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उसके बिना कब तक खमोश वृक्ष सा खामोश रहूँ मैं  वो अ

उसके बिना कब तक खमोश वृक्ष सा खामोश रहूँ मैं 
वो अब नहीं  तो धुंध सी तन्हाई से कैसे कुछ कहूँ मैं 

आंखों में जो कुझ सपने हैं जो उसने दिखाए थे
 बिना अब उसके तो नींद के सपने भी सपने नहीं लगते 

वो जो खो गए उसके वाबजूद क्यूँ सीने में मेरे 
आज भी इक दिल धड़कता है उसका नाम लेकर 

खुद से कुछ उम्मीदें थे वो उम्मीदें खो गए क्यूँ न जाने हम
आखिर कब तक बिखरा रहूं दिल से दिमाग की क्यूँ न सुनूँ मैं..



@निशीथ

©Nisheeth pandey
  #uskebina 
उसके बिना कब तक खमोश वृक्ष सा खामोश रहूँ मैं 

वो अब नहीं  तो धुंध सी तन्हाई से कैसे कुछ कहूँ मैं 


आंखों में जो कुझ सपने हैं जो उसने दिखाए थे

#uskebina उसके बिना कब तक खमोश वृक्ष सा खामोश रहूँ मैं  वो अब नहीं तो धुंध सी तन्हाई से कैसे कुछ कहूँ मैं  आंखों में जो कुझ सपने हैं जो उसने दिखाए थे #कविता #intezaar #talaash #Streaks #Chhuan #Parchhai #BehtaLamha #ChaltiHawaa #BehtiHawaa #UskePeechhe

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