीं रहा। चवन्नी, अठन्नी का जमाना भी नहीं रहा। फिर भी यह कविता आप सब के लिए पेश है-- हफ्तों पहले से साफ़-सफाई में जुट जाते हैं चूने के कनिस्तर में थोड़ी नील मिलाते हैं अलमारी खिसका खोयी चीज़ वापस पाते हैं दोछत्ती का कबाड़ बेच कुछ पैसे कमाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... दौड़-भाग के घर का हर सामान लाते हैं चवन्नी -अठन्नी पटाखों के लिए बचाते हैं सजी बाज़ार की रौनक देखने जाते हैं सिर्फ दाम पूछने के लिए चीजों को उठाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... बिजली की झालर छत से लटकाते हैं कुछ में मास्टर बल्ब भी लगाते हैं टेस्टर लिए पूरे इलेक्ट्रीशियन बन जाते हैं दो-चार बिजली के झटके भी खाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... दूर थोक की दुकान से पटाखे लाते हैमुर्गा ब्रांड हर पैकेट में खोजते जाते है दो दिन तक उन्हें छत की धूप में सुखाते हैं बार-बार बस गिनते जाते है चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... धनतेरस के दिन कटोरदान लाते हैछत के जंगले से कंडील लटकाते हैं मिठाई के ऊपर लगे काजू-बादाम खाते हैं प्रसाद की थाली पड़ोस में देने जाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... अन्नकूट के लिए सब्जियों का ढेर लगाते है भैया-दूज के दिन दीदी से आशीर्वाद पाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... दिवाली बीत जाने पे दुखी हो जाते हैं कुछ न फूटे पटाखों का बारूद जलाते हैं घर की छत पे दगे हुए राकेट पाते हैं बुझे दीयों को मुंडेर से हटाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं .... बूढ़े माँ-बाप का एकाकीपन मिटाते हैं वहीँ पुरानी रौनक फिर से लाते हैं सामान से नहीं, समय देकर सम्मान जताते हैं उनके पुराने सुने किस्से फिर से सुनते जाते हैं चलो इस दफ़े दिवाली घर पे मनाते हैं ....🙏 #diwali #nojoto #nojotohindi बचपन की दिवाली पर लिखी यह पुरानी कविता है।। अब चूने में नील मिलाकर पुताई का जमाना नहीं रहा। चवन्नी, अठन्नी का जमाना भी नहीं रहा। फिर भी यह कविता आप सब के लिए पेश है-- हफ्तों पहले से साफ़-सफाई में जुट जाते हैं चूने के कनिस्तर में थोड़ी नील मिलाते हैं अलमारी खिसका खोयी चीज़ वापस पाते हैं दोछत्ती का कबाड़ बेच कुछ पैसे कमाते हैं
#Diwali #Nojoto #nojotohindi बचपन की दिवाली पर लिखी यह पुरानी कविता है।। अब चूने में नील मिलाकर पुताई का जमाना नहीं रहा। चवन्नी, अठन्नी का जमाना भी नहीं रहा। फिर भी यह कविता आप सब के लिए पेश है-- हफ्तों पहले से साफ़-सफाई में जुट जाते हैं चूने के कनिस्तर में थोड़ी नील मिलाते हैं अलमारी खिसका खोयी चीज़ वापस पाते हैं दोछत्ती का कबाड़ बेच कुछ पैसे कमाते हैं
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