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Prakharlikhtehain

मजबूरियाँ #Quotes

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जो मजबूरियाँ आपको मजबूर कर देती हैं,
मैंने उन मजबूरियों को बहुत करीब से देखा है।

©wannabelyricist मजबूरियाँ

Vikram Choudhary

 #मजबूरियाँ

Abhishek Trehan

तेरे मिलावटी इश्क से तो 
दिल की दूरियां ही अच्छी हैं
इस ज़माने की झूठी तसल्लियों से तो
मेरी मजबूरियां ही अच्छी हैं
दर्द को कब परवाह कि तुम कांटा या ग़ुलाब हो
झूठ की मीठी ख़ुराक से तो
सच की कड़वी गोलियां ही अच्छी हैं #myquote #झूठा_इश्क #जिंदगी #प्यार #मजबूरियाँ #इश्क़ #सच #शायरी

रिपुदमन झा 'पिनाकी'

कितनी  बेबस होती है मजबूरियाँ।
टूट कर रोती हैं जिसमें सिसकियाँ।
रोज़ी रोटी के लिए अपने सगों से-
झेलनी  पड़ती  है अक्सर दूरियाँ।

हैं  सभी को खींचती लाचारियाँ।
कौन  सहना  चाहता  दुश्वारियाँ।
ग़र  जरुरत  होती न  इतनी बड़ी-
सब चलाते अपने मन की मर्जियाँ।

हर क़दम  उठती है  ले पाबंदियाँ।
नर्म  लहज़ों  में  समेटे  तल्ख़ियाँ।
शर्त  करती  है  हज़ारों  ही  सितम-
जोश हो जाता है जलकर के धुआँ।

क़ैद  में  रोने  लगे  आज़ादियाँ।
नाउमीदी  की  बढ़े  आबादियाँ।
कुफ़्र सी यह ज़िन्दगी लगने लगे-
जब मिले अपना न कोई मेहरबाँ।

दर्द की दिल में मचलती तितलियाँ।
सौ  कहानी  कह  रही ख़ामोशियाँ।
बेबसी  रोती  है  घुट घुट  रात दिन- 
कौन  देगा हौसलों  की  थपकियाँ।

ज़ुल्म की क्यूँकर गिराए बिजलियाँ।
क्यूँ  न  बरसे राहतों  की  बदलियाँ।
ऐ  ख़ुदा  ग़र  तू  ही  ढाएगा सितम-
कौन फिर  आखिर  सुनेगा अर्जियाँ।

रिपुदमन झा 'पिनाकी'
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©Ripudaman Jha Pinaki #मजबूरियाँ

Akhand Pratap Singh

पिंजरों में रहकर पंक्षी आज़ाद नहीं होते..!

मजबूरियों में रहकर रिश्ते निभाए नहीं जाते..!

तुझे भी चाहिए अगर खुला आसमां.. तो जा .. 
क्योंकि यूँ अंधेरो में पूरी जिंदगी बिताए नहीं जाते..!

                                             
                                       ~अखंड #मजबूरियाँ

रिपुदमन झा 'पिनाकी'

इन्सान से क्या क्या नहीं करवाती है मजबूरियाँ।
हर हुक्म पे सर उसका झुकवाती है मजबूरियाँ।
मुमकिन नहीं वह बात जो उसके लिए कभी-
वह बात भी इन्सान से मनवाती है मजबूरियाँ।

रिपुदमन झा 'पिनाकी'
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©Ripudaman Jha Pinaki #मजबूरियाँ

pratyoosh singh

वो कहते हैं यही हैं लेकिन कोशों दूर हैं।।
हम उनके करीब है लेकिन मजबूर हैं।। #मजबूरियाँ

Saba Rasheed

Shalini Maurya

ख़ुदा किसी को इतना भी मजबूर ना करना,
पिघल जाए किसी की बातों में,
ऐसा फितूर ना करना।
हिम्मत देना ...सुन सके अपनी मन की,
उसको ख़ुद से दूर ना करना।


  #मजबूरियाँ #shalinimaurya

Monu Tyagi

मजबूरियाँlovebeat

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