Find the Best प्रजा Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutप्रजापत्य विवाह क्या है, प्रजातांत्रिक विद्यालय क्या है, प्रजातांत्रिक क्या है, प्रजाति क्या है, प्रजातियां क्या है,
अदनासा-
विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳https://www.instagram.com/reel/C7MVaqaPgtN/?igsh=MXE3Z3k1aDIyaWpzdA== #हिंदी #वीरता #ताकत #कमज़ोर #शेर #राजा #प्रजा #Instagram #cartoonsworld #अदनासा
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"कबीर" प्रेम न बारी उपजे, प्रेम न हाट बिकाए । राजा प्रजा जो ही रुचे, सिस दे ही ले जाए । भावार्थ: कबीर दास जी कहते हैं कि प्रेम कहीं खेतों में नहीं उगता और नाही प्रेम कहीं बाजार में बिकता है। जिसको प्रेम चाहिए उसे अपना शीशक्रोध, काम, इच्छा, भय त्यागना होगा। . ©@thewriterVDS #कबीर #प्रेम #न #बारी #राजा #प्रजा #जो #ही #Chalachal
अदनासा-
मनमौजी राजा मनमौजी प्रजा अधर्मी राजा धर्म का विस्तार विस्तृत चाहता है, परधर्मी को भयभीत कर आधिपत्य चाहता है। राज्य पूर्ण रुप से द्वेष नीति के वातावरण में हो, एवं राजा द्वेष मुकुट से राज्याभिषेक चाहता है। राजा विभिन्न नव वेषभूषा में नीत अवतरित हो, प्रजा के धन से स्वयं का प्रचार प्रसार चाहता है। राजधर्म का घनघोर अपमान करता करवाता, स्वयं हेतु श्रेष्ठ राष्ट्रवादी का तमगा भी चाहता है। राजनगर के बाज़ार हाट में भले मंदी बनी रहे, पर आंदोलन को दमन से बंदी लाना चाहता है। वधु को नगर वधु कहकर अपमानित भी करे, पर वधु शीलभंगी को मुक्त कर संस्कारी कहता है। ©अदनासा- #हिंदी #राजा #बादशाह #तानाशाह #cards #Instagram #Pinterest #Facebook #प्रजा #अदनासा
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read moreEk villain
अर्थ और प्रजा के सुख में ही राजा का सुख ही नहीं है तीसरी बार राज्य का बजट प्रस्तुत करते हुए वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर आर राव द्वारा उदित की गई कौटिल्य के अर्थशास्त्र की इस उक्ति से आलोक में अगर बजट पर नजर डालें तो एक बात ही तय है कि यह बजट किसी को अक्रिय नहीं लगेगा लगातार तीसरे वर्ष सरकार ने आम जन पर कोई भी नया कर नहीं लगाया है सरकार ने अपनी तीसरी बजट में स्वास्थ्य शिक्षा और युवाओं को खूब ख्याल रखा है सबसे ज्यादा बढ़ोतरी स्वास्थ्य के बजट में हुई है जो सभी भी अच्छी सेहत की चिंता के प्रति सरकार के प्रतिबंध को दर्शाती है वित्त मंत्री ने आधारभूत रचनाओं तथा व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं के पेड़ बेहतर बनाने की कोशिश की है बिजली पानी सड़क स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में आधारभूत संरचनाओं के निर्माण पर ध्यान देने के साथ-साथ व्यक्तिगत लाभ की योजनाएं यूनिवर्स पेंशन योजना ₹1 यूनिट बिजली जैसी योजनाओं की दी है सबसे ज्यादा बढ़ा ध्यान स्वस्थ जरूरी है व्यवस्था की कलई खोल दी है स्वस्थ ही जीवन का सार है मूल मंत्र में अपनाते हुए वित्त मंत्री ने स्वस्थ क्षेत्र में दोनों हाथ खोल कर उनके स्वास्थ्य में सबसे ज्यादा 27% के बाद खाद्यान्न वितरण में 30% शिक्षा में 6% बढ़ोतरी हुई है बजट में जिलों की घोषणा की गई है ©Ek villain #प्रजा के सुख में राजा का सुख #Moon
Varun bhaliya
देश का #राजा जब #प्रजा से #मदद मांगे.... तो समझ लेना देश बहुत बड़ी #संकट में है.... अपने #राजा का #सहयोग करें🙏
अविरल अनुभूति
फूलों सी कोमल एक नन्ही कलीं, फिर नर भेडिंयो का शिकार बनीं। एक मां की गोद हो गई सूनी, तड़पता दिल पुकार करें। धर रुप नर का फिरते जो दानव, इन दैत्यों का संहार करें।। सुन सिसकी उस मासूम की, क्या रुह नहीं कांपी होगी। इन हैवानों की कोई और नहीं, सजा सिर्फ फांसी होगी।। शोक निंदा और संवेदना, इन शब्दों से क्या जाहिर होगा। जिस मां का लुट गया सर्वस्व, अब उसे कहां हासिल होगा। नारी है शक्ति, नारी है दुर्गा होता नारी का गुणगान यहां। क्या बिन नारी के जायें हैं, जो करते नारी का अपमान यहां।। कैसी समाज में फैली ये विकृति, दिन दिन हैं अपराध बढ़े। राजनीति हैं आंकडों में उलझी, गत वर्ष बढ़े इस वर्ष घटें।। न्याय न्याय की बात हो करते, कब बेटी को न्याय दिलाओगे। जहां हो उसकी लाज सुरक्षित, कब ऐसा परिवेश बनाओगे।। इस दर्द में भी रंग हैं ढूंढतें, कुछ सूरमा ऐसे भी भारी हैं।। हैं आप समझतें वैद्ध जिन्हें, वो वैद्ध नहीं व्यापारी हैं।। प्रजा प्रजा में ना भेद करे, है शासक का कर्तव्य यही। ये राजधर्म की है परिभाषा, और अटल वक्तव्य सही।। सत्ताधीशों से आग्रह है, कुछ ऐसा कठोर विधान करें। ना नारी का शील लुटें, चहुं ओर इनका सम्मान बढें। अविरल विपिन बिटिया ट्विंकल शर्मा को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
बिटिया ट्विंकल शर्मा को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10 ।।श्री हरिः।। 9 – अहिंसा बात बहुत पहले की है - इतने पहले की कि मनुष्य तब आज के दानवाकार यन्त्र बनाने की बात सोच भी नहीं सकता था। उस युग में भी एक वैज्ञानिक था। आज के वैज्ञानिक मुझे क्षमा करेंगे - मुझे लगता है कि अभी उस वैज्ञानिक के ज्ञान तक आज का मनुष्य नहीं पहुँच सका है। 'मैं अपने यनंत्रों के सब रहस्य आपको बतला दूँगा। मेरे सेवक उनके निर्माण में निपुण हैं और वे आपके आज्ञानुवर्ती रहेंगें।' उस वैज्ञानिक ने एक दिन भारत के एक वरिष्ठ पुरुष के सम्मुख प्रस्ता
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 10 ।।श्री हरिः।। 7 – अमोह 'मेरा पुत्र ही सिंहासनासीन हो, यह मोह है वत्स!' आज सातवीं बार कुलपुरोहित समझा रहे थे मद्राधिपति को - 'सम्पूर्ण प्रजा ही भूपति के लिए अपनी संतान है और उसकी सुरक्षा संदिग्ध नहीं रहनी चाहिये।' मद्रनरेळ के कुमार बाल्यकाल सो कुसंग में पड़ चुके थे। वे उग्रस्वभाव के तो थे ही, दुर्व्यसनों ने उन्हें अत्याधिक लोक-अप्रिय बना दिया था। प्रजा चाहती थी कि उत्तराधिकारी कुमार भद्र हों, जो मद्रनरेश के भ्रातृ-पुत्र थे; किंतु पिता की ममता भी दुर्बल क
read moreआयुष पंचोली
Hindi shayari quotes वो राजा राजा नही होता, जिससे प्रजा प्रताड़ित हो, वो जनसेवक राजा होता हैं, जिसकी प्रजा मुरीद बने। क्या फ़ायदा ऐसे तख्तो ताज का, जो घमंड को बड़ावा दे, वो फ़कीर असल महाराजा हैं, जो अभिमान से दूर रहे। इंसा तुम भी इंसा हम भी, तुम मसीहा बनना चाहते हो, हम इंसा हैं, इंसा ही रहेंगे, बस इंसानियत जिन्दा रखना चाहते हैं। कोई साथ ना दे मेरा, पर मैं सच कहता जाऊंगा, शान्त हूं मैं पर शांत नही, मैं नींव तुम्हारी हिलाऊंगा । कुछ कहाँ नही अब तक तो तुम कमजोर हमे समझ बैठे, हम से जो टकराये हैं, वो वजूद अपना ही मिटा बैठे। "आयुष पंचोली" ©ayush_tanharaahi #NojotoQuote #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #kalam_ki_kranti