Find the Best मौज Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutमौजों की रवानी है meaning, मौजों की रवानी है सॉन्ग, मौजों की रवानी है, मौजूद है हर सांस में, मैं हूं मन मौजी तू है फौजी,
Murtaza Ali
मोजों से घबराकर हम किनारे हो लिए कश्ती में ही रहते.... तेरे साथ तो रहते...!! ✍️✍️मुर्तजा ’मोहसिन’ ©Murtaza Ali #मौज
अदनासा-
रोज़-रोज़ ग़म की मौज होने लगी, आंखों से आंसु भी क़तरा-क़तरा, बहते-बहते बहने से कतराने लगी, पथराई आंखों में कुछ जम सी गई, ज़हीन आंसुओं की पाक कतरे है, इन्हें जमकर फ़िर पिघल जाने का, वो बेसबरी से इंतज़ार कर रही है, इंतज़ार उस बैरी उम्र की आखिरी, तेज़ बरसात के पाक कतरों का, जिनमें बड़ी शिद्दत से बज़्म होकर, क़तरे-क़तरे के समुंदर में खो जाए, जहां नही ग़म खोने और पाने का। ©अदनासा- #हिंदी #ग़म #मौज #रोज़ #आँखों #बरसात #Instagram #Pinterest #Facebook #अदनासा
#हिंदी #ग़म #मौज #रोज़ #आँखों #बरसात #Instagram #Pinterest #Facebook #अदनासा
read moreRabindra Kumar Ram
" रखने को मैं कौन सा हिसाब रखु , तेरे मुहब्बत की अब कौन सी पहचान रखु , अब ख्वाहिशें किस मौज-ए-तबस्सुम से गुजरे , अब मैं तुझे कितने इत्मीनान से रखु . " --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram " रखने को मैं कौन सा हिसाब रखु , तेरे मुहब्बत की अब कौन सी पहचान रखु , अब ख्वाहिशें किस मौज-ए-तबस्सुम से गुजरे , अब मैं तुझे कितने इत्मीनान से रखु . " --- रबिन्द्र राम #हिसाब #मुहब्बत #ख्वाहिशें #मौज-ए-तबस्सुम #इत्मीनान
" रखने को मैं कौन सा हिसाब रखु , तेरे मुहब्बत की अब कौन सी पहचान रखु , अब ख्वाहिशें किस मौज-ए-तबस्सुम से गुजरे , अब मैं तुझे कितने इत्मीनान से रखु . " --- रबिन्द्र राम #हिसाब #मुहब्बत #ख्वाहिशें #मौज-ए-तबस्सुम #इत्मीनान
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited