Find the Best तुमको Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutबहुत कुछ जान के जाना है तुमको, तुमको मेरे दिल ने पुकारा है lyrics, हमने है प्यार नहीं तुमको, बाजुओं में तुमको है कसम, करते है प्यार तुमको,
M@nsi Bisht
तुमको मानना इतना मुश्किल नहीं। जिसमें नाराज़ भी तुम जानबूझ कर होती हो।। ©M@nsi Bisht #तुमको
Bulbul varshney
तुमको प्रणाम है शिक्षक मेरे जो तुमने मुझे पढ़ना सिखाया हर मुश्किल से लड़ना सिखाया अपनी मंजिल को कैसे हासिल किया जाएं इसको लेकर मन में हौसला जगाया। ©Bulbul varshney #HappyTeachersday #तुमको प्रणाम है शिक्षक मेरे।
#HappyTeachersday #तुमको प्रणाम है शिक्षक मेरे।
read moreExplorer
भूलने की लाख कोशिश की पर ये मुमकिन न हुआ रग रग में बसे हो तुम तुमको भूलें भी तो कैसे साथ बीती हर वो शाम याद आती है साथ बिताए लम्हों की हर बात याद आती है कहना कितना आसान है ना की भूल जाओ उसे पर हमें बताओ भूलें भी तो कैसे जो रग रग में बसे हैं उन्हें उन्हें भूलें भी तो कैसे ©Explorer #Gulaab #भूले #कैसे #प्यार #इश्क #जुनून #तुमको
सिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र
Shubham Bhardwaj
तुमको पाने की चाह, कोई गुनाह तो नही। मोहब्बत की है,मत कहो बेपनाह तो नही।। ©Shubham Bhardwaj #तुमको #पाने #की #चाहता #कोई #गुनाह #तो #नही
Shubham Bhardwaj
तुमको देखा और दिल दीवाना हो गया। मोहब्बत का यह मौसम नजराना हो गया।। ©Shubham Bhardwaj #तुमको #देखा #दिवाना #होगा #नजराना #हों #गयी
Anjali Nigam
तुम नहीं जान पाओगे इंतज़ार क्या होता है हमसे पूछकर देखो ऐतबार क्या होता है बुलाकर किसी को एकबार खुद चले जाना क्या होता है तुमने नहीं जाना अभी प्रेम में विस्तार क्या होता है ©Anjali Nigam #तुमको क्या मालूम ....
#तुमको क्या मालूम ....
read moreShubham Bhardwaj
तुमको पाकर धन्य हुआ, सपन हुए साकार। तुम ही मेरा जीवन हो और तुम्ही मेरा प्यार ।। ©Shubham Bhardwaj #तुमको #पाकर #धन्य #हुआ
Shashi Bhushan Mishra
हम जंगल के फूल खिलाया तुम्हें बाग के माली ने, मुझे प्रकृति ने दुलराया तुमको पाला है माली ने। सूरज ने भी मुझे सताया वन जीवों ने भी तड़पाया, नियति कोप को स्वयं झेलकर तुम्हें बचाया माली ने। गर्म हवाओं ने झुलसाया रस-पराग भंवरे ने खाया, "हरित नीड़" निर्मित कर उसमें तुम्हें सुलाया माली ने। जैस्मीन,जूही या सूर्यमुखी,गेंदा, गुलाब,चंपा कोई, हर रंग रूप के फूल सदा सीने से लगाया माली ने। मेरे प्रांगण पतझड़-बसंत,सुंदर निर्झर, पर्वत,दिगंत, हर मौसम हो तेरा बसंत एहसास कराया माली ने। हम वीराने की शोभा थे कब खिले और कब बिखर गए, तुमको माला में पिरो वीरगति तक पहुँचाया माली ने। ----शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #तुमको पाला माली ने#
#तुमको पाला माली ने#
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