Find the Best आशुतोष_हिन्दुस्तानी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos about
आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
ये हालत कौन देखेगा? इज़ाफत कौन देखेगा? सदाकत देख लोगे पर, खिलाफत कौन देखेगा? जमाना देखेगा मज़हब, इलाका,जाति,भाषा,लिंग। ये नफरत के मोहल्ले में, मोहब्बत कौन देखेगा? ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" ये हालत कौन देखेगा? इजाफत कौन देखेगा? सदाकत देख लोगे पर, खिलाफत कौन देखेगा? जमाना देखेगा मजहब, इलाका,जाति,भाषा,लिंग। ये नफरत के मोहल्ले में, मोहब्बत कौन देखेगा?
ये हालत कौन देखेगा? इजाफत कौन देखेगा? सदाकत देख लोगे पर, खिलाफत कौन देखेगा? जमाना देखेगा मजहब, इलाका,जाति,भाषा,लिंग। ये नफरत के मोहल्ले में, मोहब्बत कौन देखेगा?
read moreआशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
उसकी मासूमियत को देख, जो मुस्कुरा उठता हूँ, मैं उससे दूर भी खुश हूँ, ये उसका तर्क होता है। उस नादान शख्स को तो इतना भी नहीं मालूम, कि हालत और हालात में काफी फर्क होता है। ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" उसकी मासूमियत को देख, जो मुस्कुरा उठता हूँ, मैं उससे दूर भी खुश हूँ, ये उसका तर्क होता है। उस नादान शख्स को तो इतना भी नहीं मालूम, कि हालत और हालात में काफी फर्क होता है। #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #प्रेम
उसकी मासूमियत को देख, जो मुस्कुरा उठता हूँ, मैं उससे दूर भी खुश हूँ, ये उसका तर्क होता है। उस नादान शख्स को तो इतना भी नहीं मालूम, कि हालत और हालात में काफी फर्क होता है। #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #प्रेम
read moreआशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
"बचते फिर रहे थे इन काँटों से हम। मौका पाते ही फूलों ने मेरा कत्ल कर दिया।।" ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" "बचते फिर रहे थे इन काँटों से हम। मौका पाते ही फूलों ने मेरा कत्ल कर दिया।।" #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #विरह_वेदना #दर्द_ए_दिल #प्रेम_गीत #प्रसंग #Flower
"बचते फिर रहे थे इन काँटों से हम। मौका पाते ही फूलों ने मेरा कत्ल कर दिया।।" #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #विरह_वेदना #दर्द_ए_दिल #प्रेम_गीत #प्रसंग #Flower
read moreआशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
गर हम रोशनी के तलबगार होते, तो कहते कि हमको इनायत चाहिए। खुदा ने भेज दिया उसको मेरे पास, मैंने कहा था कि मुझे जन्नत चाहिए।। ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" आरजू-ए-जन्नत🥺 #Hum #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #इश्क #खुदा_की_रहमत #इश्क_और_तुम #प्रेम_गीत #प्रेम_ही_ईश्वर_है
आरजू-ए-जन्नत🥺 #Hum #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #इश्क #खुदा_की_रहमत #इश्क_और_तुम #प्रेम_गीत #प्रेम_ही_ईश्वर_है
read moreआशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
"मुझे चाहिए इसी रूप में एक और जनम। उसे भूलने को ये जनम कम पड़ रहा है।।" ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" भूलना किसी को कठिन है बहुत........... #twoliner #twolineshayari #lovestatus #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_हिन्दुस्तानी
भूलना किसी को कठिन है बहुत........... #twoliner #twolineshayari #lovestatus #आशुतोष_आर्य #आशुतोष_आर्य_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_हिन्दुस्तानी
read moreआशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
"नन्द के द्वार खड़ी गोपी ने, कृष्ण के बाल-सौन्दर्य को देखा। प्यार-दुलार करते पिता के, वात्सल्य की पावन-रेखा।। माता ने उन्हें गोद उठाकर, ममता दी जब मइय्या की। सारा जग तब बोल उठा, कि 'जय हो कृष्ण- कन्हैय्या की'।। लाज बची द्रौपदी की तुमसे, पूतना का उद्धार हुआ। संग पांडवों के रहे तुम तो, कौरवों का संहार हुआ।। गीता का जब ज्ञान बताया, पार लगाई नइय्या भी। सारा जग तब बोल उठा, कि 'जय हो कृष्ण- कन्हैय्या की'।। उद्धव तेरे कहने से न, छोड़ेगा कोई प्रेम कभी। दिया सिखा जो कान्हा ने, वो भूलेगा कोई नहीं कभी।। राधा की प्रेम- प्रतीक्षा पूरी, करेंगे उसके संइय्या ही। सारा जग तब बोल उठा, कि जय हो कृष्ण- कन्हैय्या की।।" ©आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी" #janmaashtami #आशुतोष_हिन्दुस्तानी #आशुतोष_आर्य #कृष्ण
आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
कुदरत की जवानी भूल सखे।।। कल-कल करता था नदियों का पानी, हरी-भरी डालियां ,पेङ , पौधे , मैदान , समुंदर उन पर उडती, मुस्कुराती चिङिया रानी।। दूर-दूर तक स्वच्छ हवा , प्रकृति को पारदृश्य बनाते पवन-पानी।। इससे बङकर थी एक मुस्कान, जो उसको उमंगित थे करते दिखे।। कुदरत की जवानी भूल सखे।।। कुदरत की जवानी भूल सखे।।। अब नहीं रहा वो, न्यारापन, बस, गंध हवा की बची घुटन।। प्रकृति, प्रकृति ही नहीं रही, मानव ने किया बर्बाद सृजन।। कुछ ज्ञान बढ़ा, सम्मान बढ़ा, अभिमान बढ़ा, अपनी बुद्धी पर प्रकृति-प्रेम लिखे, कुदरत की जवानी भूल सखे।।। कुदरत की जवानी भूल सखे।।। गर ज्ञान बढ़े, सम्मान बढ़े, अभिमान बढ़े, तब ही तो जंगल, वन, उपवन और जीवन संग इंसान बढ़े।। इंसान बढाने का सपना यदि सपना ही रहा तो अपमान कड़े, इंसान की नव पीढ़ी की ख़ातिर, आज का हर इंसान लड़े।। तब दिल की बात, दिमाग चखे, तब कुदरत की जवानी याद रखे।। तब कुदरत की जवानी याद रखे, तब कुदरत की जवानी याद रखे।। #प्रकृति,#nature,#हिन्दुस्तानी,#भारतीय,#स्वच्छता,#वृक्षारोपण,#आशुतोष_हिन्दुस्तानी,#ashutosh_indian,#real_indian
आशुतोष आर्य "हिन्दुस्तानी"
अपने भारत के कौशल का , अभिमान दिखाने आया हूँ। मै तुम्हें जगाने आया हूँ , मै तुम्हें जगाने आया हूँ।। इस भारत में रहने वालों, कुछ काम करो, कुछ नाम करो। जिसने तुमको है जान दिया , उस भारत का सम्मान करो।। किस शोक में जन तुम डूबे हो, किस मार्ग को हो तुम भूल गए। उस मार्ग-राह के दर्शन का सम्मार्ग दिखाने आया हूँ।। मै तुम्हें जगाने आया हूँ, मै तुम्हें जगाने आया हूँ।। जब थे बजरंगी भूल गए , अपने उड़ने के कौशल को। तब दूजे ने ही था जन को, स्मरण कराया था उनको।। तुममें भी तो कुछ कमियाँ है, कुछ सामाजिक, कुछ नैतिक है। अब मैं भी उन सब कमियों पर , तुम्हें जीत दिलाने आया हूँ।। मै तुम्हें जगाने आया हूँ, मै तुम्हें जगाने आया हूँ।। तुम्हें अपने भारत की खातिर, जो कुछ भी हो वह कार्य करो। कुछ दान करो, कुछ मान करो, कुछ तो वतन का सम्मान करो।। देश की खातिर जो कुछ भी हो सके, आज वो कर दो तुम। मै बस तुमको , बस इतना ही, स्मरण दिलाने आया हूँ।। मै तुम्हें जगाने आया हूँ, मै तुम्हें जगाने आया हूँ।। तुम तो खुद को ही भूल गए, तुम मुरलीधर की बंशी हो। तुम्हारे याद करो , खुद को पहचानो, तुम भी भारतवंशी हो।। तुमको भी भारत की खातिर, कुछ-बहुत बहाना शोणित है। उस भारतवंशी गरिमा को, मै फिर धधकाने आया हूँ।। मै तुम्हें जगाने आया हूँ, मै तुम्हें जगाने आया हूँ।। जय हिन्द, जय भारत।। वन्दे मातरम्।। इन्कलाब जिन्दाबाद।।। #आशुतोष_हिन्दुस्तानी,#हिन्दुस्तानी,#wake_up_india,#जागो_भारत,#Ashutosh_hindustani,#indian,#ashutosh_indian
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited