Find the Best BachpanAurMaa Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutbachpan love shayri 0, poem on bachpan in hindi for class 1, poem on bachpan in hindi for kids, a poem on bachpan in hindi, shayari on bachpan ke din in hindi 390,
बेजुबान शायर shivkumar
// मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे // वो मस्ती से खेलना उन तितलियों के संग मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे ! खिलखिलाकर मुस्कुराए हुए , मुद्दतें हो गई मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे ! ना कोई डर ना चिंता ना कोई गम के वो फ़साने काश कोई मेरे वो बचपन के दिन को वापसी दे ! हँसना हँसाना छोटी छोटी बातों पर रूठते मनाते हुए मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे ! पापा की गोदी में चढ़ जाना , थक कर माँ के आँचल में सो जाने दे ! मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे अब तो बस ये ज़िंदगी ही कट रही है ! ये ज़िदंगी को बहुत साल हो गए मेरी ज़िदंगी को अब अपनो के लिए जीने दे ! ©Shivkumar #bachpan #BachpanAurMaa #बचपन #Nojoto #nojotohindi // मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे // वो मस्ती से खेलना उन तितलियों के संग मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे !
#bachpan #BachpanAurMaa #बचपन #nojotohindi // मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे // वो मस्ती से खेलना उन तितलियों के संग मेरे वो दिन बचपन वाले दिन को कोई लौट दे !
read moreRadhe Radhe
good morning have a nice day ©Radhe Radhe #bachpan #BachpanAurMaa #good_morning
#bachpan #BachpanAurMaa #good_morning
read moreManju
बचपना याद आता है,तो आँखें भींग जाती हैं थी जब छोटी-छोटी बातों पर, रूठ कर खीज जाती ये बचपना याद आता है,वो दिन भी याद आते है जब भाईयों से झगडे़ होते थे,शरारतें जम के होती थी मारपीट होती थी,माँ से शिकायत भी होती थी पर कुछ क्षण बाद सब भुलकर, बातें फिर-से होती थी शुरू फिर-से वही गपशप,शरारतें फिर-से होती थी और अब तो साथ बैठे भी,जमाने कितने गुजरे है वो बचपना,वो दिन अब तो सपने हो गए है अब ना बातें होती हैं,ना वो शरारतें होती हैं ना माँ से शिकायतें होती हैं,ना माँ की हिदायतें होती हैं और नाही हमारे बिच अब माँ रहती है बस देखकर वक्त का सफर यें,आँखें खीज जाती हैं बचपना जब याद आता है,तो आँखें भींग जाती ©Màñjú #BachpanAurMaa #Bachpanyade
irslan khan
Chaar paise kamaye ye bhi ek khwaab tha, Bada sa ek ghar banaye ye bhi ek khwaab tha. Choodiya tooth jaati hai silbatte pe maa ke hatho ki, Use sone ke kangan pehnaye ye bhi ek khwaab tha. Chipkaate the thook se maathe pe hum athanni, Khilono ki ek dukaan lagate ye bhi ek khwaab tha. Mumkin hai ab to karlenge safar jahaaz kab bhi, Kiraye ki cycle ke bus 2 round mil jaye ye bhi ek khwaab tha. Khwaab to dekhlete aaj bhi par ab neend kaha mayassar humko, Har khwaab ko bachpan ke pura karna ye bhi ek khwaab tha. ©irslan khan Bachpan ki kahani #safar #bachpan #BachpanAurMaa #Maa #khwaab #paisa #cycle #Zindagi #kahani
Simran Kumari
बचपन और माँ माँ तेरे पसीने के हर एक बूंद को मोती सा चमकाऊगा तू सपने बड़े देखना पूरा करके मैं दिखलाऊंगा ©Simran Kumari #BachpanAurMaa shayri
#BachpanAurMaa shayri
read moreRandhir Singh Gill
बचपन और माँ " मैं तो आज भी अपने खर्चे के लिए , पैसे माँ से माँगा करता हूँ , आखिर मेरा कमाया उन्ही का तो है "..! ©Randhir Singh Gill #BachpanAurMaa #Love #maa #Love #Life
#BachpanAurMaa Love #maa Love Life
read morePushkar Sahù( मन की कलम से )
बचपन और माँ बस तुम्हारी तस्वीर क़ो देख के निहारना रहता हुँ आपकी यादो में ©Pushkar Sahù( मन की कलम से ) #BachpanAurMaa #maa