Find the Latest Status about आगाज हमारे कामों का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आगाज हमारे कामों का.
Pooja Tiwari
प्यार भी है ,इकरार भी है , पर ये कोरोना ने दे दी आगाज , वरना हम दोनों होते साथ। कोरोना का आगाज
कोरोना का आगाज
read moreAnjali R Gupta
बेरंग लगने लगा जमाना इजहारे इस्क यूँ हसीन कर गया रंग मलाल कर गया कुछ यू प्रेम का तन भी रंग ड़ाला केसरिया और मन भी रंग डाला, रूह को भी इस्क के आगाज से रंगीन कर गया इस्क का आगाज
इस्क का आगाज
read moreWriter_DEEP@k.
*💚💚जरूरी नही यारो कि हर वक्त जंग का आगाज कर दो..!!* *मेरी मानो गलती अगर छोटी हो तो नजरअंदाज कर दो..!!💚💚* *💖दीपक परमार💖* जंग का आगाज
जंग का आगाज
read moreDayal "दीप, Goswami..
शीतल बयार ले आई प्रभात बेला में खुशियां आपार, मन पुलकित हो उठा ,देख प्रकृति का अनुपम श्रृंगार, पक्षियों का मधुर कलरव गूंज रहा चारों दिशाओं में, प्रकृति की अनुपम छटा में,मानों मिला कोई उपहार । लाल लाल लालिमा से युक्त हो चुका, ये नील गगन, बता रहा हो चुका अब नव दिवस का फिर आगाज, छोड़ अपनी तंद्रा को ,कर नव दिवस से अब साक्षात्कार, कर्म पथ पर चल अविरल ,पाने को जीवन में बहार,। ©Dayal "दीप, Goswami.. सुप्रभात का आगाज,
सुप्रभात का आगाज,
read moreMadhu Maurya
सफलता की असल खुशियाँ तब नही होती कि आपको सम्मान मिले, असल खुशियाँ तब मिलती है जब आपका विरोधी ही आपको सम्मानित करें। सफलताओं का आगाज।
सफलताओं का आगाज।
read moreDiwan G
वो अपनी अय्याशियों को, अपना मुकद्दर ही समझ बैठा था। था गलत लोगों के चंगुल में, उन्हें वो हमराज समझ बैठा था। दिलबरी का शौक ले डूबा उसे, खुद को मोहब्बत का आगाज, और अंजाम भी समझ बैठा था।। मोहब्बत का आगाज। #Nojoto
मोहब्बत का आगाज।
read moreMohan Sardarshahari
सर्दी लगी अब पैर पसारने छोटा दिन और लंबी हुई रातें खाना - पीना गर्म ही लेते स्वेटर सिरहाने रखकर सोते।। ©Mohan Sardarshahari सर्दी का आगाज #sunrays
सर्दी का आगाज #sunrays
read moreLokesh Soham
निकाल पड़ा हुं मैं अल्फाजों की दुनियां में..! नहीं जानता मैं कहां कब ठहराव होगा..!! लेकिन अब रुकना वहीं है जहां ये मुशाफिर आज़ाद होगा...!!!! ©Lokesh Soham सफ़र का आगाज..... #walkingalone
सफ़र का आगाज..... #walkingalone
read moreकवि अजय जयहरि कीर्तिप्रद
नये समय का आगाज सीने में कुछ करने की ; लगा आग रही है सोई उम्मीदें एक बार फिर से जाग रही है भाग रही है हार ;जीत के डर से मैदान छोड़ कोशीशे कर नये समय का आगाज रही है कवि अजय जयहरि कीर्तिप्रद नये समय का आगाज...... कीर्तिप्रद
नये समय का आगाज...... कीर्तिप्रद
read more