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Best ज्यूँ Shayari, Status, Quotes, Stories

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Vishal Singh Rajput

बढ़े है उम्र ज्यूँ-ज्यूँ ज़िंदगी कम होती जाती है

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बड़ा घाटे का सौदा है 'रोज' ये साँस लेना भी 

बढ़े है उम्र ज्यूँ-ज्यूँ ज़िंदगी कम होती जाती है बढ़े है उम्र ज्यूँ-ज्यूँ ज़िंदगी कम होती जाती है

Ashwani Dixit

#dixitg #War #Life

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शर शरव्य तक जाना चाहे, अक्षय है तूणीर
तुमुल ध्वनि आरंभ हो गई, सजे हुए रणधीर

सांसों में ज्यूँ नूपुर बजते, हृदय धधकती ज्वालायें
रणचण्डी खप्पर ले आई, सजे बाल और बालाएं

स्वर्णिम नभ में सजी पताका, समीर बहाता स्पंदन
पानी में ज्यूँ लहरें बहती, बहते हैं धरती में कंपन

युद्ध यदि है नियति हमारी, तो विजय हमारी मीत
जीवन मरण तो बना रहेगा, हम नहीं हुए भयभीत
- अश्वनी दीक्षित #dixitg #War #life

Gurmeet Sheokand

मासूम  टेम गेल्या बहोत कुछ बदळे ह बाउजी....
सही ये कही ह किसे न...टेम कद के करवा दे कोई भरोसा कोनी...
जो बीत गया उसकी बी तारीफ करो....जो आण आळा ह उस खातर बी ख़ुस रहण की कोशिश करो...
बहोत लंबी लाइफ ह.. भोत कुछ बदळ दा चालेगा...बस एक नफरत के चककरा म किसे एक के पाछे पड़े रहे त कुछ हासिल नही होणा....
जो जड़े तक साथ देगा...उसका दिल त thnquu करो...जो साथ देण लाग रा ह...उसका साथ थाम बी दो....
माड़े टेम न इतणा हक ना दो की वो थम न ओड़े की ओड़े रोक दे....✌🏼✌🏼
माणस बदलदे रहगे ज्यूँ ज्यूँ जिंदगी आगे चाल्दी जागी....इब हाथ म थारे ह उण माणसा न कुकर हैंडल करते चालोगे...🙏 #मासूम

Pankaj Kumar Mishra Vatsyayan

एक तरही ग़ज़ल....मिसरा-ए-तरह कैफ़ भोपाली साहब की ग़ज़ल से है- "चाँद बता तू कौन हमारा लगता है"

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साथ तुम्हारा मुझको ऐसा लगता है
मरुथल मे ज्यूँ मीठा दरिया लगता है

सामने तेरे खिला खिला सा लगता है
दूर गए तो मन मुरझाया लगता है

तुझ में कुछ ऐसे मिलता जाता हूँ, ज्यूँ
शक्कर पानी में घुलता सा लगता है

क्यूँ लगता है कुछ जाना पहचाना सा
चाँद बता तू कौन हमारा लगता है

तन चंदन है ओठ गुलाबी बिल्कुल तू
बर्फीले शोले के जैसा लगता है

कागज़ पर शब्दों से चित्र उकेरे है
पंकज इक शायर दीवाना लगता है एक तरही ग़ज़ल....मिसरा-ए-तरह कैफ़ भोपाली साहब की ग़ज़ल से है-
"चाँद बता तू कौन हमारा लगता है"

Ajay Panchal

#nfdajay

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बड़ा घाटे का सौदा है 'सदा' ये साँस लेना भी 
बढ़े है उम्र ज्यूँ-ज्यूँ ज़िंदगी कम होती जाती है #nfdajay

Anjali Bhanushali

🙏🌹ईश्वर की अद्भभुत रचना "किन्नर"🌹🙏 ************************************ ईश्वर ने स्त्री को रचा, कोमलता, सुघड़ता, प्रेम, कला के रंग भरे पर कुछ था जो छूट सा गया... फ़िर ईश्वर ने पुरुष को रचा, कठोरता, जटिलता, पौरुष भरते हुए कठोर से रंग भरे पर अब नृत्य, संगीत जैसे आयाम पीछे छूट गए.बड़ा परेशान था सृजनहार, इन विपरीतगामी रंगों को कैसे संग संग लाए... हाथों में सृजन तूलिका लिए बैठा परेशान था, कि मां अरिष्टा और कश्यप ऋषि ने ब्रह्म के पैर के अंगूठे की छाया में कुछ नवीन रचा.जिसमें पुरुषत्व के गहरे रंग तो

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ईश्वर कि अद्भभुत रचना
"किन्नर" 🙏🌹ईश्वर की अद्भभुत रचना "किन्नर"🌹🙏
************************************
ईश्वर ने स्त्री को रचा, कोमलता, सुघड़ता, प्रेम, कला के रंग भरे पर कुछ था जो छूट सा गया... 
फ़िर ईश्वर ने पुरुष को रचा, कठोरता, जटिलता, पौरुष भरते हुए कठोर से रंग भरे पर अब नृत्य, संगीत जैसे आयाम पीछे छूट गए.बड़ा परेशान था सृजनहार, 
इन विपरीतगामी रंगों को कैसे संग संग लाए... 
हाथों में सृजन तूलिका लिए बैठा परेशान था, कि मां अरिष्टा और कश्यप ऋषि ने ब्रह्म के पैर के अंगूठे की छाया में कुछ नवीन रचा.जिसमें पुरुषत्व के गहरे रंग तो

शुभम तिवारी

#मृत्यु

और जब कोई इंसान इस दुनिया से विदा हो जाता है तो उसके कपड़े, उसका बिस्तर, उसके द्वारा इस्तेमाल किया हुआ सभी सामान उसी के साथ तुरन्त घर से निकाल दिये जाते है...

पर कभी कोई उसके द्वारा कमाया गया धन-दौलत, प्रोपर्टी, उसका घर, उसका पैसा, उसके जवाहरात आदि, इन सबको क्यों नही छोड़ते?

बल्कि उन चीजों को तो ढूंढते है, मरे हुए के हाथ, पैर, गले से खोज-खोजकर, खींच-खींचकर निकालकर चुपके से जेब मे डाल लेते है, वसीयत की तो मरने वाले से ज्यादा चिंता करते है। इससे पता चलता है कि आखिर रिश्ता किन चीजों से था...

हाड़ जले ज्यूँ लाकड़ी, केस जले ज्यूँ घास..
कंचन जैसी काया जल गई, कोई न आयो पास..

जगत में कैसा नाता रे.... 😢😢😢 #मृत्यु

SamadYusufzai

मज़हब एक बार बहुत दूर चला गया था मै तुम्हारी दिल की गलियों से गुज़रता हुआ बहुत दूर जा निकला था मै वो खामोश सा रस्ता जो तेरे दिल से दिमाग तक जाता था अजीब सी खामोश चीखों से भरा हुआ था घुटन थी उसमे खौफ था लरज़ा हुआ सा लहजा था

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मज़हब
एक बार बहुत दूर चला गया था मै
तुम्हारी दिल की गलियों से गुज़रता हुआ 
बहुत दूर जा निकला था मै
वो खामोश सा रस्ता जो तेरे दिल से दिमाग तक जाता था
अजीब सी खामोश चीखों से भरा हुआ था
घुटन थी उसमे खौफ था लरज़ा हुआ सा लहजा था

Dr.sanjay Yadav

तेरा बदलना हो की मौसम का बदलना । धूप और छांव का ज्यूँ साथ साथ चलना !! मुझ ही से मोहब्बत ,मुझ ही से नफ़रत , इश्क़ और सियासत का ज्यूँ साथ साथ चलना !! मुझ ही से ख़ुदाई ,मुझ ही से ख़ुदगर्ज़ी , मतलब और ईमान का ज्यूँ साथ साथ चलना !!

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तेरा बदलना हो  की मौसम का बदलना ।
धूप और छांव का ज्यूँ  साथ साथ चलना !!

मुझ ही से मोहब्बत ,मुझ ही से नफ़रत ,
इश्क़ और सियासत का ज्यूँ  साथ साथ चलना !!

मुझ ही से ख़ुदाई ,मुझ ही से ख़ुदगर्ज़ी ,
मतलब और ईमान का ज्यूँ साथ साथ चलना !!

Saurabh Sadaf

ठोकरें लगती गई, राही को ज्यूँ-ज्यूँ पाँव में 
हाँ, सफ़र मुश्किल हुआ, पर हौंसला बढ़ता गया #nojoto #kavishala #life #struggle #journey
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