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Best उत्थान Shayari, Status, Quotes, Stories

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अदनासा-

Juhi Grover

एक महिला से दूसरी महिला की झड़प दिखाती है,
महिला उत्थान में महिला भी रुकावट हो सकती है। वीप्सा अलंकार
#एक 
#दूसरी 
#महिला 
#झड़प
#उत्थान 
#रुकावट 
#yqhindi

Juhi Grover

सियासत होती देखी है महिला उत्थान पर हमेशा, क्या कभी किसी महिला के घर जा कर देखा भी है, बैठे बैठे ख़्याली पुलाव पकाने में क्या ही जाता है, मुद्दा तो है ही, बस चुनावी फर्ज़ निभाना आता है। माना कि नारी बढ़ चुकी है आगे बहुत ही ज़्यादा, सफल होने पे उन के नाम की माला जपी जाती है, सफर के काँटों को अाखिर कौन उठाने आता है,

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महिला दिवस  की बधाई  हो, बहुत बार सुन लिया,
मग़र फिर भी महिला  जीवन में  क्या  सुधार दिया,
अग़र कुछ  किया भी  तो बस एक ही दिन के लिए,
कौन है आखिर जो समाज सुधार का ठेका ले गया।

          ( कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें ) सियासत होती  देखी है महिला  उत्थान पर हमेशा,
क्या कभी किसी महिला के घर जा कर देखा भी है,
बैठे बैठे  ख़्याली पुलाव पकाने में  क्या ही जाता है,
मुद्दा तो  है ही, बस चुनावी  फर्ज़ निभाना  आता है।

माना कि नारी  बढ़  चुकी है  आगे बहुत  ही ज़्यादा,
सफल होने पे उन के नाम की माला जपी जाती है,
सफर के काँटों   को  अाखिर  कौन  उठाने आता है,

Ram Kumar Baiga

Ram Kumar Baiga

RABISH KARNWAL

#Goodevening

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शिक्षित बनो #ज्ञान के लिये, 
संगठित रहो #उत्थान के लिये,
संघर्ष करो #स्वाभिमान के लिए,
जान लगा दो #संविधान के लिए
#जयभीम #जयसंविधान
🙏🙏🙏

©RABISH KARNWAL #Goodevening

Nirankar Trivedi

#मेरा संघर्ष आने वाले कल को सुन्दर बनाने का है |

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मेरा संघर्ष समाज में फैली उन कुरीतियों और गंदगी से है जो इंसान की इंसानियत को गंदगी से धूमिल करती है |
जीवन सभी को मिलता है मग़र जीना कुछ ही लोग समझ पाते हैं|आज मैं इसी संघर्ष से गुजर रहा हू की मैं दूसरों के लिए गलत नहीं हू तो अन्य लोग क्यों गलत है |
और निश्चित ही एक दिन समाज को वो सच्चाई बताऊँगा जिसे लोग स्वीकारने से खुद को रोक नहीं पाएंगे |
मेरा संघर्ष मेरे देश, मेरे माता पिता और धरती के सभी प्राणियों के लिए है जिससे उन्हें मेरे द्वारा कोई तकलीफ न हो |क्योंकि अगर जीवन का उत्थान समझना है तो देश और समाज का उत्थान समझो | #मेरा संघर्ष आने वाले कल को सुन्दर बनाने का है |

Durgesh Bahadur Prajapati

परिवर्तन की इक नयी पहल...

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परिवर्तन की इक नयी पहल...

विगुल बज रहा नवपरिवर्तन का मिलकर कदम बढ़ाओ सब,
समाज राष्ट्र उत्थान के लिए संग मिलकर जय गाओ सब । 
संग मिलके जय गाओ सब।
समय हो रहा परिवर्तन का मिलकर कदम बढ़ाओ सब...
 नवल प्रभा की नवल रश्मि से उर्जित तन-मन-प्राण करो,
नवयुवा राष्ट्र के जनहित में अब नवयुग की शुरुआत करो।
जन-जन में देवत्व जगाओ जनहित का सम्मान करो,
प्रश्न उठ रहा मानव समाज में अब तो इक हुंकार भरो।
समय हो गया समाधान का मिलके आवाज उठाओ सब,
समाज राष्ट्र उत्थान के लिए संग मिलकर जय गाओ सब । 
मिलके कदम बढ़ाओ सब।

-- दुर्गेश बहादुर प्रजापति परिवर्तन की इक नयी पहल...

Narendra Naresh Rawat

सामाजिक उत्थान से है ज्ञान का वास्तविक महत्व।।

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महत्वहीन है वो ज्ञान जो स्वयं तक ही सीमित हो जाये।।
ज्ञान का वास्तविक महत्व किताबों से बाहर निकलकर व्यवहारिक जीवन में उतरकर समाज के उत्थान से है।।
जो ज्ञान अपने अतिरिक्त कुछ और देख नही पाता वह एक दिन नष्ट हो ही जाता है।।
जबकि समाज के उत्थान हेतु उपयोग में लाया गया ज्ञान ही स्थायी होता है।।

_NARENDRA_SINGH सामाजिक उत्थान से है ज्ञान का वास्तविक महत्व।।

Mukesh Poonia

Story of Sanjay Sinha आज मेरे छोटे भाई का जन्मदिन है। मेरा वही भाई जो चार साल पहले मुझे छोड़ कर चला गया, उसका आज जन्मदिन है। मैं चाहूं तो उसके जन्म के एक-एक पल याद कर सकता हूं। मुझे सब कुछ याद है कि कैसे उसके जन्म पर बुआ हंसुआ से थाली बजा रही थीं। कैसे पूरे घर में सब खुशी में डूबे हुए थे। कैसे मैं तालाब के किनारे से दौड़ता हुआ घर को भागा था। मुझे याद है, मेरी चप्पल कहीं छूट गई थी। पर मुझे पता था कि मेरे घर छोटा सा बाबू आया है मेरे लिए।  मैंने अपने खिलौने का खूब ध्यान रखा। पर वो भी चार साल

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Story of Sanjay Sinha 
 आज मेरे छोटे भाई का जन्मदिन है। मेरा वही भाई जो चार साल पहले मुझे छोड़ कर चला गया, उसका आज जन्मदिन है। मैं चाहूं तो उसके जन्म के एक-एक पल याद कर सकता हूं। मुझे सब कुछ याद है कि कैसे उसके जन्म पर बुआ हंसुआ से थाली बजा रही थीं। कैसे पूरे घर में सब खुशी में डूबे हुए थे। कैसे मैं तालाब के किनारे से दौड़ता हुआ घर को भागा था। मुझे याद है, मेरी चप्पल कहीं छूट गई थी। पर मुझे पता था कि मेरे घर छोटा सा बाबू आया है मेरे लिए। 
मैंने अपने खिलौने का खूब ध्यान रखा। पर वो भी चार साल
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