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Ghumnam Gautam
सुरमई शाम जो होती है तो याद आता है गिर्द चेहरे के मेरे तेरा वो ज़ुल्फ़ें करना ©Ghumnam Gautam #चेहरा #शाम #याद #ज़ुल्फ़ें #ghumnamgautam
Uttam Dixit
तुम्हारी ज़ुल्फ़ें, तुम्हारी आँखें, असर तुम्हारा है तौबा-तौबा, तुम्हारे लब ये दवा हैं या कि, ज़हर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! है जिसने भी तुमको देखा, ख़बर न खुद की रही उसे फिर, तुम्हें यकीं हो या न हो पर ये, कहर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! तुम्हें पता भी नहीं कि क्या है, मेरे दीवाने दिल का मसला, बस धड़क रहा है ये मेरे अंदर, मगर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! हवा के जैसे आये तुम फिर, हमारी साँसों में घुल गए हो, कहने भर को हैं चल रहे हम, सफर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! हमें किया है "मतवाला" तुमने, तुमको तो ये ख़बर न होगी, किसी को अब न ये छाँव देगा, शज़र तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! तुम्हारे #लब ये दवा हैं या कि, #ज़हर तुम्हारा है तौबा_तौबा..... #udquotes #udghazals #ज़ुल्फ़ें #आँखें #तौबा
Uttam Dixit
काली सुर्ख ये ज़ुल्फ़ें जैसे,रुख पे बादल छाये हों, हो कोई इशारा ये तेरा,वो बारिश करने आये हों..!! इन टिप-टिप गिरती बूंदों से,हम कोई जाम बना लेंगे, तुमको देख के लगता है,हम मधुशाला में आये हों..!! हया का पर्दा जब छाया,और गाल तेरे जब लाल हुए हैं, मानो सुबह का सूरज निकला,रंग फ़िज़ा में छाये हों..!! मीठी-मीठी धुन कोई है,बहने लगी फ़ज़ाओं में, गीत सुनाती हवा ये जैसे,नगमें तुमने गाये हों..!! घोर तिमिर में खुद को भी मैं,कहीं पे खो के बैठा था, यूँ रोशन हुआ सवेरा जैसे,तुमने दीये जलाये हों..!! फ़र्क नहीं अब पड़ता मुझको,किसी के कुछ भी कहने से, अरे प्यार किया कोई ज़ुर्म नहीं,क्यूँ इतना घबराये हो..!! "मतवाला" बस तुमको ही सोचे,दिन हो चाहे रात घनी, अब तो मुझको लगता जैसे,रूह पे तेरे साये हों..!! #udquotes #ज़ुल्फ़ें #रुख #बादल #yqbaba #yqdidi #yqhindi
Uttam Dixit
तुम्हारी ज़ुल्फ़ें, तुम्हारी आँखें, असर तुम्हारा है तौबा-तौबा, तुम्हारे लब ये दवा हैं या कि, ज़हर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! है जिसने भी तुमको देखा, ख़बर न खुद की रही उसे फिर, तुम्हें यकीं हो या न हो पर ये, कहर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! तुम्हें पता भी नहीं कि क्या है, मेरे दीवाने दिल का मसला, बस धड़क रहा है ये मेरे अंदर, मगर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! हवा के जैसे आये तुम फिर, हमारी साँसों में घुल गए हो, कहने भर को हैं चल रहे हम, सफर तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! हमें किया है "मतवाला" तुमने, तुमको तो ये ख़बर न होगी, किसी को अब न ये छाँव देगा, शज़र तुम्हारा है तौबा-तौबा..!! तुम्हारे #लब ये दवा हैं या कि, #ज़हर तुम्हारा है तौबा_तौबा..... #udquotes #udghazals #ज़ुल्फ़ें #आँखें #तौबा
Uttam Dixit
काली सुर्ख ये ज़ुल्फ़ें जैसे,रुख पे बादल छाये हों, हो कोई इशारा ये तेरा,वो बारिश करने आये हों..!! इन टिप-टिप गिरती बूंदों से,हम कोई जाम बना लेंगे, तुमको देख के लगता है,हम मधुशाला में आये हों..!! हया का पर्दा जब छाया,और गाल तेरे जब लाल हुए हैं, मानो सुबह का सूरज निकला,रंग फ़िज़ा में छाये हों..!! मीठी-मीठी धुन कोई है,बहने लगी फ़ज़ाओं में, गीत सुनाती हवा ये जैसे,नगमें तुमने गाये हों..!! घोर तिमिर में खुद को भी मैं,कहीं पे खो के बैठा था, यूँ रोशन हुआ सवेरा जैसे,तुमने दीये जलाये हों..!! फ़र्क नहीं अब पड़ता मुझको,किसी के कुछ भी कहने से, अरे प्यार किया कोई ज़ुर्म नहीं,क्यूँ इतना घबराये हो..!! "मतवाला" बस तुमको ही सोचे,दिन हो चाहे रात घनी, अब तो मुझको लगता जैसे,रूह पे तेरे साये हों..!! #udquotes #ज़ुल्फ़ें #रुख #बादल #yqbaba #yqdidi #yqhindi
Vikrant Gosavi
उलझन:- कुछ हो तब भी, कुछ ना हो तब भी. #उलझन #ज़ुल्फ़ें #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with Shivangi Goel Collaborating with गिरीश उलझन
#उलझन #ज़ुल्फ़ें #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with Shivangi Goel Collaborating with गिरीश उलझन
read moreShambhavi🍁
यूँ ज़ुल्फ़ें बिखेर कर ना आया करो, ऐ ज़ालिमा! हमसे कोई खता हो गयी, तो ज़माने में बदनाम हो जाओगी (Caption) लड़की: बदनामी का डर होता तो इश्क़ ही ना करती, पति से छुपकर तुमसे यूँ मुलाक़ातें ना करती...
लड़की: बदनामी का डर होता तो इश्क़ ही ना करती, पति से छुपकर तुमसे यूँ मुलाक़ातें ना करती... #खता #ज़माना #ज़ुल्फ़ें #इश्क़_ऐसा_भी #डरकैसा
read moreShahana Parveen
खुली हुई जुल्फों से न निकला करो बाज़ार में ए आदम की बेटी ..... खुली ज़ुल्फ़ों पर इंसान से ज़्यादा जिन्न आशिक़ हो जाया करते हैं #खुली #हुई #ज़ुल्फ़ें #YQ #YQbaba #YQdidi #Arthub #boost_thyself
3 Little Hearts
उलझ कर के तेरी ज़ुल्फ़ों में, मैं यूं आबाद हो जाऊं, कि जैसे लखनऊ का मैं अमीनाबाद हो जाऊं । मैं जमुना की तरह तन्हा, निहारूँ ताज को कब तक ? कोई गंगा मिले तो मैं इलाहाबाद हो जाऊं। ©Vishnuuu X #ज़ुल्फ़ें ✍ (Ashraf Jahangeer)
#ज़ुल्फ़ें ✍ (Ashraf Jahangeer)
read moreM@nuKoshta..
पल भर में सुलझ जाती हैं उलझी हुई ज़ुल्फ़ें, मगर तमाम उम्र कट जाती है वक़्त के सुलझने में, मिले फुर्सत तो सुलझा दूंगा तेरी उलझी हुई ज़ुल्फ़ें, आज ज़रा उलझा हुं "वक्त" को सुलझाने में। कोष्टा साब की कलम से 🙏🏻 कोष्टा साब की कलम से ✍️✍️
कोष्टा साब की कलम से ✍️✍️
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