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Lakbhalang Khonglam
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read moreTanha Shayar hu Yash
जब तक हम दुनियां को यह सिखाएंगे की गंगा में डुबकी लगाने से पाप धुलते हैं तब तक गंगा अपवित्र होती रहेगी । तनहा शायर हूँ यश . ©Tanha Shayar hu Yash #river #motivate #motivatation
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read moreʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.
!! Value !! !! खैर कोई आया और उसने एक नया नाम दिया " ".जख्मी दिल." क्या उसको इसकी वैल्यू पता है. !! ©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी. #river #newperson #newday positive life quotes
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read moreanjali anu
ਮੈਂ ਨਦੀ ਹਾਂ ਨਹਰ ਨਹੀਂ ਜੋ ਸੁੱਖ ਜਾਵੇਗੀ ਮੇਰੀ ਮਹੁੱਬਤ ਹੈਂ ਸਭ ਤੇ ਸਕੂਨ ਦੀ ਗਵਾਹ ਮੈਂ ਲਹਿਰ ਨਹੀਂ ਜਿਹੜੀ ਓੱਠ ਜਾਵਾਂਗੀ ਕਦੀ ਸੁਣਿਆ ਹੈ ਨਦੀ ਨੇ ਰਸਤਾ ਬਦਲਿਆ ਫਿਰ ਦੱਸ?? ਮੈਂ ਕਿਵੇਂ ਬਦਲ ਜਾਵਾਂਗੀ ਮੈਂ ਓੱਥੇ ਹੀ ਹਾਂ ਸਦਿਆ ਸਾਲਾਂ ਤੋ ਮੈਂ ਰੂਹ ਵਿੱਚ ਹੀ ਸਮਾ ਜਾਵਾਂਗੀ ਮੇਰੀ ਮਹੁੱਬਤ ਦੀ ਰਵਾਨਗੀ ਵੱਧ ਅਤੇ ਦੱਟ ਸਕਦੀ ਹੈ, ਪਰ ਮਿਟ ਨਹੀਂ ਸਕਦੀ ਮੈਨੂੰ ਫਰਕ ਨਹੀਂ ਪੈਂਦਾ ਇੰਤਜ਼ਾਰ ਕਿੰਨਾ ਹੈ ਮੈਂ ਆਖਰੀ ਸਾਹਾਂ ਤਕ ਵਹਿੰਦੀ ਜਾਵਾਂਗੀ ।। ਅੰਜਲੀ।। ©anjali anu #river
kalam_shabd_ki
दर्द की बूँदें, कागज पर बिखरती रहीं, अवसाद में, रात भर लिखता रहा। नक्षत्रों से मिले, आकाश की ऊँचाइयाँ, मैं चाँद की छाँव में, छिपा रहता रहा। अगर टूट जाता, कब का मैं मिट गया होता, मैं तो नाज़ुक शाखा, सबके आगे झुकता रहा। लोगों के रंग बदले, अपने-अपने ढंग से, मेरे रंग में भी आई चमक, पर मैं हर बार घुलता रहा। जो थे आगे बढ़ने में, वो मंज़िल की ओर चले, मैं गहराइयों में समुद्र का रहस्य समझता रहा। (सिद्धार्थ दाँ) - मेरी कलम ©kalam_shabd_ki #river
Chandan Pandey
कुछ ख़्वाब टूटे, कुछ ख़्वाब छुटे कहानी कई हैं, बताऊं किस बूते ये दुनिया अब काटे, किनारे को छांटे मै खुद में हूं सिमटा और मंजिल भी डांटे चले हो फतह करने, सिकंदर के जैसे कमर टेक बैठे, विपाशा के आगे चलो अब खड़े हो, कलम के सहारे कलम के सिपाही, क्यूं! हिम्मत हो हारे ये डर कैसा, है जो तुम्हे लग गया गर आंधी धारा पे, गगन छू के आ ये बातें भी सुन, जो तुम्हारे गढ़े अभी मंजिल आगे, इधर क्यों खड़े मै फिर से हंसा, और आंसु छिपा कुछ शब्द हैं गढ़े और फिर से लिखा कई रास्ते पे हैं, पत्थर बिछे क्या हस्ती है, अब वे गिरा दे मुझे जो अबकी गिरा तो फिर ऐसे उठूं तुम मानो, मैं शिव का पताका विजय ©Sanu Pandey #alone Vipasha-Beas River #emptiness #Sanupoetry
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