Find the Best मुक्तक_श्रृंखला Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutश्रृंखला का अर्थ क्या है, श्रृंखला यह क्या है, श्रृंखला भंडार क्या है, सजातीय श्रृंखला है, सजातीय श्रृंखला है *,
Dr Nutan Sharma Naval
मुक्तक हो चिरागों की कैसे हिफाज़त यहां। कर रही है हवा भी बगावत यहां। वक्त सूरज को भी, है बुझाता रहा। वक्त को भी मिली है विरासत यहां। ©Dr Nutan Sharma Naval #मुक्तक_श्रृंखला
Dr Nutan Sharma Naval
मुक्तक अपनी वाणी से अंतस चुभोने चले। खुद को अज्ञान के संग डुबोने चले। छोड़ मां बाप अपनों को सूनी सड़क। तट पे फिर सिंधु के पाप धोने चले। ©Dr Nutan Sharma Naval #मुक्तक_श्रृंखला
Dr Nutan Sharma Naval
मुक्तक हे प्रिये तुम ही जीवन की पतवार हो। तुम ही प्रभु का दिया मुझको उपहार हो। तुमपे ही है शुरू तुमपे ही अंत है। तुम ही सबसे महत्वपूर्ण किरदार हो। ©Dr Nutan Sharma Naval #मुक्तक_श्रृंखला#नूतननवल
Dr Nutan Sharma Naval
मुक्तक मैं तुम्हें भूल जाऊँ ये संभव नहीं। गीत तुमपे न गाऊँ ये संभव नहीं। तुम ही हो प्रेरणा मेरे हर गीत की। तुमसे मैं न निभाऊँ ये संभव नहीं। ©Dr Nutan Sharma Naval #मुक्तक_श्रृंखला
दिनेश कुशभुवनपुरी
मुक्तक: मौन–22 मौन हो मौन ने मौन सपने बुना। मौन की बात को मौन ने ही सुना। मौन से मौन की इस मुलाकात से। मौन का हर्ष भी बढ़ गया सौ गुना॥22॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #मुक्तक_श्रृंखला #मौन #22
दिनेश कुशभुवनपुरी
मुक्तक: मौन–21 मौन ही शेर है मौन है शायरी। मौन हैं अन्तरे मौन है गीत भी। मौन है गीतिका मौन दोहे हुए। मौन हर छंद है मौन है आशिकी॥21॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #मुक्तक_श्रृंखला #मौन #21
दिनेश कुशभुवनपुरी
मुक्तक: मौन–19 मौन के बाग में मौन का गुल खिला। मौन में हमसफर मौन का काफिला। मौन सी रहगुजर मौन सी मंजिलें। मौन आगोश में मौन का सिलसिला॥19॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #मुक्तक_श्रृंखला #19
दिनेश कुशभुवनपुरी
मुक्तक: मौन–17 मौन का मौन से मौन सम्बन्ध है। मौन करता रहा मौन अनुबन्ध है। मौन सौगन्ध खाता सदा मौन की। मौन ही मौन का प्रेम तटबन्ध है॥17॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #मुक्तक_श्रृंखला #मौन #17
दिनेश कुशभुवनपुरी
मौन अभिव्यक्तियाँ मौन में ही पले। मौन की शक्तियाँ मौन से ही चले। मौन महसूस करता सदा मौन को। मौन ही मौन की भक्तियों में ढले॥15॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #मुक्तक_श्रृंखला #मौन #15
दिनेश कुशभुवनपुरी
मौन ही मौन का मौन विश्राम है। मौन में मौन से मौन का नाम है। मौन की हर कला मौन पहचानता। मौन के तीर्थ का मौन ही धाम है॥13॥ ©दिनेश कुशभुवनपुरी #मुक्तक_श्रृंखला #मौन #13